योगी आदित्यनाथ ने मुलायम सिंह यादव को घोषित किया बिजली चोर

योगी सरकार को सत्ता सम्हाले हुए एक महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं किया जिसकी बहुत सारे लोगो को उम्मीद थी। ना ही अभी तक किसी धर्म विशेष के खिलाफ जहर उगला है और ना ही किसी धर्म को जरूरत से ज्यादा तवज्ज़ो दी है, और इस बात ने बहुत से लोगो की, खासकर एक खास किस्म के पत्रकारों की रातो की नींद हराम कर दी है। उन लोगो ने सोचा था की अब उन्हें हर दिन जाति धर्म के आधार पर समाज में आग लगाने को मिलेगी लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं , खैर ऐसे लोगो के साथ हमारी पूरी सहानुभूति है और हमेशा रहेगी। लेकिन वहीं दूसरी तरफ मुलायम सिंह के घर बिजली विभाग को भेजकर उन्होंने वो कर दिया जो किसी ने सोचा भी नहीं था।

उत्तर प्रदेश, जिसका नाम खुद यहाँ के लोग कभी इज़्ज़त से नहीं लेते थे, लोगो ने बिल्कुल मान लिया था की यूपी की हालत कभी सुधरने वाली नहीं है और यहाँ का सिस्टम तो अब ऐेसे ही गड़बड़ रहेगा हमेशा। लचर कानून व्यवस्था हो या फिर बिजली के लिए हाहाकार वाली स्थिति हो, या फिर गड्ढों में सड़क ढूढ़ने के असफल प्रयास हो और या फिर पीने के साफ़ पानी के लिए तरसते प्रदेश के ज्यादातर हिस्से के लोग हों, हमारे उत्तर प्रदेश को तो बस इन्ही सब में महारत प्राप्त थी एक महीने पहले तक। ऐसा नहीं है की बीते एक महीने में इन सभी समस्याओं का निवारण हो गया है लेकिन जिस तरह से योगी सरकार काम कर रही है उससे लोगों के अंदर विश्वास जरूर पैदा हो गया है की अब प्रदेश की हालत सुधरने में ज्यादा टाइम नहीं लगेगा। आइए अब थोड़ी बात करते है की योगी सरकार में यूपी के बिजली विभाग ने किस तरीके से खुद को बदल लिया है ईमानदारों की सेवा और चोरों की हालत खराब करने के लिए, इस बारे में।

शुरुआत बड़ी खबर से करते है, तो खबर यह है की बिजली विभाग की एक टुकड़ी ने यूपी और समाजवादी पार्टी के भूतपूर्व मुखिया माननीय श्री मुलायम सिंह यादव जी के घर छापा डाला , सुनने के बाद एक बार को तो विश्वास नहीं हुआ लेकिन जब कई सूत्रों ने खबर के सच होने की पुष्टि की तो मानना ही पड़ा। मुलायम सिंह के घर छापे में क्या निकला वो बाद में सोचना, पहले यह सोचो की आज के पहले किसी ने ऐसा सोचा भी होगा क्या? जवाब है बिल्कुल भी नहीं सोचा होगा, लेकिन योगी सरकार की यही तो ख़ास बात है की जो कभी नहीं सोचा होगा वो भी हो जाता है।

मुलायम सिंह के घर में बिजली विभाग का छापा पड़ने के बाद में पता चला की मुलायम सिंह के घर का चार लाख का बिजली का बिल बाकी है। बात यहीं ख़त्म नहीं हुई, माननीय जी ने अपने आलीशान बंगले के लिए, जो केवल चार किलोवॉट का मीटर लगवा रखा था उसे बिजली विभाग ने बदलकर बंगले के खर्चानुसार चालीस किलोवाट का कर दिया है। योगी सरकार सन्देश साफ़ है की कोई भी, कितना भी बड़ा वीआईपी क्यों ना हो, मुफतखोरी और जुगाड़ से काम अब नहीं चलने वाला है।

मुलायम सिंह हो या फिर उनके सुपुत्र अखिलेश यादव, दोनों ने खुल कर माइक से चिल्ला चिल्ला कर बिजली चोरी का समर्थन किया है और लोगों को चोरी करने के लिए बढ़ावा भी दिया है और ऐसे में खुद चोरी ना करें ऐसा तो संभव ही नही है , लेकिन अब यह सब कुछ चलने वाला नहीं है। एक तो यह लोग पर्याप्त बिजली खरीदते नहीं थे पूरे प्रदेश में सप्लाई करने के लिए और उसके बाद में बिजली चोरी को बढ़ावा देते थे। अब ऐसे में कोई कैसे उम्मीद करता की प्रदेश में बिजली की कमी कभी पूरी की भी जा सकती है। लेकिन अब बिजली की चोरी रुकेगी और प्रदेश के लोगो को चौबीसों घंटे बिजली मिलेगी ऐसी सभी को पूरी उम्मीद है।

योगी सरकार में मुलायम सिंह के घर में बिजली विभाग का छापा पड़ने के और भी बहुत से फायदे है, जैसे की अब सरे बाजार इज़्ज़त ना उछले इसके लिए ज्यादातर वीआईपी लोग खुद ही अपने घर का मीटर औकातानुसार बदलवा लेंगें और वर्षों पुराने बिजली के बिल भी जल्द से जल्द जमा करवा देंगे। आम आदमी यह सोच कर चोरी करना बंद कर देगा की जब वीआईपी नहीं छोड़े जा रहे हैं तो उनकी तो सुनवाई भी ना होगी कहीं।

जो भी हो, मुलायम सिंह के घर बिजली विभाग के छापा पड़ने के बाद योगी सरकार के काम करने के तरीके ने लोगो को भरोसा दिला दिया है की अब उनके अच्छे दिन जरूर आएँगे और हमें भी यही उम्मीद है की योगी सरकार इस बात पर खरी उतरेगी।

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