TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    बंग्लादेश हिंदु पर अत्याचार

    सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

    निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

    कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

    जनरल आसिम मुनीर एक बार फिर गंभीर विवादों में फंस गए

    बुलेटप्रूफ जैकेट में दिखे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, वायरल तस्वीर ने पाकिस्तान की फौजी ताकत के दावों पर खड़े किए सवाल

    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    बंग्लादेश हिंदु पर अत्याचार

    सुवेंदु अधिकारी ने ममता को कहा “ममता खाला”, बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार को लेकर दिया तीखा बयान

    निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 400 से ज्यादा घरों को ध्वस्त कर दिया है

    कर्नाटक में बुलडोजर राजनीति तेज: बेंगलुरु में 400+ घर टूटे, मुस्लिम परिवारों का मुद्दा गरमाया

    जनरल आसिम मुनीर एक बार फिर गंभीर विवादों में फंस गए

    बुलेटप्रूफ जैकेट में दिखे फील्ड मार्शल आसिम मुनीर, वायरल तस्वीर ने पाकिस्तान की फौजी ताकत के दावों पर खड़े किए सवाल

    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    30 वर्षीय भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना की भी हत्या

    टोरंटो कैंपस के पास 20 वर्षीय भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, आरोपी की तलाश में पुलिस

    कट्टर इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील

    नाइजीरिया में ISIS आतंकियों पर अमेरिकी हमला, कट्टर इस्लामी आतंकवाद के ख़िलाफ़ ट्रंप सख़्त

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था

    वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

    गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया

    वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

किसानों के बड़े हितैषी, शिक्षाविद, समानता के प्रणेता परन्तु इतिहासकारों ने किया इतिहास से गायब

Shubham Upadhyay द्वारा Shubham Upadhyay
24 September 2017
in इतिहास
महाराजा हरि सिंह जम्मू कश्मीर

Image : NDTV

Share on FacebookShare on X

भारत देश की भूमि में अनेकों महानायको ने जन्म लिया है। महान समाजसुधारक, धर्म प्रवर्तक, योद्धा, साधु, संत, सन्यासी, क्रांतिकारी, देशप्रेमी, राष्ट्रवादी तरह के तमाम नायकों ने इस पवित्र भूमि को अपने अपने रक्त और कर्म से सींचा है। बहुत से ऐसे गुमनाम नायक रहें हैं जिनके साथ कभी इतिहास और इतिहास निर्माताओं ने न्याय नहीं किया। चाटूकार इतिहासकारों को गांधी-नेहरु परिवार के अलावा देश में कोई महानायक और देशभक्त नहीं दिखा था। भारत की भूमि में ऐसे ही एक महनायक महाराजा हरि सिंह का जन्म 23 सितम्बर 1895 को हुआ था।

1925 में यही हरि सिंह महाराजा हरि सिंह बनकर जम्मू कश्मीर रियासत के सबसे लोकप्रिय राजा बने। भारत के इतिहास में महाराजा हरि सिंह को हमेशा अनदेखा किया गया। महाराजा हरि सिंह ही वो व्यक्तिव है जिनकी वजह से आज जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा है। आज हम जिस हक़ से “कश्मीर हमारा है”, और “कश्मीर माँगोगे तो चीर देंगे” कहते है वो महाराजा हरि सिंह के बिना सम्भव नहीं था। महाराजा हरि सिंह ने ही ब्रिटिश इंडिया के विभाजन के समय भारत के साथ विलय प्रपत्र में हस्ताक्षर कर जम्मू कश्मीर रियासत को भारत में विलय किया था। महान समाज सुधारक और भारत के प्रति पूरी निष्ठा रखने वाले देशभक्त महाराजा हरि सिंह एक ऐसे महापुरुष हैं जिनके साथ कभी उचित न्याय नहीं हुआ। अपनी वीरता और बुद्धि बल के दम पर हरि सिंह मात्र 20 वर्ष में ही जम्मू कश्मीर सियासत के मुख्य सेनापति नियुक्त हो चुके थे।

संबंधितपोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के छह महीने बाद फिर साजिशों में जुटे पाकिस्तान और आतंकी, भारतीय सेना भी तैयार

श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

और लोड करें

महाराजा हरि सिंह गांधी से बड़े किसान नेता थे :

भारत किसानों का देश है, कृषि भारत की आत्मा है। भारत में महात्मा गांधी को ग्रामीणों और किसानों के बड़े नेता के रूप में स्मरण किया जाता है, इतिहासकारों ने तो ऐसा पढ़ाया है कि जैसे गांधी से बड़ा कभी कोई किसानों का हमदर्द इस देश में पैदा ही नहीं हुआ। इसी वैचारिक चटुकारिता के चलते महाराजा हरि सिंह जैसे नायकों के बारे में कभी बताया ही नहीं गया। महाराजा हरि सिंह किसानों और कृषि की महत्ता को बख़ूबी जानते थे इसीलिए उन्होंने किसानों के साथ साथ क्षत्रिय जनता को कृषि के प्रति प्रेरित करने के लिए ख़ुद हल चलाया था। भारत में कृषि के क्षेत्र में आधुनिकता लाने वाले महाराजा हरि सिंह ही थे। किसानों की दशा सुधारने, पैदावार बढ़ाने और किसानों की सुरक्षा को लेकर महाराजा ने कई सकारात्मक क़दम उठाए थे। एग्रीकल्चर रिलीफ़ एक्ट’ जैसे नियम बनाकर किसानों और मजदूर वर्ग के हो रहे शोषण का उन्होंने दमन किया था। महात्मा गांधी ने जिस तरह किसानों के लिए आन्दोलन किये वैसे ही अनेकों कृषि संबंधी सुधार लाकर महाराजा ने किसानों को सशक्त करने का बीड़ा उठाया था। रियासत में अधिकतर जनता ग्रामीण ही हुआ करती थी। ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और महाराजा के सुधारों को पहुंचाने के उद्देश्य से ग्रामीण पंचायतों के विकास के लिए महाराजा हरि सिंह ने 1937 में ग्रामीण विकास विभाग का गठन किया।

एक शिक्षाविद के रूप में 10 नेहरु भी कम पड़ जाए, ऐसे थे महाराजा हरि सिंह :

जिस महाराजा को इन वामपंथी इतिहासकारों ने अपनी ओछी हरकतों से विवादित और संदिग्ध साबित करने की कोशिश की और इसी क्रम में आज भी लगे हुए हैं वही महाराजा हरि सिंह तत्कालीन समय में दक्षिण एशिया के सबसे बड़े विद्वान के रूप में जाने जाते थे। भारत के पहले प्रधानमंत्री पं जवाहर लाल नेहरु को दूरगामी सोच वाला और महान शिक्षाविद के साथ साथ कानूनविद के रूप में पेश किया जाता है। लेकिन ये चाटूकार भूल गए कि इनके वजह से ही जम्मू कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान और एक हिस्सा चीन के क़ब्ज़े में चला गया है। एक तरफ़ जहां सत्ता पाते ही कांग्रेस ने एक विचारधारा और एकरूपता को जनता पर थोपा वहीं महाराजा हरि सिंह ने शिक्षा के स्तर पर अभूतपूर्व सुधार किया।

महाराजा रियासत के बच्चों के लिए प्राथमिक शिक्षा को अनिवार्य कर दिया था। शिक्षा के क्षेत्र में बड़े स्तर पर सुधार करने के लिए महाराजा हरि सिंह ने प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा को पूरी तरह निशुल्क कर दिया था। तत्कालीन समय में यह भारत में होने वाले सबसे बड़े समाज सुधार में से एक था। बच्चों और युवाओं को शिक्षा देने और सशक्त करने और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नए स्कूल और कॉलेज की स्थापना उन्होंने बड़े स्तर पर की। महाराजा ने उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप और लोन जैसी सुविधा रियासत के छात्रों के लिए मुहैया करवाई। महाराजा हरि सिंह अपनी जनता के विकास के लिए कितने गंभीर थे यह इसी से पता चलता है कि उन्होंने रियासत के युवाओं को बुद्धिजीवी वर्ग से जोड़ने के तमाम रास्ते खोल दिए थे।

