दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया और कुछ विपक्षी दलों के समर्थन के कारण बड़े पैमाने पर दंगे और हिंसा हुई थी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बीजेपी के दृष्टिकोण को स्पष्ट किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी / एसटी अधिनियम में जो कुछ बदलाव किये गए हैं उसमें बीजेपी का कोई हाथ नहीं है। उन्होंने अपने भाषण में एससी के फैसले से जुड़े तथ्यों और आंकड़ों को शामिल किया और बताया कि कैसे विपक्षी दलों ने अपने एजेंडा के अनुरूप वर्णन को बदला था। संसद में अपने भाषण के दौरान गृह मंत्री विनम्र और शांत थे, जबकि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दलित विरोध के मुद्दे पर मंगलवार को कांग्रेस पार्टी के खिलाफ आक्रामक हमला किया।
कांग्रेस पार्टी द्वारा बीजेपी पर लगाए गए झूठे दावों पर अमित शाह ने सख्त रुख में जवाब दिया। बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने इससे पहले नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर दलित विरोधी होने के झूठे आरोप लगाये थे।
ट्वीट्स की श्रृंखला में उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी दलित समुदाय और श्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार डॉक्टर भीमराव रामजी अम्बेडकर के सपनो को पूरा करने के लिए समर्पित है।
At every juncture and in all possible ways, @BJP4India stands shoulder to shoulder with the Dalit community. Modi Government’s commitment to fulfilling Dr. Babasaheb Ambedkar’s vision is unwavering. All the efforts of the Government are aimed at transforming the lives of Dalits.
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
We will continue our efforts to make our Dalit sisters and brothers the makers of New India. We will fulfill their aspirations and dreams. Jai Bhim! Jai Hind!
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
Right from the day the Honourable Supreme Court gave a judgment on SC/ST Atrocities Act, Central Government acted in an immediate and informed manner. An effective review petition has been filed that will protect rights of Dalits.
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
अपने अगले ट्वीट में अमित शाह ने साफ़ किया कि सुप्रीम कोर्ट ने स्वतंत्र रूप से फैसला किया है इसमें बीजेपी ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया है और इसके बाद पार्टी ने तुरंत आवश्यक कार्रवाई की थी। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि सरकार पूरे भारत में दलित समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
Right from the day the Honourable Supreme Court gave a judgment on SC/ST Atrocities Act, Central Government acted in an immediate and informed manner. An effective review petition has been filed that will protect rights of Dalits.
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी स्वयं एससी समुदायों से संबंधित सांसदों से मिले थे और उन्हें दलित समुदाय के सदस्यों के कल्याण का आश्वासन दिया। अपने अगली ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि उनपर लगाये जा रहे आरोप और कुछ नहीं बल्कि बीजेपी की छवि खराब करने के लिए कुछ समूहों द्वारा उनके प्रचार प्रसार का हिस्सा है। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव सीजन की शुरुआत से पहले कैसे एक ही लोग आरक्षण संबंधित फेक न्यूज़ बनाते थे।
The script is now old…before every election, the same vested interest groups start spreading panic about reservations.
BJP’s stand is clear, which I am once again stating- we fully believe in the Constitution given by Babasaheb and the rights it has given to SC/ST communities. pic.twitter.com/2hLAVG28xI— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
Due to the politically driven manifestations of a microscopic minority of dejected and rejected political parties, crores of innocent people suffered. These parties owe our Dalit sisters and brothers an apology for their misdeeds.
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
इसके बाद ट्वीट में कुछ ऐसे तथ्य और आंकड़े पेश किये गए जिसने कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक अधिकारों के चैंपियन होने के दावों की पोल खोलकर रख दी। उन्होंने याद दिलाया कि कांग्रेस पार्टी के अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अधिनियम को 2015 में संशोधन कर मजबूत बनाया गया था। देशभर में निर्दोष लोगों के पीड़ितों के लिए विपक्षी दल को दोषी ठहराते हुए उन्हें दलित समुदाय की तरफ से माफ़ी मांगने की मांग भी की। अमित शाह ने कांग्रेस पर हमले को बरकारर रखते हुए कहा कि डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को कांग्रेस ने खुद दरकिनार कर दिया था, उन्होंने कांग्रेस की कहानियों की पुनर्गणना करते हुए कहा कि केंद्र में अपनी छवि को छोड़ पार्टी ने अपने शासनकाल में संविधान के निर्माता को पराजित करने की साजिश रची थी। उन्होंने अपने आखिरी ट्वीट में दावा किया कि कैसे कांग्रेस पार्टी अपने शासनकाल में दलित समुदाय और डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को भारत रत्न न देकर उनका सम्मान करने में नाकाम रही है।
Congress, which is mocking the DNA of PM @narendramodi is the same party which:
Defeated Dr. Ambedkar not once but twice.Made flimsy excuses to ensure his portrait was not placed in Central Hall.
Denied him a Bharat Ratna.
India has seen through their negative politics!— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) April 3, 2018
अमित शाह के हमलों ने कांग्रेस पार्टी के चेहरे को बेनकाब कर दिया। भारत के इतिहास में सबसे लंबी सत्तारूढ़ पार्टी की कथा और इरादे के बीच अंतर खुलकर सामने आ गये हैं, और इस बात का श्रेय श्री अमित शाह जी को जाता है जिन्होंने अपने ट्वीट्स के जरिये सच को उजागर किया। कांग्रेस पार्टी और अन्य राजनीतिक दल बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष के इस शानदार कदम के खिलाफ निराधार साबित हुए। दलित मुद्दों पर अमित शाह के इस तथ्य आधारित हमलों के बाद कांग्रेस की क्या प्रतिक्रिया होगी ये देखना दिलचस्प होगा।