मिशेल के प्रत्यर्पण से डर गये माल्या, कहा, बैंकों का 100% कर्ज चुकाने को तैयार हूं

विजय माल्या कर्ज प्रत्यर्पण

PC: Mid-day

समझदारों के लिए इशारा काफी होता है और ये पंक्तियां  विजय माल्या पर बखूबी सटीक बैठती है। दरअसल, भारतीय बैंकों से 9000 हजार करोड़ लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्य अब पूरी तरह से बैकफुट पर चले गए हैं। जो विजय माल्या देश छोड़कर भागा-भागा फिर रहा था, कानूनी कार्रवाई के लिए भारत नहीं आ रहा था, अब वो माल्या खुद ही सारे कर्ज चुकाने के लिए तैयार है।

बता दें कि माल्या का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत की मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड मामले में क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण कराने में सफलता पाई है। जरूर मिशेल के प्रत्यर्पण ने माल्या को सबक दिया है। तभी तो माल्या ने ट्विट कर 100% कर्ज चुकाने की बात कर रहे हैं।

माल्या ने कहा, “नेताओं और मीडिया ने उन्हें गलत तरीके से “डिफॉल्टर” के रूप में पेश किया। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “मैंने देखा है कि मेरे प्रत्यर्पण के फैसले को लेकर मीडिया में कई चर्चाएं चल रही हैं। यह अलग मामला है और इसमें कानून अपना काम करेगा।”

माल्या ने कहा, “जनता के पैसे सबसे जरूरी चीज है और मैं 100 प्रतिशत पैसे वापस करने की पेशकश कर रहा हूं। मैं बैंकों और सरकार से अनुरोध करता हूं कि वो इस पेशकश को स्वीकार करें।” 

विजय माल्या ने ट्वीट करके हुए कहा, “मेरे प्रत्यपर्ण का फैसले का मामला अलग है। इसमें कानून के मुताबिक कार्रवाई होगी लेकिन, जनता के पैसे का भुगतान अहम बात है और मैं 100% चुकाने के लिए तैयार हूं।“

माल्या यही नहीं रुके माल्या ने आगे कहा, “मैंने देखा है कि मेरे प्रत्यर्पण के फैसले को लेकर मीडिया में चर्चा है। नेता और मीडिया मेरे डिफॉल्टर होने और सरकारी बैंकों से लोन लेकर भागने की बात जोर-शोर से कह रहे हैं। ये गलत है। मेरे साथ ऐसा बर्ताव क्यों हो रहा है? साल 2016 में जब मैंने कर्नाटक हाईकोर्ट में सेटलमेंट का प्रस्ताव रखा था तो इसका प्रचार क्यों नहीं किया गया?”

माल्या ने बड़ी सफाई से अपनी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को हुए घाटे का ठीकरा उन्होंने ईंधन के दाम में भारी वृद्धि पर फोड़ दिया. माल्या ने कहा, “एयरलाइंस को जिस वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा, उसका मुख्य रूप से एटीएफ की ऊंची कीमतें हैं। किंगफिशर के एक शानदार एयरलाइन थी, लेकिन तब क्रूड ऑइल की कीमत 140 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थी। इससे कंपनी का घाटा बढ़ा और साथ-साथ बैंकों का कर्ज भी। मैंने उन्हें पूरा मूलधन लौटाने का ऑफर दिया है। कृपया ले लें।“

बता दें कि भारत सरकार विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रत्यर्पण का ये मामला लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में चल रहा है और इसी मामले में 12 सितंबर को आखिरी सुनवाई हुई थी। कयास लगाये जा रहे हैं कि वेस्टमिंस्टर की अदालत 10 दिसंबर को माल्या पर फैसला सुना सकती है।

वहीं दूसरी ओर भारत ने अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कथित आरोपी क्रिश्चियन मिशेल का प्रत्यर्पण कराने में सफलता हासिल की है। अब अगला नंबर माल्या का और नीरव मोदी का है। हालांकि, इसी बीच माल्या में स्थिति को भांप लिया। जरूर माल्या को लगा होगा कि इससे पहले कि कोर्ट से प्रत्यर्पण कराके भारत की मोदी सरकार माल्या को भारत खींच ले जाए, उन्होंने खुद ही आत्मसमर्पण करने का फैसला कर लिया। शायद यही वजह है कि हुए माल्या ने तुंरत ट्विट करते हुए खुद ही पूरा का पूरा कर्ज चुकाने की बात की है।  

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