सामाजिक समानता और दलितों के उत्थान में महाराजा सबसे ऊपर हैं :

भारत में हमेशा दलित उत्थान के लिए अंबेडकर को याद किया जाता है। हरिजन शब्द देने वाले महात्मा गांधी को याद किया जाता है। लेकिन देश में उनके ही समकालीन महान समाज सुधारक महाराजा हरि सिंह ने दलितों के उत्थान के लिए साथ ही सामाजिक समानता के लिए जम्मू कश्मीर रियासत में जो कार्य किया उसे कभी जनता के समक्ष लाया ही नही गया। अपनी रियासत में महाराजा हरि सिंह ने तो 1926 में सभी जाति धर्म के लोगों के लिए मंदिर के दरवाजे खुलवा दिए। इस मुद्दे से एक वाकया भी जुड़ा हुआ है कि जब महाराजा हरि सिंह ने दलितों को मंदिर में घुसाने की बात की तो पंडितों ने इसका विरोध किया। तब महाराजा ने कहा था कि “या तो दलित मंदिर के अंदर जाएंगे या पंडित मंदिर के बाहर जाएंगे।”

महाराजा कि इस कथन से पंडितों नाराज होकर मंदिर से बाहर जाने का फैसला कर लिया था। पंडितों के इस कड़े विरोध को देखते हुए भी महाराजा पीछे नहीं हटे और उन्होंने दलितों के लिए मंदिरों के दरवाजे हमेशा के लिए खुलवा दिए। ऐसे महान समाज सुधारक और दलितों के उत्थानकर्ता महाराजा हरि सिंह को आज तक सिर्फ इसलिए अनदेखा किया गया है क्योंकि वह सिर्फ किसी एक खास परिवार या एक खास विचारधारा के नहीं थे। मंदिरों से लेकर अस्पतालों और स्कूल कॉलेजों में दलित छात्रों के साथ भेदभाव को दूर कर महाराजा हरि सिंह ने छुआछूत के खिलाफ बड़े कदम उठाए। समाज सुधार के क्षेत्र में महाराजा हरि सिंह ने एक बड़ा कदम उठाते हुए समाज में व्याप्त कुरीतियों में से एक सती प्रथा को 1933 में खत्म करने हेतु एक नियम लाया। किसी एक ही शासक द्वारा इतने ज्यादा समाज सुधारक कार्य करने वाले महाराजा हरि सिंह एकमात्र शासक हुए जो सही मामलों में जनता के सेवक थे।

लोकतंत्र के मुखर समर्थक थे महाराजा :

कहा जाता है कि रियासतों में कुछ राजा ऐसे हुए जो लोकतंत्र के विरोधी थे और शासन में जनता की भागीदारी से नाखुश थे। वही लोकतंत्र आने के बाद कुछ राष्ट्राध्यक्ष ऐसे भी हैं जिन्होंने खुद को शासक समझ कर लोकतंत्र का ही दमन कर जनता की भागीदारी को ही खत्म कर दिया था। लेकिन इन सब के विपरीत जम्मू कश्मीर रियासत के महाराजा हरि सिंह लोकतंत्र के मुखर समर्थक थे। और महाराजा की सोच यह बताती है कि महाराजा हरि सिंह शासन प्रशासन में जनता की सहभागिता चाहते थे। 1934 में महाराजा हरि सिंह ने प्रजा सभा का गठन कर अपने लोकतांत्रिक व्यवहार का परिचय दिया था। जम्मू कश्मीर रियासत में जनता के विकास और प्रशासन में जनता को शामिल करने के लिए महाराजा ने 1935 में पब्लिक सर्विस कमीशन का गठन किया था। एक अहम् संस्थाओं का गठन करना महाराजा हरि सिंह के उस उद्देश्य को साफ-साफ दिखाता है जिसमें वह रियासत की जनता को मुख्यधारा में लाने के पक्षधर थे।

