बिहार में एनडीए को मिल रही बंपर सीटें, गुजरात में भी पार्टी की बल्ले-बल्ले -सर्वे

बिहार गुजरात एनडीए

PC: jansatta

लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही लोगों में इन चुनावों का परिणाम क्या होगा, इसे लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है। ऐसे में अलग-अलग मीडिया ग्रुप सर्वे में लग गए हैं। वो जानना चाहते हैं कि आखिर इस बार का चुनाव परिणाम क्या होगा। ऐसे में इंडिया टुडे- सी वोटर ने एक सर्वे कराया। सर्वे में जो बात निकलकर सामने आई, वह बीजेपी और उसके सहयोगी दलों यानी एनडीए के लिए जहां खुशी लेकर आई है तो वहीं कांग्रेस यानी यूपीए के लिए चिंता पैदा करने वाली है। यह सर्वे बिहार और गुजरात में बीजेपी की बंपर सीटें बता रहा है।

इंडिया टुडे द्वारा किए गए सर्वे में बिहार और गुजरात जैसे बड़े राज्य में एक बार फिर से बीजेपी और एनडीए का डंका बजने वाला है।  सर्वे की मानें तो बिहार में बीजेपी को 15 जबकि नीतीश कुमार की जदयू को 20 सीटें मिलने वाली हैं। इस तरह एनडीए को बिहार की 40 में से कम से कम 35 सीटें मिलने वाली हैं। वहीं दूसरी ओर अगर महागठबंधन की मानें तो उसके लिए सर्वे में निराशा हाथ लगी है। सर्वे में जनता के मूड के अनुसार आरजेडी को चार जबकि कांग्रस को एक सीटें ही मिलेंगी। इस तरह से महागठबंधन के हिस्से में मात्र पांच सीटें ही जाएंगी। यह खबर अपने आप में विपक्ष के महागठबंधन को झटका लगाने वाली हैं।

वोट शेयर के मामले में भी एनडीए ने यूपीए को एक बार फिर से बुरी तरह धोया है। सर्वे में एनडीए को जहां 45.10 प्रतिशत वोट मिल रहे हैं तो वहीं यूपीए को 37.50 प्रतिशत वोट ही मिल रहे हैं जबकि अन्य दलों के खाते में 17.40 प्रतिशत वोट ही मिल पा रहे हैं। ये आंकड़े कांग्रेस समेत पूरे महागठबंधन के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। बता दें कि यह सर्वे देश के 543 लोकसभा सीटों पर किया गया था। इस सर्वे में 22309 लोगों को शामिल किया गया था।  

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 22 सीटों पर संतोष करना पड़ा था। इसके अलावा एलजेपी को 6 सीटें और आरएलपी को 3 सीटें हाथ लगी थीं। इस  तरह से पिछले लोकसभा चुनाव में एनडीए को कुल 31 सीटें ही हाथ लगी थीं। इस बार सीटों की संख्या बढ़कर 35 हो चली है।

गौर करने वाली बात यह है कि सीटों की यह संख्या तब है, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जादुई भाषणों की श्रृंखला शुरू नहीं की है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह की ताबड़तोड़ रैलियों के बाद महागठबंधन के ऊपर मुसीबतों के और भी पहाड़ टूट सकते हैं।

2014 में हुए लोकसभा चुनाव के बारे में बात करें तो बिहार में बीजेपी को 22 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि एलजेपी ने 6 और आरएलएसपी ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की थी। मतलब बिहार की 40 सीटों में से एनडीए के खाते में 31 सीटें आई। 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी। उस चुनाव में नितीश कुमार की जेडीयू को मात्र 2 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि लालू यादव की पार्टी को 4, कांग्रेस को 2 और एनसीपी को 1 सीटों पर जीत मिली थी।

वहीं दूसरी ओर सर्वे में गुजरात में भी कांग्रेस को निराशा हाथ लगी है। एबीपी न्यूज़ और सी वोटर सर्वे की मानें तो इस चुनाव में गुजरात में एनडीए, यूपीए से कहीं आगे है। सर्वे में पता चला है कि राज्य की 26 लोकसभा सीटों में एनडीए को 24  जबकि यूपीए को मात्र दो सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं।

इस सर्वे में वोट शेयर पर भी सर्वे हुआ है। वोट शेयर के मामले में भी एनडीए ने यूपीए को पछाड़ा है। इस चुनाव में एनडीए को 54.1% और यूपीए को 39.1% वो शेयर मिलने का अनुमान है। वहीं अन्य को मात्र 6.8 % वोट मिल सकते हैं।

सर्वे में एक बात तो साफ है कि इस बार के चुनावों में महागठबंधन से कुछ खास असर नहीं पड़ने वाला है। नि:संदेह सर्वे में जनता का मूड कांग्रेस समेत पूरे महागठबंधन के लिए सिरदर्द बनकर निकला है। वहीं दूसरी ओर एनडीए इस परिणाम से उत्साहित है। इस सर्वे से एनडीए का मानोबल बढ़ेगा।

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