#HeToo: ‘वो मुझे पीटती और जलील करती थी’..अध्ययन सुमन ने सुनाई अपनी आपबीती

अध्ययन सुमन

इन दिनों #MeToo कैंपेन बॉलीवुड से लेकर टीवी इंडस्ट्री और मीडिया तक में चर्चा है। इसके जरिये महिलाएं अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न पर खुलकर बोल रही हैं और सभी लोग उनकी सराहना कर रहे हैं लेकिन जब यही बात एक पुरुष कहता है तो उसका मजाक क्यों बनाया जाता है? क्यों उसे जलील किया जाता है? क्यों उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाता है? माना महिलाओं के साथ हुए अभद्र व्यवहार, हिंसा जैसे मामले हमारे देश में सामने आते रहे हैं लेकिन जब यही बात कोई पुरुष हिम्मत कहता है तो उसकी बातों पर कोई विश्वास नहीं करता है। ज्‍यादातर मामलों में पुरुषों की बात कोई सुनता ही नहीं बल्कि हर जगह महिला की बात को ज्यादा महत्व दिया जाता है। समाज भी इस बात को स्वीकार नहीं करता कि पुरुषों के साथ महिलाएं हिंसा या अभद्रता करती हैं। ऐसा ही कुछ बॉलीवुड अभिनेता शेखर सुमन के बेटे अध्ययन सुमन भी कहते हैं जो खुद को कंगना द्वारा हिंसा का शिकार बताते हैं। आज जब #MeToo कैंपेन को लेकर महिलाएं खुलकर बोल रही हैं तो उनका भी दर्द छलक पड़ा लेकिन अफसोस वो इस बात से आज भी डरते हैं कि कहीं फिर से उनका मजाक न बना दिया जाए। हालांकि, वो ये भी दावा करते हैं कि वो अब अपनी जिंदगी में काफी आगे बढ़ चुके हैं और बीती बातों को भुला चुके हैं लेकिन कुछ चीजें आज भी उनके जहन से नहीं जाती हैं।

अध्ययन सुमन ने #MeToo कैंपेन की आंधी में एक के बाद एक ट्वीटस किये हैं और स्पष्ट रूप से उन्होंने अपने ट्वीटस में कंगना की ओर इशारा भी किया है और अपनी आपबीती सुनाई है। ये रहे अध्ययन सुमन के ट्वीटस:

अध्ययन सुमन ने अपने ट्वीटस में बताया है कि कंगना न सिर्फ उन्हें जलील करती थीं बल्कि कई बार उन्हें फिजिकली भी प्रताड़ित करती थीं। एक बार तो उन्हें कई गंभीर चोटें भी आई थी। दो साल पहले की घटना को याद करते हुए कहा कि तब मैंने सभी को बताया कि किस तरह से कंगना के साथ रिलेशनशिप में उन्हें तरह तरह की प्रताड़ना झेलनी पड़ती थी लेकिन तब किसी ने भी उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया था बल्कि इसके विपरीत सभी उनका मजाक उड़ा रहे थे।

बता दें कि, अध्ययन ‘राज-2’ में कंगना के साथ काम कर चुके हैं और दोनों के बीच अफेयर की खबरें तब चर्चा में थीं लेकिन बाद में दोनों का ब्रेकअप हो गया। इसके बाद कंगना का ऋतिक के साथ कथित अफेयर की चर्चा मीडिया थी उसके बाद दोनों के इस कथित अफेयर की क्या हालत हुई किसी से भी वो विवाद छुपा नहीं है।

 

अध्ययन सुमन ने न सिर्फ कंगना पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया बल्कि उन्होंने बताया कि कैसे कंगना द्वारा किये गये मेंटल और फिजिकल टॉर्चर पर जब वो खुलकर बोले तो सभी ने उनका मजाक बनाया था यहां तक कि इस मामले में उनके पिता को भी नेशनल टेलीविजन पर कई भद्दी बातें सुननी पड़ीं थीं।

अधययन ने कहा कि, “आज जब सभी #MeToo कैंपेन के जरिये अपनी कहानी बयां कर रहे हैं तो सभी मुझे भी अपनी कहानी साझा करने के लिए कह रहे हैं लेकिन जब मैंने दो साल पहले अपनी आपबीती सुनाई थी तब मुझे अपमानित किया गया था। इसके साथ ये तक कहा गया कि मैं एक असफल करियर वाला लड़का हूं। सभी को हक है कि वो अपने दर्द को साझा करे। उस वक्त जितने भी लोगों ने मेरा समर्थन किया था मैं उनका शुक्रगुजार हूं।”

अध्ययन की भावनाओं का मजाक उड़ाने के लिए शेखर सुमन ने राहुल कनवाल को खरी खोटी सुनाई:

इसी तरह से चेतन भगत ने भी अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न पर खुलकर सफाई दी और कुछ ऐसे तथ्य पेश किये जिसे झूठलाया नहीं जा सकता है। आज ऐसी स्थिति बन चुकी है कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ इसका आंकलन करना मुश्किल हो गया है। हालांकि, यदि अध्ययन सुमन सच बोल रहे हैं तो इससे कंगना रनौत शक के घेरे में आ जाती हैं इसके साथ ही उनके वो आरोप भी जो उन्होंने ऋतिक रोशन पर लगाये थे। ऐसे में क्या ये कंगना के दोहरे रुख को नहीं दिखाता है? एक तरफ वो अध्ययन सुमन के साथ इस तरह का बर्ताव करती हैं और ऋतिक पर अभद्र व्यवहार और धोखा देने के आरोप मढ़ती हैं।

इसके अलावा अध्ययन ने जो कहानी व्यक्त की है उसकी गहराई में जायें तो ऐसा लगता है कि कुछ पुरुष भी महिलाओं की तरह ही उत्पीड़न का शिकार होते हैं। फिल्म ‘बद्रीनाथ की दुल्हनिया’ में भी पुरुष उत्पीड़न का मजाक उड़ाया गया था। शायद यही वजह है कि न जाने कितने ही ऐसे पुरुष मजाक न बन जायें इस डर से चुप्पी साध लेते हैं। माना पुरुष महिला के मुक़ाबले शारीरिक रूप से मजबूत होते हैं लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं है की वो घरेलु हिंसा न सहता हो या उत्पीड़न का शिकार न होता हो? वो चाहकर भी खुलकर समाज में नहीं बोल पाते हैं और कुछ बोलते भी हैं तो कोई उनकी बात मानने को कोई तैयार नहीं होता है।

अगर अध्ययन सुमन के दावों में सच्चाई है और उन्हें न्याय मिलता है तो ये भविष्य में उन पुरुषों के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगा जो खुलकर अपने साथ हुए उत्पीड़न पर नहीं बोल पातें हैं।

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