राहुल गांधी कैलाश मानसरोवर गए भी हैं या नहीं?

राहुल गांधी मानसरोवर

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों कैलाश मानसरोवर यात्रा पर निकले हैं। राहुल 31 अगस्त को इस यात्रा पर रवाना हुए थे और ये यात्रा 12 दिनों तक की है। वो 12 सितंबर को इस यात्रा से वापस लौटेंगे।  इस दौरान उन्होंने अपनी यात्रा के आध्यात्मिक अनुभवों को अपने ट्विटर पर शेयर किया है। हालांकि, जो तस्वीरें उन्होंने साझा की है उससे कई गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। क्या वो सच में मानसरोवर की यात्रा पर हैं या रेस्टोरेंट में चिकन मोमो, चिकन कुरकुरे का मजा ले रहे हैं। दरअसल, ये सवाल हम नहीं बल्कि ट्विटर पर कुछ यूजर कर रहे हैं।

इसके साथ ही यूजर ये भी सवाल कर रहे हैं कि उन्होंने अपनी यात्रा को लेकर कोई सेल्फी अब तक क्यों शेयर नहीं की?

गौरतलब है कि चीन में ट्विटर बैन है ऐसे में उन्होंने मानसरोवर से जुड़ी तस्वीरें अपने अधिकारिक ट्विटर पर कैसे शेयर की ? क्या चीन में ट्वीटर के उपयोग के लिए राहुल गांधी के लिए ख़ास प्रबंध किया गया है। इससे भी बड़ा सवाल तो ये तो उठता है कि कैलाश मानसरोवर में कोई नेटवर्क कवरेज नहीं है ऐसे में वो कौनसा नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हैं जो उन्हें इतनी बढ़िया सर्विस दे रहा है? उन्हें आम जनता को इस नेटवर्क के बारे में बताना चाहिए। ऐसे कई सवाल हैं जो आम जनता उनके पोस्ट पर उनसे कर रही है। राहुल गांधी जब भी कोई काम करते हैं वो विवादों से जुड़ जाता है और उनके प्रयासों से कांग्रेस की छवि पर बुरा असर पड़ता रहा है। फिर भी कांग्रेस अपने अध्यक्ष के बचाव में जुटी रहती है। जब जनता ने सवाल दागने शुरू किये तो राहुल गांधी ने वहां की एक ग्रुप सेल्फी शेयर की जिससे आलोचकों का मुंह बंद हो जाए और स्पष्ट हो जाये कि वो वास्तव में मानसरोवर की यात्रा पर हैं।

इसके अलावा उनके द्वारा शेयर की गयी तस्वीरों के क्लिक को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं क्योंकि उन्होंने जो तस्वीरें शेयर की है वो गूगल से डाउनलोड की गयी है। ऐसा हम नहीं बल्कि यूजर कह रहे हैं। आप कितना भी दिखावा करें सच जनता की नजरों से छुप नहीं सकता। राहुल गांधी इतने बेहतरीन फोटोग्राफर कब से हो गये ये तो नहीं पता लेकिन जिन तस्वीरों को उन्होंने शेयर किया है वो गूगल पर एक साधारण से सर्च से भी पता चल जायेगा।

राहुल गांधी ने एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, “मानसरोवर झील का पानी बेहद शांत, स्थिर और कोमल है। ये झील सब कुछ देती है और कुछ नहीं लेती। कोई भ यहां का पानी ग्रहण कर सकता है। यहां कोई नफरत नहीं है। इसलिए भारत में इस जल को पूजा जाता है।“ इस ट्वीट के जरिये राहुल गांधी ने भारत पर तंज कसा है और बताने की कोशिश की है कि वो भी देश में फैली हुई नफरत के बीच वो प्यार और शांति को बढ़ावा देते हैं। शायद उनके इस प्रेम का ही असर है कि कांग्रेस घोटाला भी कर लेती है, हिंसा को भी आग देती है और किसी को पता भी नहीं चलता। एक शिवभक्त और उसकी भक्ति में अपार प्रेम होता है ऐसे में एक पवित्र तीर्थस्थान की यात्रा पर भी वो तंज कसने का मौका नहीं छोड़ रहे।

कैलाश मानसरोवर जैसे पवित्र स्थान पर नफरत की भावना मन में कैसे हो सकती है जहां शान्ति और प्रेम की अनुभूति एक भक्त को हर नकारात्मकता से दूर कर देता है लेकिन एक ‘इच्छाधारी हिंदू’ ऐसा जरुर कर सकता है। इस तरह का ट्वीट राहुल गांधी की मानसिकता को दर्शाता है जो स्पष्ट करता है कि वो प्रेम का चादर ओढ़े रहते हैं और मन में नफरत की भावना रखते हैं।

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