“ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स” में भारत 77वें नंबर पर पहुंचा

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस

PC: The Indian Express

भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में लंबी छलांग मारी है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में 23 अंकों की छलांग लगाते हुए भारत 77 वें पायदान पर पहुंच गया है। साल 2017 में भारत 100वें स्थान पर था और अब बुधवार को आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल जीएसटी और इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड जैसे सुधारों की वजह से भारत की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में भारी सुधार आया है जिसका मतलब है कि भारत में कारोबार करना आसान हो गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले चार सालों में भारत ने 65 देशों को पीछे छोड़ा है।  

विश्व बैंक हर साल आसान कारोबार वाले देशों की सूची जारी करता है। इस सूची में 190 देश शामिल हैं जिसमें भारत ने जबरदस्त उछाल के साथ 77 स्थान पर पहुंच गया लेकिन पीएम मोदी का उद्देश्य भारत को शीर्ष 50 में पहुंचाना है। इस सूची में न्यूजीलैंड टॉप पर है उसके बाद क्रमश: सिंगापुर, डेनमार्क और हांगकांग का नंबर है जबकि अमेरिका आठवें, चीन 46वें और पाकिस्तान136वें स्थान पर है। विश्व बैंक की कारोबार सुगमता पर साल 2019 की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक देश में कारोबार शुरू करने और उसमें सुगमता से संबंधित 10 मानदंडों में से 6 में भारत की स्थिति में सुधार हुआ है। ये मानदंड हैं, कंस्ट्रक्शन परमिट के क्षेत्र में 129 अंकों का सुधार हुआ है, जबकि ‘ट्रेडिंग अक्रॉस बॉर्डर्स’  में 66 अंक, ‘स्टार्टिंग अ बिजनेस’ में 19 अंक, गेटिंग क्रेडिट्स में 7, गेटिंग इलेक्ट्रिसिटी में 5 अंक, अनुबंध लागू करने में एक अंक के सुधार हुए हैं।

पीएम मोदी ने इस पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सूचकांक में भारत के रैंक में सुधार से मुझे खुशी है। हम आर्थिक सुधारों के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ हैं जिससे उद्योगों, निवेश तथा अवसरों को बढ़ाने का माहौल बनेगा। बीजेपी अध्यक्ष अमित ने ट्वीट करके खुशी जताते हुए कहा, “हर भारतीय के लिए ये गर्व की बात है कि भारत ने विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में फिर से ऊंची छलांग लगाई है। अब हम पिछले साल के सौवें स्थान के मुकाबले 77वें स्थान पर हैं।’’ केंद्र की मोदी सरकार लगातार कारोबारी क्षेत्र में आर्थिक सुधारों के लिए कार्य कर रही है और अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि ये गति इसी तरह से बनी रही है तो जल्द ही भारत शीर्ष 50 में भी शामिल हो जायेगा।

अब सवाल ये है कि भारत की रैंकिंग में सुधार से क्या फायदा होगा? इसका सीधा असर देश में कारोबार पर पड़ेगा। विशेषज्ञों की मानें तो इससे देश में कारोबार का माहौल बेहतर बनेगा। कंपनियां भारत में तेजी से निवेश करेंगी जिससे देश में रोजगार के अवसर पैदा होंगे। इसके साथ ही भारत को इससे और अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को अपनी ओर आकर्षित करने में मदद मिलेगी। विदेशी निवेशक भारत में और पैसा लगाने के लिए आकर्षित होंगे जिससे भारत में विदेशी निवेश में बढ़ोतरी होगी जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ेगा और बाजार में तेजी आएगी। विदेश निवेश के बढ़ने से आर्थिक व्यवस्था पर सीधा असर पड़ेगा जिससे निश्चित ही देश की आर्थिक व्यवस्था और मजबूत होगी। इससे देश में महंगाई पर काबू पान में सरकार को आसानी होगी।यही नहीं इससे छोटे कारोबारियों को अपना कारोबार बढाने में मदद मिलेगी।

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