गायक राहत फतेह अली खान पर भारत में विदेशी मुद्रा की स्मगलिंग का आरोप, ईडी ने जारी किया नोटिस

राहत फतेह अली खान स्मगलिंग ईडी

PC: Navodayatimes

पाकिस्तान के मशहूर सूफी गायक राहत फतेह अली खान की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ गयी हैं। राहत फतेह अली खान पर भारत से तीन साल तक विदेशी मुद्रा की स्मगलिंग करने का आरोप है। अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें फेमा एक्ट के तहत विदेशी मुद्रा की स्मगलिंग मामले में शोकाज नोटिस भेजा और इस मामले में उनसे जवाब मांगा है। अगर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) राहत के जवाब से संतुष्ट नहीं होता है तो उनपर 33 प्रतिशत का जुर्माना लगा सकती है। यदि राहत इस जुर्माने की भरपाई नहीं कर पाए तो उनके खिलाफ भारत में लुकआउट नोटिस जारी किया जा सकता है। अगर लुकआउट नोटिस जारी होता है तो भारत में राहत के कार्यक्रमों पर भी रोक लग सकती है। 

एबीपी न्यूज़ के अनुसार राहत फतेह अली को भारत में अवैध तरीके से तीन लाख चालीस हजार यूएस डॉलर मिले थे जिनमें से राहत ने दो लाख पच्चीस हजार डॉलर की स्मगलिंग की थी। इस मामले की जांच कर रही ईडी ने राहत फतेह अली खान को शोकाज नोटिस भेजकर दो करोड़ 61 लाठ रुपये की राशि को लेकर जवाब मांगा है।  इसके अलावा ईडी द्वारा की गयी जांच में ये भी सामने आया है कि राहत फतेह अली मीट व्यवसायी मोइन कुरैशी की बेटी की शादी में भी शामिल हुए थे। ये वही मीट व्यवसायी है जिसकी वजह से ही सीबीआई में पिछले कुछ समय से स्थिति बिगड़ी हुई है। बता दें कि साल 2011 में राहत के खिलाफ विदेशी मुद्रा नियमों के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने राहत फतेह अली खान और उनके मैनेजर मरूफ अली खान के पास से IGI एयरपोर्ट से 1.24 लाख डॉलर व अन्य विदेशी मुद्राएं बरामद की थीं। राहत के पास इन पैसों का कोई दस्तावेज नहीं था। चूंकि इस मामले में फेमा एक्ट का उल्लंघन हुआ था इसलिए ये मामला ईडी को सौंपा गया था।

ईडी को जांच में पता चला कि राहत भारत में कार्यक्रमों की आड़ में विदेशी मुद्रा की स्मगलिंग का अवैध धंधा करते हैं, फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय ने उनके खिलाफ नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है।

भारत पाकिस्तानी गायकों को अपनी जमीन पर गाने का मौका देता है और ये पाकिस्तान के गायक भारत में रहकर ही यहां स्मगलिंग का गोरखधंधा करते हैं। यहां तक कि पाकिस्तान द्वारा भारत के खिलाफ रची जा रही साजिश पर एक्शन लेता है तो यही पाकिस्तानी भारत की ही आलोचना करते हैं। यहां  तक कि एलीट बॉलीवुड भी पाकिस्तानी कलाकारों को ज्यादा महत्व देता है। खुद मशहूर गायक सोनू निगम ने इसपर नाराजगी जताई थी।

बता दें कि राहत ने बॉलीवडु में साल 2003 से करियर की शुरुआत की थी। फिल्म पाप में ‘लागी तुझसे मन की लगन’ गाना गाया, फिल्म ‘इश्किया’ के गाने दिल तो बच्चा है जैसे गानों से मशहूर हुए थे। ऐसे कई गाने हैं जिसके लिए उन्हें भारत से बेशुमार प्यार मिला है लेकिन इस प्यार के बदले वो भारत में ही विदेशी मुद्रा की स्मगलिंग को अंजाम दे रहे हैं। ये शर्मनाक है कि राहत जैसे मशहूर कलाकार हमारे देश के नियमों का उल्लंघन करते हैं। फिर भी हमारे देश के लेफ्ट  गैंग को वो बहुत भाते हैं तभी तो जब उरी हमले के बाद पाकिस्तानी कलाकारों पर बैन की खबरों ने तूल पकड़ी था तब कुछ बुद्धिजीवी वर्ग उनके समर्थन में खड़े हुए थे।

खुद केंद्रीय राज्य मंत्री और गायक बाबुल सुप्रियो ने कहा था कि, “बॉलीवुड वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करता है। भारत को पाकिस्तानी कलाकारों में बैन करके दुनियाभर में पाकिस्तान द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद का विरोध करना चाहिए।“ फिर भी कुछ लोगों ने कहा कि कला और प्रतिभा को राजनीति से दूर रखना चाहिए।  अब ये पाकिस्तानी कलाकार जिस तरह से देश में स्मगलिंग को अंजाम दे रहे हैं उसके बाद अब ये जरुरी हो जाता है कि भारत को पाकिस्तानी कलाकारों के खिलाफ सख्त कदम उठाये यहां तक कि बॉलीवुड को आगे बढ़कर इसकी शुरुआत करनी चाहिए।

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