राजस्थान में जैसे-जैसे मतदान की तारीख नजदीक आती जा रही है, चुनावी घमासान भी चरम पर पहुंचता जा रहा है। राज्य में वसुंधरा राजे सिंधिया के सामने सत्ता में बने रहने की चुनौती है। वहीं कांग्रेस के सामने अपने आंतरिक मतभेदों को दूर करके एंटी इनकंबेंसी का फायदा उठा सत्ता पाने की चुनौती है। दोनों पार्टियां ही अपने-अपने स्टार प्रचारकों से प्रदेश में चुनावी प्रचार करवा रही हैं। राज्य में कांग्रेस की ओर से पायलट, गहलोत और राहुल गांधी जनता से वोट मांगने में लगे हैं। वहीं भाजपा ने अपने परंपरागत स्टार प्रचारकों के अलावा इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए उतारा है। राजस्थान में उनकी लगातार ताबड़तोड़ रैलियां होने वाली हैं। इसका कारण यह है कि, राजस्थान के कुछ जिलों में नाथ संप्रदाय के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं और वे योगी के समर्थक भी हैं। चुनावी विश्लेषकों का तो मानना है कि ‘महंत’ योगी आदित्यनाथ राजस्थान में भाजपा के लिए ट्रंप कार्ड साबित होने वाले है।
दरअसल ‘महंत’ योगी आदित्यनाथनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के साथ ही नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े महंत भी हैं। वहीं राजस्थान की बड़ी आबादी पर नाथ संप्रदाय का प्रभाव है। राजस्थान में इस वक्त नाथ संप्रदाय के 46 बड़े मठ हैं। इन मठों का चूरू, सीकर, झुंझुनूं, मंडी, मंडावा, हनुमानगढ़, बीकानेर, रतनगढ़, जयपुर सहित कई और पड़ोसी जिलों में प्रभाव है। नाथ संप्रदाय का ओबीसी जातियों में खास प्रभाव माना जाता है। इन मठों ने राजस्थान के इन जिलों में बहुत से सामाजिक कार्य भी किए हैं जिसके कारण इन जिलों में ये काफी फेमस हैं। ऐसे में योगी आदित्यनाथ की रैलियां भाजपा के लिए ट्रंप कार्ड और कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकती है।
राजस्थान में बीजेपी के प्रचार अभियान को देख रहे नेताओं का कहना है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभाव तो देशभर में है। वे पार्टी के सबसे बड़े प्रचारक हैं, लेकिन सीएम योगी भी चुनावी प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। पार्टी त्रिपुरा चुनाव में योगी के प्रचार का प्रभाव देख चुकी है। हिंदुत्व के मुद्दे पर जब सीएम योगी जी बोलते हैं तो उसका एक अलग ही असर होता है। इस पर राजस्थान में नाथ संप्रदाय के लोगों का योगी से जुड़ाव एक नया समीकरण लेकर आया है। इसी बात को ध्यान में रखकर राजस्थान में उनकी ज्यादा से ज्यादा रैलियां कराई जा रही है। पार्टी का कहना है कि, योगी आदित्यनाथ 23 नवंबर से 30 नवंबर तक राजस्थान में ही रुकेंगे। यहां महंत योगी आदित्यनाथ की कुल 21 रैलियां प्रस्तावित हैं। इससे योगी आदित्यनाथ वसुंधरा का ट्रंप कार्ड बनकर राज्य में बीजेपी को जीत दिलाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
ये हैं योगी की प्रस्तावित रैलियां
23 नवंबर: रामगंज मंडी, सांगोद, कोटा दक्षिण
24 नवंबर: पाली, सोजत, मारवाड़ जंक्शन
25 नवंबर: भीनमाल, सांचोर, रानीवाड़ा
26 नवंबर: शाहपुरा (जयपुर), फलेरा, चौमूं
27 नवंबर: कुंभलगढ़, निम्बाहेड़ा
28 नवंबर: पिलानी, सूरजगगढ़
29 नवंबर: जहाजपुरा, मांडलगढ़
30 नवंबर: अलवर शहर, किशनपोल, मुंडावर