संसद में फिर आंख मारते कैमरे में कैद हुए राहुल गांधी

राहुल गांधी आंख संसद

PC: Aaj tak

राहुल गांधी की संसद में आंख मारने वाली हरकत बंद होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बार फिर से उन्होंने ऐसी हरकत की है। मौका पाते ही राहुल गांधी ने भरी संसद में आंख मारकर फिर से अपने छिछलेपन को दर्शा दिया। उनकी ये हरकत कैमरे में कैद हो गई। दरअसल संसद में एआईडीएमके नेता एम. थंबीदुरई अपना पक्ष रख रहे थे। इसी बीच उनकी बात पर विपक्ष मेज थपथपाने लगा। राहुल गांधी भी समर्थन करते हुए मेज थपथपा रहे थे। इसी हो-हल्ले के बीच मौका पाते ही राहुल गांधी अपना काम कर बैठे। उन्होंने एक कांग्रेस अध्यक्ष की तरफ देखते हुए आंख मार दी। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की चारों ओर किरकिरी हो रही है।

बता दें कि ये पहली बार नहीं है, जब कांग्रेस अध्यक्ष संसद में आंख मारते हुए पाए गए हैं। इससे पहले संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और बहस के दौरान वो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गले मिलकर लौटते समय कांग्रेस सांसद की ओर देखकर आंख मारी थी। जबकि वो समय देश की संसद के लिए ऐतिहासिक दिन था। संसद में मौजूद सभी लोग गंभीर थे लेकिन तब भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मजाक के मूड में थे। वो वीडियो भी काफी वायरल हुआ था तब भी कांग्रेस और पार्टी अध्यक्ष की काफी किरकरी हुई थी।

एक बार फिर से कांग्रेस अध्यक्ष ने उसी तरह की हरकत करके अपनी किरकिरी करा ली है। इस बार संसद में राफेल जैसे गंभीर मुद्दे पर बहस चल रही थी। ऐसे गंभीर विषय पर चर्चा के दौरान भी राहुल गांधी गंभीर नहीं थे। जबकि संसद के बाहर वो सरकार पर आरोप लगाते फिरते हैं लेकिन संसद में उन्हें मजाक और आंख मारना सूझता है। ऐसे में उनके ऊपर सवाल उठने लाजमी हैं कि जिस समय संसद में देश हित में जरूरी मुद्दों पर बहस चल रही हो, उस समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जनता के मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा करने की बजाय बच्चों जैसे हरकत करते हैं। उन सबके बावजूद वह खुद को प्रधानमंत्री का दावेदार बताते फिरते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ये हरकत बताती है कि वो देश से जुड़े मुद्दों को लेकर कितने गंभीर हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ये हरकत बताती है कि वो जनता के मुद्दों पर कितने गंभीर हैं। वो देश की जनता, देश के मुद्दों, देश के लोकतंत्र और संसदीय गरिमा को कितनी गंभीरता से लेते हैं। उनकी ये हरकत न सिर्फ संसदीय गरिमा से खिलवाड़ है बल्कि जनता के मुद्दों का मजाक है, देश के मुद्दों का मजाक है।  

ऐसे में कांग्रेस और पार्टी के अन्य सदस्यों को कांग्रेस अध्यक्ष का मूल्यांकन करना चाहिए कि क्या वो कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष लायक हैं? पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों को समझना चाहिए कि आए दिन उनकी ऐसी हरकतें एक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को शोभा नहीं देती हैं। उनकी ऐसी हरकतों से संसद की गरिमा को ठेस पहुंचती है।

Exit mobile version