तीन साल पहले 9 फरवरी 2016 को दिल्ली के जेएनयू में अफजल गुरु और मकबूल भट्ट की फांसी को न्यायिक हत्या बताते हुए कुछ छात्रों ने साबरमती ढाबे के पास एक प्रोग्राम का आयोजन किया था। “द कंट्री विदआउट पोस्ट आफिस” नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में वहां मौजूद छात्रों ने देश विरोधी नारे लगाए थे। बेहद सुर्खियों में रहे जेएनयू के इस मामले की जांच अब पूरी हो चुकी है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आज इस मामले में चार्जशीट दायर कर दी है। इस चार्जशीट में देशद्रोह, दंगा भड़काना, अवैध तरीके से इकठ्ठा होना और साज़िश के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस की इस चार्जशीट में कन्हैया कुमार, अनिर्बान भट्टाचार्य और उमर खालिद सहित सात कश्मीरी छात्र आरोपी बताये गए हैं। चार्जशीट में कुल 46 लोगों के नाम हैं।
जेएनयू मामले में दिल्ली पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। यह चार्जशीट सेक्शन 124 A, 323, 465, 471, 143, 149, 147 व 120 B के तहत पेश की गई है। इस मामले में आकिब हुसैन, मुजीब हुसैन, मुनीब हुसैन, उमर गुल, रईया रसूल, बशीर भट और बशरत के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं। चार्जशीट में यह स्पष्ट है कि, कन्हैया कुमार ने देश विरोधी नारे लगाए थे। इसके लिए चार्जशीट में गवाहों का हवाला भी दिया गया है।
बता दें कि, पुलिस को कन्हैया कुमार का भाषण देते हुए एक वीडियो भी मिला है। इसके साथ ही कहा गया है कि, कन्हैया को पूरे कार्यक्रम की पहले से जानकारी थी। कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और 7 अन्य कश्मीरी छात्रों के नाम चार्जशीट में कॉलम नंबर 11 में रखे गए हैं। कॉलम नंबर 11 से तात्पर्य है कि, इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस के पास पुख्ता सबूत मौजूद हैं। इन दस आरोपियों के अलावा 36 अन्य लोगों के नाम पुलिस ने कॉलम नंबर 12 में रखे है। कॉलम नंबर 12 वाले नामों में डी राजा की बेटी अपराजिता और शहला राशिद का नाम भी शामिल है। कॉलम नंबर 12 से तात्पर्य है कि, ये आरोपी तो हैं लेकिन जांच में पुलिस को इनके खिलाफ सबूत नहीं मिल पाए।
जांच में यह कहा गया है कि, कन्हैया ने प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व किया था। पुलिस ने मामले में सबूत के लिए घटना से जुड़े कई वीडियो फुटेज सीबीआई की सीएफएसएल में जांच के लिए दिये थे जो कि सही पाए गए थे। साथ ही पुलिस ने सबूत के तौर पर लोगों के बयान, मोबाइल फुटेज, फेसबुक पोस्ट, बैनर और पोस्टर भी लिए थे।
बता दें कि, पुलिस ने घटना के बाद कन्हैया कुमार, उमर खालिद, और अनिबर्न भट्टाचार्य के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार भी किया था। उसके बाद सभी आरोपियों को दिल्ली हाईकोर्ट से सशर्त जमानत मिल गई थी और वे अभी तक जमानत पर ही चल रहे हैं। चार्जशीट दायर हो जाने से अब जल्द ही जेएनयू कांड के ये आरोपी सलाखों के पीछे होंगे।