कांग्रेस के इंटरनल सर्वे से पता चलता है कि बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थकों की पसंद हैं पीएम मोदी

राहुल गांधी इंटरनल सर्वे

जब देश में मनोरंजन करने वालों की कमी होती तब कांग्रेस पार्टी और उनके नेता इसके लिए काफी होते हैं। इस बार कांग्रेस ने अपने इंटरनल सर्वे द्वारा देश का मनोरंजन करने का फैसला किया और इसके साथ एक बार फिर से वो लोगों के लिए हंसी का पात्र बनकर रह गयी। भारत के अगले प्रधानमंत्री के रूप में भारतीय पसंद पर कांग्रेस इंटरनल सर्वे का नतीजा शहर का नया जोक बन गया और सभी के लिए हंसने की एक मजेदार वजह। उनके सर्वे में राहुल गांधी को स्पष्ट रूप से मोदी के खिलाफ बढ़त मिली है। उनका इंटरनल सर्वे कहता है कि 39% भारतीय चाहते हैं कि राहुल गांधी अगले प्रधानमंत्री बनें जबकि इस सर्वे में मोदी जी को 35% और केजरीवाल को 10% वोट मिले।

बीजेपी के सच्चे भक्त इस सर्वे पर क्या सोचते हैं चलिए आपकों बतातें हैं। वो जलते हैं क्योंकि 39% भारतीय चाहते हैं कि कम लोकप्रिय नेता पीएम मोदी की जगह राहुल गांधी देश अगले प्रधानमंत्री बने। इसलिए वो अपनी निराशा के चलते राहुल गांधी और इंटरनल सर्वे का मजाक बना रहे हैं। वो नहीं जानते हैं कि राहुल गांधी कितने लोकप्रिय हैं। रूस और मध्य एशियाई लोग राहुल गांधी को री-ट्वीट करते हैं। ये साबित करता है कि वो एक वैश्विक नेता हैं। भारत के लोगों में राहुल गांधी के प्रति प्यार को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। वो उनकी इतनी परवाह करते हैं कि उनके होंठों पर मुस्कुराहट लाने के लिए बेतुकी हरकते करते हैं न कि पीएम मोदी की तरह आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, मार्स मिशन, परमाणु उर्जा और क्लाउड कंप्यूटिंग आदि जैसी उबाऊ और बेकार चीजों के बारे में बातें करते हैं। राहुल गांधी आलू से सोना बनाने जैसे इनोवेटिव और दिलचस्प बातें करते हैं। इससे पहले उन्होंने किसानों के लिए आलू की फैक्ट्री को स्थापित करने के लिए कहा था जो पीएम मोदी के शासन के अंतर्गत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। राहुल गांधी के मुताबिक किसी ने भी यहां तक कि माइक्रोसॉफ्ट के स्टीव जॉब्स ने भी इस तरह की फैक्ट्री को स्थापित करने के बारे में नहीं सोचा होगा। इसके अलावा उनके पास नरेंद्र मोदी की तुलना में भारत का अधिक ज्ञान है और भारत के लिए उनका दृष्टिकोण मोदी से भी बड़ा है। जब राहुल गांधी ने कहा कि गुजरात ब्रिटेन से बड़ा है तब वो भविष्य की बता कर रहे थे। गुजरात के लिए उनकी सोच सिर्फ एक उत्तम भविष्य के लिए था जिसका लक्ष्य गुजरात को यूके से बड़ा बनाना है। राहुल गांधी मोदी और आरएसएस की तुलना में शांत तरीके से अखंड भारत के प्रति ज्यादा समर्पित हैं। राहुल गांधी देश का नेतृत्व करने के लिए सबसे बढ़िया दावेदार हैं। वो कठोर व्यक्ति हैं जिन्होंने  जापानी मार्शल आर्ट्स अकीडो में ब्लैक बेल्ट हासिल किया है।

वो बहुत ही साधारण व्यक्ति हैं जो फटा कुर्ता और सस्ते बरबरी जैकेट पहनते हैं न कि पीएम मोदी की तरह 15 लाख का सूट पहनते हैं। युवाओं को इस वंशज के सरल जीवन शैली का पालन करना चाहिए।

वो अपने विपक्षी पार्टियों को हर चुनाव में जीतने का मौका देते हैं। ये उनके आत्मविश्वास को भी दर्शाता है, इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि विपक्ष कितनी बार उन्हें हराता है उन्हें तब भी उम्मीद है कि वो 2019 में बड़े बहुमत के साथ वापसी करेंगे। यहां कि चुनावों को हारने के बाद भी वो एक स्माइल के साथ खड़े रहते हैं और अगले चुनाव को लड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। इससे एक सीख मिलती है कि हमें विपत्ति का सामना स्माइल के साथ करना चाहिए और अपनी हार से सबक लेना चाहिए। विफलता अंत नहीं होता। वो देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे। कांग्रेस का इंटरनल सर्वे यही दर्शाता है। देश को राहुल गांधी जैसे परिश्रमी नेता की जरुरत है जो दिन रात मेहनत करते हैं और सिर्फ लोकसभा की कार्यवाही के दौरान ही सोते हैं। दिखावटी नेता चिल्लाते हैं और असली नेता हर चीज की बारीकी पर अपनी बंद आंखों के बाद भी नजर रखते हैं। एक अन्य कारण जिस वजह से लोग राहुल गांधी को देश के अगले प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं वो है राहुल गांधी द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना न की वो नरेंद्र मोदी की तरह बेटी बचाव बेटी पढ़ाव जैसी योजना से लोगों मुर्ख बनाते हैं। राहुल गांधी लिंग बाइनरी को नहीं मानते हैं क्योंकि ये सामाजिक रूप से बनाया गया है, वास्तव में, कभी-कभी वो महिलाओं के शौचालय में भी घूम आते हैं।

इतने अच्छे और नेक गुणों के बावजूद भी उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है और वो इस तरह की आलोचनाओं पर कोई ध्यान न देकर अपने मिशन को जारी रखते हैं। वो लगातार हरा के बावजूद भी पॉजिटिव रहते हैं। बीजेपी पहले ही उनसे डरती है और कांग्रेस के इंटरनल सर्वे ने बीजेपी की सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। ये सबसे विश्वसनीय सर्वे है कोई फर्क नहीं पड़ता है कि संघी प्रायोजित मीडिया क्या कहती है। ये बिलकुल संकेत नहीं देता है कि कांग्रेस के भीतर भी 35 फीसदी लोग राहुल गांधी की जगह नरेंद्र मोदी को पसंद करते हैं। राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस ब्रायन लारा के रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है। अबकी बार 400 पार, बारिश के बाद बूंदा बांदी, अबकी बार राहुल गांधी।

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