लोकसभा चुनावों से पहले 26 करोड़ किसानों का 4 लाख करोड़ का कर्ज माफ करने की तैयारी में मोदी सरकार

मोदी सरकर बजट किसान

PC: Zee News

आम चुनावों से पहले मोदी सरकार किसानों को बड़ा तोहफा दे सकती है। सरकार किसानों की कर्जमाफी की योजना बना रही है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, केंद्र की मोदी सरकार 2019 आम चुनावों से पहले किसानों का 4 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर सकती है। अभी हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की असफलता के बाद अब मोदी सरकार की यह योजना लोकसभा चुनावों में पार्टी के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है। विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने हिंदी बेल्ट वाले राज्य मध्यप्रेदश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपनी सरकार गंवाई है। ये तीनों ही राज्य कृषि प्रधान हैं और इनमें बीजेपी का मजबूत जनाधार भी है। वहीं इन राज्यों में बीजपी की हार का मुख्य कारण किसानों की नाराजगी भी माना जा रहा है। ऐसे में मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए कर्ज माफी की योजना बनाना किसानों के लिए तो बहुत फायदेमंद होगा ही बल्कि पार्टी के लिए भी 2019 के आम चुनावों को देखते हुए फायदेमंद होगा।

देश के 26 करोड़ किसानों का कर्ज माफ करने की योजना

केंद्र सरकार अपनी इस योजना के तहत देश के करीब 26 करोड़ किसानों का कर्ज माफ कर सकती है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, मोदी सरकार शीघ्र ही इस पर काम शुरू कर देगी। इसके साथ ही सरकार फसलों का समर्थन मूल्य बढ़ाने की भी घोषणा कर सकती है। सरकार की यह योजना क्रियान्वित होती है तो देश के करोड़ों किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हो सकेगी। काफी समय से किसानों में जो समर्थन मूल्य को लेकर नाराजगी देखी जा रही है, वो इस योजना के बाद काफी हद तक दूर होने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेट्री अशोक दलवी ने भी कहा है कि, सरकार का उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना है।

4 लाख करोड़ रुपये का लोन होगा माफ

सूत्रों के अनुसार, मोदी सरकार  की इस योजना से किसानों का 4 लाख करोड़ रुपए का लोन माफ हो सकेगा। सुत्रों के अनुसार कर्ज माफी के लिए पैसे के आवंटन पर जल्द ही काम होगा। गौरतलब है कि, साल 2008 में यूपीए सरकार ने भी किसानों का 72 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया था। यूपीए सरकार ने उस कर्जमाफी के बाद साल 2009 के लोकसभा चुनावों में ज्यादा बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। अब मोदी सरकार द्वारा लायी जा रही यह योजना किसी भी सरकार द्वारा किसानों के लिए की गई सबसे बड़ी कर्जमाफी होगी। हालांकि, सरकार की इस कर्जमाफी के बाद देश का राजकोषीय घाटा बढ़ सकता है।

2019 के आम चुनावों में होगा बड़ा फायदा

कुछ महीनों बाद ही देश में आम चुनाव आने वाले हैं। ऐसे में किसानों के लिए कर्जमाफी जैसी बड़ी घोषणा से बीजेपी अपने वोटबैंक का काफी विस्तार कर पाएगी। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में बीजेपी की हार के पीछे कुछ किसान नेता मुख्य कारण किसानों की नाराजगी बता रहे हैं। उनका कहना है कि, बीजेपी को इन चुनावों में गांवों से बहुत कम वोट मिले हैं। बता दें कि, बीते दिनों दिल्ली और मुंबई में देश भर से आए किसानों ने विरोध प्रदर्शन किये थे। साथ ही किसानों की यह राय है कि, जो पार्टी उनकी कर्ज माफी करेगी वे उसे ही वोट करेंगे। एक तथ्य यह भी है कि, किसी भी चुनाव से पहले जिस पार्टी ने अपने प्रचार में किसानों का कर्जमाफ करने की घोषणा की है, चुनाव परिणाम उसी पार्टी के पक्ष में रहे हैं। साल 2017 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने कर्जमाफी का ऐलान किया था। इन चुनावों में राहुल गांधी ने किसान यात्रा शुरू की थी, लेकिन बीजेपी ने इससे पहले ही कर्जमाफी का ऐलान कर दिया,जिसके बाद बीजेपी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई।

Exit mobile version