पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण में आत्मनिर्भर, सामर्थ्यवान और प्रगतिशील भारत की रूपरेखा को रखा सामने

मोदी स्वतंत्रता दिवस भाषण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को देश के 72वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से लगातार पांचवी बार तिरंगा फहराया और जनता के नाम अपने भाषण में कई अहम बातें कहीं। इसके साथ ही पीएम मोदी लाल किले पर सबसे ज्यादा बार ध्वजारोहण करने वाले प्रधानमंत्रियों की सूची में छठवें स्थान पर आ गए। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने अपने 82 मिनट के भाषण में कृषि, तीन तलाक, सर्जिकल स्ट्राइक, स्वछता अभियान, देश के वैज्ञानिकों, आरोग्‍य की सुविधा, देश की प्रगति, गति आदि कई अहम बिन्दुओं का जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य में भारत के विकास को लेकर अपनी योजनाओं के बारे में भी बताया। वर्ष 2014 से मोदी सरकार ने किस तरह से देश के विकास और सुधार के लिए काम किया है चलिए अब उन अहम बिन्दुओं पर गौर कर लेते हैं।

पीएम मोदी ने अपने भाषण में बताया कि कैसे उनकी सरकार सत्ता में आने के बाद से दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, महिलाएं सभी के हकों की रक्षा के लिए संसद में संवेदनशीलता और सजगता के साथ सामाजिक न्‍याय को और अधिक मजबूत बनाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा, “ओबीसी आयोग को सालों से संवैधानिक स्थान के लिए मांग उठ रही थी। इस बार संसद ने पिछड़े, अति पिछड़ों को, उस आयोग को संवैधानिक दर्जा दे करके, एक संवैधानिक व्‍यवस्‍था दे करके, उनकी हकों की रक्षा करने का प्रयास किया।“ उन्होंने इस दिशा में सरकार द्वारा की गयी कई फल का भी जिक्र किया। उन्होंने लाला किले से देश की महिलाओं के लिए स्‍थाई कमीशन की घोषणा की जिससे अब महिलाएं भी स्थायी कमीशन के माध्यम से सशस्त्र बलों में शामिल हो सकेंगी। उन्होंने कहा, “सशस्‍त्र सेना में शोर्ट सर्विस कमीशन के माध्‍यम से नियुक्‍त महिला अधिकारियों को पुरूष समकक्ष अधिकारियों की तरह पारदर्शी चयन प्रक्रिया द्वारा स्‍थाई कमीशन की घोषणा करता हूं।”

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि में आधुनिकता को बढ़ावा देने की बात कही साथ ही ‘बीज से बाजार तक’ सभी का आधुनिकरण करने, कृषि निर्यात नीति की दिशा में आगे बढ़ने और किसानों को विश्व बाजार में ताकत से खड़ा करने की बात कही। पीएम मोदी ने तीन तलाक से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने ओए इस कुरीति से देश की मुस्लिम बेटियों को बचाने की की बात कहते हुए उन्होंने कहा “तीन तलाक की कुरीति ने हमारे देश की मुस्लिम बेटियों की जिंदगी को तबाह कर दिया है, जिनको तलाक नहीं मिला है वे भी इस दबाव में गुजारा कर रही हैं। इस कुप्रथा को खत्म करने के लिये हम प्रयासरत हैं।”

पीएम मोदी के भाषण का एक अहम बिंदु अंतरिक्ष की दुनिया में देश की प्रगति भी था। उन्होंने कहा, “2022, जब आजादी के 75 साल होंगे तब या हो सके तो उससे पहले ही भारत का कोई भी व्यक्ति अं‍तरिक्ष में जा सकेगा। हम गगनयान लांच करके विश्‍व में चौथा देश बन जाएंगे जो मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाला होगा।“

इसके अलावा उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के हर गरीब को आरोग्य की सुविधा प्रदान करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय की जयंती पर 25 सितम्‍बर को प्रधानमंत्री जनआरोग्‍य अभियान प्रारंभ करने की बात कही जिससे देश के हर गरीब को बड़े अस्पतालों में उन्हें आरोग्य सुविधा मुफ्त में मिल सकेगी।  इसके तहत 10 करोड़ परिवारों को, यानी करीब-करीब 50 करोड़ नागरिकों को 5 लाख रुपये सालाना देने की योजना है। ये टेक्नोलॉजी संचालित व्यवस्था है और आने वाले 4-5-6 सप्‍ताह में देश के अलग-अलग कोने में इस टेक्नोलॉजी  की टेस्टिंग शुरू करने की बात कही।

