केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने आयुष्मान भारत को लेकर केजरीवाल को सिखाया सबक

केजरीवाल आयुष्मान भारत

अरविंद केजरीवाल ने आयुष्मान भारत योजना को ‘जुमला’ कहा तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के तर्कों की ऐसी-तैसी कर दी। गौरतलब है कि पीएम मोदी अपनी महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना झारखंड में लॉन्च कर चुके हैं। इस योजना के जरिये देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा। योजना से देश के करीब 50 करोड़ गरीब लोगों को लाभ मिलेगा। इस योजना की पूरी जानकारी देने के लिए 14555 हेल्पलाइन नंबर और और वेबसाइट (mera।pmjay।gov।in) सरकार द्वारा लॉन्च की जा चुकी है। हालांकि, इस योजना को पांच राज्यों ने लागू करने से इंकार कर दिया। ये राज्य दिल्ली, केरल, ओडिशा, पंजाब और तेलंगाना है। इस योजना से जुड़े कुछ पहलुओं को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच गतिरोध है जिस वजह से ये योजना इन राज्यों में लागू नहीं हो पायी। इस योजना को लागू न करने के पीछे सभी राज्यों ने अपने-अपने कारण सामने रखे लेकिन दिल्ली के सीएम केजरीवाल कारण बताने की जगह आर्थिक रूप से कमजोर जनता के लिए लाभ की योजना को ‘जुमला’ का नाम दे दिया।

केजरीवाल ने कहा, “अमित शाह जी, आयुष्मान भारत योजना भी आपकी बाकी योजनाओं की तरह केवल ‘जुमला’ है। इसे मैंने अच्छी तरह पढ़ा है। इसमें एक आदमी का भी इलाज हो जाए तो बताना। स्वच्छ भारत में कितनी गलियां और सड़कें साफ़ हुईं? कितने लोगों का काला धन वापस आया? कब तक इस देश के लोगों को बेवक़ूफ़ बनाओगे?” केजरीवाल के इस ट्वीट का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “PMJAY योजना का लाभ अब तक 18000 से अधिक लोगो को मिल चुका है। ये वो ग़रीब,वंचित लोग है जो पैसो के अभाव मे इलाज नहीं करवा पाते थे। अगर आप दिल्ली मे ये योजना लागू करते तो, लोग फ़्री वाइफ़ाई के माध्यम से जानकारी ले लेते और आप CCTV से निगरानी कर लेते।“

अपने इस जवाब से जेपी नड्डा ने केजरीवाल के दिखावे की पोल खोल दी जो खुद जनता की भलाई के लिए कुछ करते नहीं है जिन्हें महंगा नाश्ता करने से फुर्सत नहीं वो एक महत्वपूर्ण योजना को ‘जुमला’ का नाम दे रहे हैं। जबकि अन्य राज्यों की तरह दिल्ली के पास अपनी कोई स्वास्थ्य योजना नहीं है और यहां की स्वास्थ्य देखभाल स्थिति सबसे खराब है। हर साल दिल्ली में डेंगू से कई लोग मौत के मुंह में समा जातें हैं लेकिन इस तथ्य को जानते हुए वो अपने अहंकार के आगे इस योजना के लाभ को नजरअंदाज कर रहे हैं। यही नहीं आम आदमी पार्टी ने तो अपनी संकीर्ण सोच का उदाहरण सामने रखते हुए ये कहा था कि, दिल्ली सरकार इस योजना को तभी लागू करेगी जब इस योजना का नाम बदलकर‘मुख्यमंत्री आम आदमी स्वास्थ्य बीमा योजना-आयुष्मान भारत’ रखा जायेगा। ऐसा लगता है कि उन्हें ये डर है कि अगर वो इस योजना को अपने राज्य में लागू करेंगे तो इससे बीजेपी को फायदा होगा और वो सत्ता से बाहर हो जायेंगे, स्पष्ट रूप से वो दलगत राजनीती के कारण गरीब परिवार को इस योजना से वंचित कर रहे हैं।

नेशनल हेल्थ पॉलिसी के मसौदे के अनुसार, “देश में 63 मिलियन लोगों को हर साल अपने स्वास्थ्य पर किए गए खर्च की वजह से गरीबी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनके इलाज लिए कोई वित्तीय सुरक्षा नहीं है।” ऐसे में आयुष्मान भारत योजना सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को सुनिश्चित करने के लिए एक प्रभावी तंत्र साबित हो रहा है। जेपी नड्डा का ब्यान ये साबित भी करता है लेकिन अपनी स्वार्थ की राजनीति के आगे केजरीवाल को आम जनता कहां नजर आती है।

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