पोशाक की नीलामी को लेकर सेना अधिकारी ने किया खुलासा तो ट्विंकल खन्ना ने खेला ‘महिला कार्ड’

ट्विंकल खन्ना सेना अधिकारी

एक सेना अधिकारी ने अपने फेसबुक पोस्ट से ट्विंकल खन्ना द्वारा अक्षय कुमार की फिल्म रुस्तम की पोशाक की नीलामी करने की कोशिश की का खुलासा किया। ट्विंकल ने इस पोशाक को ‘नौसेना वर्दी’ के रूप में चित्रित कर नीलामी करने की कोशिश की। अधिकारी, लेफ्टिनेंट कर्नल संदीप अहलावत ने ट्विंकल खन्ना को एक छोटा ओपन लैटर लिखा और इसमें उन्होंने ये खुलासा किया कि कैसे एक्ट्रेस लोगों को बेवकूफ बना रही है। अपने इस पत्र में एक्ट्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि एक्ट्रेस का Auction करने वाली एक वेबसाइट के ज़रिए रुस्तम की पोशाक की बोली सिर्फ अपने एनजीओ के लिए पैसा कमाने का मकसद है।

सेना अधिकारी ने अपने पोस्ट पर सफाई देते हुए स्पष्ट किया कि अक्षय कुमार द्वारा फिल्म में पहनी गयी पोशाक मात्र एक साधारण पोशाक थी न की नौसेना वर्दी थी। सेना के पद से जुड़ी एक तस्वीर को शेयर करते हुए जिसमें वर्दी पहने हुए शहीद के बगल में उसकी विधवा खड़ी थी, उन्होंने हुए कहा, भारतीय सशस्त्र बलों की पत्नियां कभी अपने शहीद पतियों की वर्दी की नीलामी का विचार नहीं करती। ऐसे में बॉलीवुड के भीतर स्वयं घोषित उदारवादियों को क्या परेशान कर रहा है, वो इस पोस्ट से स्पष्ट हो गया कि फिल्म निर्माता द्वारा दी गयी पोशाक वर्दी नहीं हो सकती। राष्ट्रपति के कार्यालय से वर्दी पहनने की अनुमति मिलना खुद में एक विशेषाधिकार है। एक सैनिक अपने खून पसीने की मेहनत से वर्दी का सम्मान कमाता है। एक सैनिक शहीद होने के बाद तिरंगे में लपेटा जाता है और ये सम्मान देश के लिए अपनी जान देकर पाता है। ऐसे में उन्होंने एक सलाह जारी करते हुए स्पष्ट किया कि यदि एक साधारण पोशाक को सेना की वर्दी का नाम दिया गया तो वो इस मामले को कोर्ट में ले जायेंगे। एक सेना के अधिकारी के रूप में उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यदि कोई भी सेनाओं के सम्मान को मलिन करने का प्रयास करेगा तो उसे सबक सिखाया जायेगा।

इसके बाद ये पोस्ट तेजी से वायरल हो गया, इस पोस्ट से ट्विंकल खन्ना का दिखावा सबके सामने आ गया। सेना की बात है तो लेफ्ट अब बॉलीवुड के छद्म-उदारवादी ताकतों के खिलाफ है लेकिन इसके बाद भी इसमें कोई हैरानी नहीं है कि वो फिर भी माफ़ी मांगने से बचते नजर आयेंगे। इसलिए ट्विंकल ने वही किया जो उनसे उम्मीद की जा रही थी। ट्विंकल ने ‘महिला कार्ड’ खेला। अपने ट्वीट में खुद को पीड़िता दिखाते हुए सवाल किया कि, फिल्म में पहनी गई वर्दी को नीलाम करके चैरिटी करने की कोशिश करने वाली महिला को शारीरिक क्षति पहुंचाने की धमकी देना सही है? इससे आगे बढ़ते उन्होंने ‘ब्लडी नोज’ के मतलब को गलत तरीके से पेश करने की कोशिश की जिसका सही मतलब है किसी को हराना। उनके इस ट्वीट से जो बात स्पष्ट हुई वो है बिना वजह पीड़ित कार्ड खेलना है और एक साधारण पोशाक को ‘वर्दी’ कहने की अपनी गलती को बरकरार रखना।

हालांकि, सेना अधिकारी ने ‘ब्लडी नोज’ की टिप्पणी पर बाद में सफाई भी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुहावरे के सामान्य शब्दावली में इसका मतलब किसी को हराने से होता है न की किसी को शारीरिक क्षति पहुंचाना। सेना अधिकारी ने इसके जरिये एक बार फिर से एक्ट्रेस की पोल खोल कर रख दी है कि कैसे विवादास्पद ब्लॉग करने वाली एक्ट्रेस ने अपनी गलती पर पर्दा डालने और लोगों का ध्यान मामले से हटाने के लिए ‘महिला कार्ड’ खेला। अपने इस पोस्ट से अधिकारी ने एक बार फिर से स्पष्ट किया कि , वो इस मामले में क़ानूनी लड़ाई के लिए एक्ट्रेस को नहीं उकसा रहे बल्कि एक सैनिक की वर्दी के सम्मान को मलिन करने की कोशिश की जाएगी तो वो इसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे, वो सैनिक जो देश की रक्षा के लिए वर्दी पहनता है। एक दुखी नागरिक की तरह उन्होंने ट्विंकल खन्ना जैसी सोच रखने वाले लोगों से अनुरोध किया कि पैसा कमाने के लिए सैनिक के वर्दी के सम्मान को हानि न पहुंचाए।

बॉलीवुड सहित सभी नामी लोगों ने देश के नागरिकों और सशस्त्र बलों की देशभक्ति की भावना का काफी हद तक शोषण किया है। ऐसी परिस्थितियों में हम कम से कम ये उम्मीद तो कर ही सकते थे कि देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात जवानों की वर्दी के प्रति सम्मान की भावना हो। सेना की वर्दी का मजाक बर्दाश्त नहीं है। बॉलीवुड में ट्विंकल खन्ना ही नहीं बल्कि सभी को ये समझने की जरूरत है कि वर्दी खरीदी नहीं जाती है बल्कि कठिन परिश्रम से अर्जित की जाती है। धन कमाने और अपनी सम्पत्ति को बढ़ाने के लिए इस तरह का धोखा देना भारतीय कानून के तहत अपराध है। ट्विंकल खन्ना गलत थीं और जब उनकी पोल खुली तो उन्हें अपनी गलती के लिए माफ़ी मंगनी चाहिए थी। हालांकि, उनकी प्रतिक्रिया चकित करने वाली थी जब उन्होंने सेना के अधिकारी को बदनाम करने लिए ‘महिला कार्ड’ खेला जिससे की उनकी गलती पर पर्दा डल सके।

Exit mobile version