अमेरिकी कॉमेडियन नेस्टैचू ऑफ यूनिटी और महात्मा गांधी का उड़ाया मजाक

ट्रेवर नूह, स्टैचू ऑफ यूनिटी

PC: Scroll.in

जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात में 182 मीटर ऊंची इस विशाल प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ का अनावरण किया है तब से इसे लेकर कोई न कोई नया बयान या आलोचना सामने आ रही है। इस बार इस प्रतिमा का जॉन स्टीवर्ट की जगह द डेली शो की मेजबानी संभाल रहे अफ्रीकी कॉमेडियन ट्रेवर नूह ने मजाक उड़ाया। डेली शो एक अमेरिकन टेलीविज़न प्रोग्राम है। जॉन स्टीवर्ट की जगह द डेली शो की मेजबानी संभाल रहे अफ्रीकी कॉमेडियन ट्रेवर नूह को भारत के आजादी के इतिहास के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी वो भारत की आजादी के नायकों का मजाक उड़ा रहे हैं।

ट्रेवर नूह ने अपने शो के दौरान स्टैचू ऑफ यूनिटी का मजाक उड़ाया। उन्होंने स्टैचू ऑफ यूनिटी पर बहुत ही ब्तुकी टिप्पणी की। पहले उन्होंने प्रतिमा की 400 मिलियन डॉलर (2,989 करोड़ रुपये) की लागत का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा कि इन पैसों का इस्तेमाल अवैध प्रवासियों को उनके देश लौटाने के लिए जाता तो ज्यादा अच्छा होता। इसके बाद ने महात्मा गांधी पर बेतुका सा कमेंट करते हुए उनका मजाक उड़ाया और कहा कि भारत को अपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा बनानी चाहिए क्योंकि वो काफी पतले थे। ऐसे में उनकी प्रतिमा बनते वक्त धातु और अन्य सामग्री का इस्तेमाल कम होता और लागत भी कम आती।  

ट्रेवर नूह ने कहा, “400 मिलियन डॉलर वो भी एक प्रतिमा के लिए? आपको समझ आ रहा कि इतने पैसों से तो अमेरिका में रह रहे अवैध अप्रवासियों स्वीडन फर्स्ट क्लास से वापस भेज दिया जाता। भारत कर क्या रहा है? मैं ऐसा नहीं कह रहा कि प्रतिमा नहीं बननी चाहिए बल्कि गांधी जैसी प्रतिमा बनानी चाहिए। वो अक्फी अम्शूर हैं और बहुत पतले भी हैं। ऐसे में वो इतनी ही ऊंचाई की प्रतिमा बना सकते थे और सामग्री भी कम लगती और लागत भी आधा हो जाता।

इसके बाद ट्रेवर नूह को अपने इस बेतुके और अपमानजनक टिप्पणी के लिए सोशल मीडिया पर यूजर्स ने करारा जवाब दिया। नूह को अपने अज्ञानता और अपमानजनक और बेतुके राग के लिए उपयुक्त जवाब मिल गया। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उन्हें भारत की स्टैचू ऑफ यूनिटी की प्रतिमा के महत्व के बारे में जानकारी दी।

भारत के ट्विटर यूजर्स ने ट्रेवर नूह को कहा कि यदि वो सरदार पटेल के बारे में नहीं जानते तो इस तरह की टिप्पणी करना बंद करें।

https://twitter.com/youcallmekb/status/1062314222644674560

एक ट्विटर यूजर ने कॉमेडियन से पूछा क्या अब शो में दिखाने के लिए चीजें कम पड़ गयी हैं। यूजर ने नूह पर तंज कसते हुए कहा कि दूसरे देशों के मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करें।

https://twitter.com/krish_0520/status/1061877381475024896

एक अन्य ट्विटर यूजर ने ट्रेवर नूह को भारत की संस्कृति और विरासत के प्रति सम्मान की भावना रखने के लिए कहा और पूछा कि क्या आप स्टैचू ऑफ लिबर्टी का मजाक बनना चाहेंगे?

ट्विटर यूजर ने नूह को करारा जवाब दिया। वैसे ये पहली बार नहीं भारत और इसकी सभ्यता का मजाक उड़ाना एक चलन बन गया है। वो लोग जो देश के लिए कुछ करते तो नहीं लेकिन जिन्होंने देश के लिए बलिदान दिया त्याग किया उनपर अपनी राय देने में आगे रहते हैं। भारत में ऐसे कई तत्व हैं जो बेतुके और अपमानजनक टिप्पणी करते हैं और भारत की संस्कृति और सभ्यता और नायकों का मजाक उड़ाते हैं वो भी सिर्फ पब्लिसिटी के लिए वो ऐसा करते हैं। हमारे देसी लिबरल्स एक मुद्दा उठाते हैं और फिर उनके पश्चिमी समकक्ष इसे लोकप्रिय बनाते हैं। ट्रेवर नूह को इसके लिए भारत से माफ़ी मंगनी चाहिए खासकर देसी लिबरल समुदायों को जो अपने प्रोपेगंडा के लिए इस तरह की गुमराह करने वाली खबरों को बढ़ावा देते हैं।

गुजरात के नर्मदा जिले में बने सरदार वल्लभ भाई पटेल की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए पर्यटक भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। महज 3 दिनों में ही यहां टिकट्स की बिक्री से 1।26 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। यही नहीं इस प्रतिमा से दुनिया भर में भारत की इस प्रतिमा की चर्चा हो रही है जबकि देसी लिबरल इसकी आलोचना करने में व्यस्त हैं और इसी वजह से बाहरी लोगों को प्रतिमा पर चुटकी लेने का मौका मिल रहा है।

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