पीएम मोदी ने अपने भाषण में बताया कि उज्‍ज्‍वला योजना और सौभाग्‍य योजना जैसी पहल लोगों को सम्‍मान दिला रही हैं। स्‍वच्‍छ भारत मिशन की बात जब पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने पहले भाषण में कही थी तब लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया था लेकिन उन्होंने अपने पांचवें भाषण में इस मिशन से देश में आये बदलाव की बात कही और ये भी बताया कि खुद डब्‍ल्‍यूएचओ जैसी संस्था ने देश में इस दिशा में हुई प्रगति की सराहना की है।

पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान यूपीए सरकार के कामकाज की गति के सच को भी सामने रखा उन्होंने कहा, “वर्ष 2013 में हमारा देश जिस रफ़्तार से चल रहा था जीवन के हर क्षेत्र में 2013 की तेज रफ़्तार थी, उस 2013 की रफ्तार को अगर हम आधार मानकर सोचे और पिछले चार वर्षों में जो काम हुए हैं उन कामों का हम अगर लेखा जोखा करें तो आपको अचरज होगा कि देश की रफ़्तार क्या है, गति क्या है प्रगति कैसे आगे बढ़ रही है, अगर वर्ष 2013 की रफ़्तार से चले होते तो उस काम को पूरा करने में शायद 100 वर्ष भी कम पड़ जाते।” वास्तव में पिछले चार वर्षों में जिस गति से देश में में बदलाव आये हैं वो पिछले कई दशकों में नहीं हुआ था। आज सिर्फ देश में ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी सराहना की जा रही है। अपने भाषण में पीएम मोदी ने दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था के रूप में भारत के उभर कर सामने आने की भी चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने विभिन्‍न महत्‍वपूर्ण घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए भारत के आत्मविश्वास की भी चर्चा की। उन्होंने इस दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण घटनाक्रमों का भी जिक्र किया जिसमें कमजोर पृष्‍ठभूमि वाले युवा भारतीय खिलाड़ियों की उपलब्धियों का भी जिक्र था।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में जीएसटी को लागू करने में छोटे व्यापारियों की भूमिका, भारत के ईमानदार करदाताओं की राष्‍ट्र की प्रगति में उल्‍लेखनीय भूमिका, अंतरिक्ष में भारत के सफल प्रयास, अर्थव्यवस्था, देश के किसानों की स्थिति में सुधार, दुनिया में भारत की स्थिति, महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में लिए गये निर्णय, एक रैंक-एक पेंशन, ओबीसी आयोग और राष्ट्र हित के लिए किये सभी बदलावों, नीतियों सभी का अपने भाषण में जिक्र किया। बुजुर्ग, दिव्यांग, महिलाएं, दलित, पीड़ित, शोषित, जंगलों में ज़िंदगी गुजारने वाले आदिवासी भाई-बहन, हर किसी को उनकी आशा और अपेक्षाओं के अनुसार उन्हें आगे बढ़ाने के लिए वर्तमान सरकार द्वारा लिए गये निर्णयों और नीतियों को सामने रखा। उन्होंने अपने भाषण में हर उस बिंदु को शामिल किया और हर उस सवाल का जनता को जवाब दिया जो पिछले कुछ समय से उठते आये हैं। साथ ही उन्होंने जनता को वर्ष 2013 तक में विकास की गति और बीते चार वर्षों तक में भारत के विकास की गति पर गौर करने के लिए कहा।

उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “भारत प्रगति करे, देश में कुपोषण समाप्‍त हो और देशवासी बेहतर जिंदगी जियें, ये देखने के लिए वह बेसब्र, व्‍याकुल और उत्सुक हैं।“ अपने भाषण में उन्होंने हिन्‍दुस्‍तान को आत्‍मनिर्भर, सामर्थ्‍यवान, विकास की निरंतर गति को बनाये रखने, लगातार नई ऊंचाइयों को पार करने वाला देश बनाने की बात कही जो सिर्फ उनके प्रयास से नहीं बल्कि हर तबके, हर क्षेत्र हर नागरिक के योगदान से ही संभव है। ऐसा हिंदुस्तान जिसकी दुनिया में अपनी दमक हो। पीएम मोदी ने अपने भाषण में हर नागरिक के योगदान की बात कही और उनका कहना बिलकुल सही भी है क्योंकि देश की उन्नति, प्रगति तभी संभव है जब देश के प्रधानसेवक के साथ देश का हर नागरिक मिलकर प्रयास करे। पीएम मोदी के भाषण से जरुर ही आम जनता ने देश में हुए सकारात्मक बदलाव को बारीकी से समझा होगा। पीएम मोदी ने वास्तव में देश को नई दिशा दी है और 2019 में होने वाले आम चुनाव में जरुर ही पीएम मोदी को यही दिशा एक बार फिर से देश की सेवा करने का मौका देगी।

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