योगी आदित्यनाथ के ये काम मीडिया नहीं दिखायेगी, क्योंकि फिर तो पासा ही उलटा पड़ जाएगा

योगी आदित्यनाथ मुस्लिम

जिस क्षण से योगी आदित्यनाथ भाजपा विधायक दल के नेता के तौर पर निर्वाचित हुए हैं, सारे सेक्युलर्स, लिबरल्स सहित मीडिया के घुर विरोधी संपादक छाती पीट-पीट कर योगी आदित्यनाथ की मुस्लिम विरोधी तथा कट्टर हिंदुत्व वाली छवि का बखान कर रहे हैं।

लेकिन लगभग एक माह के कार्यकाल के दौरान अपनी निर्णय क्षमता से योगी आदित्यनाथ ने सबको अचंभित कर दिया है। मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण के बाद से ही योगी आदित्यनाथ ‘मैन इन एक्शन’ की भूमिका में नज़र आ रहे हैं तथा दिन प्रतिदिन अपने साहसिक निर्णयों से जनता के मन में अपनी लोकप्रियता प्रतिस्थापित करते जा रहे हैं। योगी जी ने विभिन्न विवादित मसलों पर भी अपने ‘क्लियर स्टैंड’ पर आधारित फैसलों से अपने आलोचकों तथा विरोधियों को भी अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवा लिया है।

मैंने व्यक्तिगत तौर पर सोशल मीडिया के माध्यम से यह गौर किया है कि योगी आदित्यनाथ के फैसलों को हमारे मुस्लिम साथियों का भी अपार जन-समर्थन प्राप्त हो रहा है चाहे वह अवैध बूचड़खानों पर प्रतिबंध का विषय हो या फिर एंटी रोमियो दस्ते के गठन का मुद्दा हो।

साथ ही मुस्लिम बालिकाओं के विवाह संबंधी सरकार की तरफ से दी जाने वाली सहायता राशि ने भी मुस्लिम समुदाय को आकर्षित किया है तथा मदरसों में दी जाने वाली शिक्षा में धर्म के साथ साथ गणित, विज्ञान, इतिहास, भूगोल के साथ साथ व्यावसायिक शिक्षा एवम् कौशल विकास की भी शिक्षा देने का प्रावधान किया जा रहा है।

भारत में मुस्लिम महिलाओं की सामाजिक प्रतिष्ठा से जुड़े हुए तीन तलाक़ के विवादित मुद्दे पर भी योगी आदित्यनाथ की सरकार का रचनात्मक रुख रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने यह स्पष्ट किया है कि सर्वोच्च न्यायालय में लंबे अरसे से लंबित तीन तलाक़ के केस में मुस्लिम महिलाओं से रायशुमारी के पश्चात् प्रदेश सरकार अदालत में अपना पक्ष रखेगी। मुस्लिम महिलाओं की राय जानने तथा इस विषय की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री ने कार्ययोजना की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश भी दिया है। इसके लिए सम्बंधित विभागीय मंत्री तथा अन्य महिला मंत्रियों को महिला संगठनों के साथ बैठक करने का आदेश दिया गया है।

इसके अलावा हज यात्रियों की सहूलियत के उद्देश्य से अधिकारियों को निर्दिष्ट किया गया है कि वो यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं  सुनिश्चित करें तथा उनके उनकी सभी समस्याओं का निराकरण शीघ्रता से किया जाए।

वास्तव में सबका साथ, सबका विकास के मोदी जी के नारे को कार्यान्वित किया है योगी जी ने। हमें अल्पसंख्यक तुष्टिकरण नहीं, अल्पसंख्यक सशक्तिकरण की आवश्यकता है।

मुस्लिम समुदाय को अपनी प्रतिगामी सोच के बंधनों से मुक्त करके प्रगति के पथ पर आधुनिक परिवेश में विकास की मुख्यधारा में सम्मिलित करने का उल्लेखनीय प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वास्तव में प्रशंसा के पात्र हैं।

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