जम्मू कश्मीर के विलय में महाराजा का योगदान :

जब अंग्रेज़ों ने भारत छोड़ने का फ़ैसला लिया तब भारत में 600 से अधिक छोटी बड़ी रियासतें थी। ब्रिटिश इंडिया के विभाजन के समय 562 रियासतों ने भारत में विलय किया था। जम्मू कश्मीर रियासत का विलय भारत के लिए सबसे बड़ी कामयाबी थी। महाराजा हरि सिंह विभाजन के समय से ही भारत के पक्षधर थे। साथ ही उन्होंने द्विराष्ट्र के सिद्धांत और पाकिस्तान बनाए जाने का कड़ा विरोध किया था। आज जिस कश्मीर को लेने की बात पाकिस्तान करता है उसे तो रियासत के महाराजा ने पहले ही देने से मना कर दिया था। “यदि जम्मू कश्मीर के विलय को विवादित बनाना है तो विलय करने वाले को ही विवादित घोषित कर दो” इसी रणनीति के तहत पाकिस्तान ने अपना काम किया है। और पाकिस्तान की रणनीति का भारत में बैठे वामपंथी इतिहासकार, वामपंथी चिंतक, मूर्ख कांग्रेसियों और पाकिस्तान परस्त लोगों ने भरपूर साथ दिया।

इसी रणनीति के कारण आज जम्मू कश्मीर के विलय का मुद्दा विवादित कहकर उठाया जाता है, किंतु जम्मू कश्मीर का विलय उतना ही साफ़ है जितना अन्य रियासतों का। महाराजा ने उसी विलय प्रपत्र में हस्ताक्षर किए थे जिसमें देश अन्य रियासतों के राजाओं ने किए थे। महाराजा की छवि धूमिल करने के लिए फैलाए गए प्रॉपगैंडा के कारण आज देश की जनता के बीच एक संदेह की स्थिति पैदा करने की कोशिश की जाती है।

Tags: जम्मू-कश्मीरमहाराजा हरि सिंह
शेयर543ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

धर्मेंद्र प्रधान ने दिए पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों को लेकर बड़े संकेत

अगली पोस्ट

शर्मनाक: भारत का पूर्व उपराष्ट्रपति एक जिहादी संगठन के समारोह में क्या कर रहा था?

संबंधित पोस्ट

औरंगज़ेब ने जोरावर सिंह और फतेह सिंह को दीवार मे ज़िंदा चुनवाने का आदेश दिया था
इतिहास

वीर बाल दिवस: क्रिसमस-नववर्ष का जश्न तो ठीक है लेकिन वीर साहिबजादों का बलिदान भी स्मरण रहे

26 December 2025

यह सप्ताह, वर्ष का अंतिम सप्ताह है। नए साल की दहलीज़ पर खड़े इस सप्ताह का इंतज़ार सबको ही रहता है, क्योंकि पहले क्रिसमस का...

गुरु गोबिंद सिंह जी ने मुगल शासक औरंगज़ेब की अधीनता स्वीकार करने से इंकार कर दिया
इतिहास

वीर बाल दिवस: उत्सवों के बीच साहिबज़ादों के अमर बलिदान को नमन

26 December 2025

यह सप्ताह वर्ष का अंतिम सप्ताह होता है, जिसका लोग बेसब्री से इंतज़ार करते हैं, क्योंकि इसी दौरान पहले क्रिसमस और फिर नए साल का...

23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द
इतिहास

23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

23 December 2025

भारत में परावर्तन आंदोलन के सबसे प्रभावशाली और निर्भीक अग्रदूत स्वामी श्रद्धानन्द थे। उनका दृढ़ विश्वास था कि भारत में निवास करने वाले मुसलमानों के...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited