राजस्थान: गहलोत सरकार की कर्जमाफी में सामने आया बड़ा घोटाला

राजस्थान कर्जमाफी गहलोत

PC: Daily Hunt

राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने अभी कर्जमाफी की घोषणा की ही है कि, इसमें से घोटाले की बू आने लगी है। गहलोत सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के लिए कर्ज माफी की घोषणा की थी। इस घोषणा के साथ ही विशेषज्ञ कहने लगे थे कि, यह घोषणा राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद नुकसानदायक हो सकती है लेकिन, अब इस योजना में फर्जीवाड़े की खबर आई है। यह खबर राज्य के डूंगरपुर जिले से आई है। यहां कर्जमाफी की सूची में उन लोगों का भी नाम है, जिन्होंने कभी कर्ज लिया ही नहीं है। बता दें कि, कर्जमाफी के लिए करीब 18 हजार  करोड़ रुपयों की ज़रूरत है और राजस्थान सरकार के पास इतनी बड़ी राशि उपलब्ध नहीं है। अब कर्जमाफी में फर्जीवाड़े का यह मामला अशोक गहलोत के तीसरे कार्यकाल के पहले घोटाले के रूप में देखा जा रहा है।

दरअसल,कर्ज माफी की जो सूची बनाई गई है उसमें डूंगरपुर जिले के करीब 1700 लोग ऐसे शामिल हैं जिन्होंने कभी कर्ज लिया ही नहीं है। माना जा रहा है कि, यह कोई बड़ा घोटाला हो सकता है और जरूरतमंद किसानो को कर्जमाफी के लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है।

 इस बात की खबर लोगों को तब लगी तब कर्जमाफी के लाभार्थियों की सूची ऑनलाइन की गई। लोगों का कहना है कि, जरुरतमंदो का पैसा लूट लिया गया है और किसी ओर को दिया जा रहा है। आरोप है कि, कर्जमाफी सिर्फ कुछ गिने चुने किसानो और कांग्रेस समर्थकों को ही मिलने वाली है। नाराज लोगों का कहना है कि, सरकार ने चुनाव के तुरंत बाद कर्जमाफी होने का वादा किया था लेकिन गहलोत सरकार अभी तक यह वादा पूरा नहीं कर पायी है।

टाइम्स नाऊ ने कर्जमाफी के इस घोटाले के बारे पड़ताल की तो संबंधित अधिकारियों से इस बात की पुष्टि हुई है। अब अगर डूंगरपुर में ही 1700 फर्जी लोगों के नाम लाभार्थियों की सूची में हैं तो पूरे राजस्थान में कितने होंगे, यह भी एक बड़ा सवाल बन गया है। डुंगरपुर जिले में सागवाडा तहसील के गमडा गाँव में मिनी को-ओपरेटिव बेंक के अधिकारियो ने उन लोगो को भी कर्जमाफी की सूची में रखा है जिन्होंने कभी कोई कर्ज लिया ही नहीं। 

स्थानीय लोगों ने फर्जी लाभार्थियों के नाम सूची में होने को लेकर एसडीएम को लिखित शिकायत भी दी है और इस मामले की जांच करने की बात कही है।  लोगों का कहना है कि, जनता के टेक्स से जो कर्जमाफी की जा रही है, वह रुपया उचित लोगों को ही मिले। बता दें कि, राज्य सरकार ने इस संबंध में एक बैठक भी बुलाई थी। लगता है कि, कांग्रेस राज में घोटालेबाजों और भ्रष्टाचारियों का एक बार फिर बोलबाला हो गया है। यह शर्मनाक है कि, किसानों का पैसा भी अब कांग्रेस राज में कोई और लूट ले जा रहा है।

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