कैग की रिपोर्ट से राफेल पर राहुल गांधी के झूठ का हुआ खुलासा, अब क्या करेंगे गांधी वंशज?

कैग राफेल राहुल गांधी

PC: Troopel

राफेल डील को लेकर हल्ला मचाने वाले विपक्षी दल खासकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कैग की रिपोर्ट से जोर का झटका लगा है। कल तक कैग रिपोर्ट की मांग करने वाले राहुल गांधी आज कैग रिपोर्ट को चौकीदार जनरल रिपोर्ट बताने से भी नहीं हिचक रहे हैं। राफेल डील को घोटाले का रूप देने की कोशिश कर रहे राहुल गांधी को हर तरफ से मुंह की खानी पड़ी है लेकिन फिर भी वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं।

दरअसल, आज बुधवार को कैग की रिपोर्ट राज्यसभा में पेश हुई जिसमें ये सामने आया कि ‘126 विमानों के लिए किए गए सौदे की तुलना में भारत ने भारतीय जरूरत के अनुसार करवाए गए परिवर्तनों के साथ 36 राफेल विमानों के सौदे में 17.08 फीसदी रकम बचाई है।’ रिपोर्ट में बताया गया है कि एनडीए सरकार के दौरान राफेल डील यूपीए की तुलना में 2.86 फीसद सस्ता है। इससे सस्ती डील उपलब्ध ही नहीं थी। रिपोर्ट में ये भी सामने आया है कि 18 लड़ाकू विमानों की डिलिवरी 126 विमानों की डिलिवरी की तुलना में भारत के लिए फायदेमंद है। इसका मतलब साफ़ है कि एनडीए सरकार की तरफ से जो राफेल डील हुई है उससे भारत को कोई घाटा नहीं हुआ है बल्कि ये डील न सिर्फ यूपीए के सौदे की तुलना सस्ती है बल्कि भारत के लिए फायदेमंद भी है।

बता दें कि कैग ने राफेल पर 12 चैप्टर की रिपोर्ट तैयार की है और इसकी एक एक प्रति राष्ट्रपति पर वित्त मंत्रालय भी भेज दी है। आज इस रिपोर्ट के पेश होने से पहले विपक्ष ने जमकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और ‘राफेल में घोटाला हुआ है’ का नारा अलापा। अब जब कैग की रिपोर्ट ने भी एनडीए सरकार को क्लीनचिट दे दी है तो, राहुल गांधी को इस रिपोर्ट पर भी यकीन नहीं है तभी तो उन्होंने इस रिपोर्ट को चौकीदार जनरल रिपोर्ट करार दे दिया।ये वही गांधी वंशज हैं जो कल तक कैग रिपोर्ट की मांग कर रहे थे आज जब रिपोर्ट आ गयी तो ये भी इनके हिसाब से झूठी है। वास्तव में ये राहुल गांधी के दोहरे रुख को दर्शाता है।

वहीं, द हिंदू ने आधी अधूरी खबर छाप कर राफेल डील को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल किये तो ये रिपोर्ट उनके लिए बिलकुल सही और विश्वसनीय थी।  ये दोहरा मापदंड नहीं है तो क्या है? कैग की रिपोर्ट के आने से राफेल को चुनावी मुद्दा बनाने की राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की कोशिशों पर पानी जरुर फिर गया है। फिर भी गांधी वंशज हैं कि एक ही राग अलाप रहे हैं कि घोटाला हुआ है। कहां कैसे हुआ है ये साबित करने के लिए न उनके पास सबूत है और न ही कोई आधार बस वो कह रहे हैं कि घोटाला हुआ है तो कांग्रेस के चापलूसों के लिए घोटाला हुआ है।

गांधी वंशज के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट गलत है, आईएएफ गलत, विशेषज्ञ गलत हैं, फ्रांस सरकार गलत है, और कैग रिपोर्ट भी गलत है सिर्फ सही हैं तो कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार बाकि सभी लोग झूठे हैं। जहां कैग की रिपोर्ट को विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है तो वहीं अरुण जेटली ने इसे सत्य की जीत बताई। उन्होंने गांधी वंशज पर तंज कसते हुए कहा, ‘सत्यमेव जयते। आखिरकार सच सामने आया। इस रिपोर्ट से विपक्ष का झूठ भी सामने आ गया है।’

कैग रिपोर्ट के सामने आने के बाद अब पूरे विपक्ष का झूठ सामने आ गया है। वास्तव में राफेल डील में कोई घोटाला नहीं हुआ है यही वजह है कि विपक्ष के हर सवाल का एनडीए सरकार ने करारा जवाब दिया है। यहां तक कि आम जनता भी गांधी वंशज के इस प्रपंच से तंग आ चुकी है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उन्हें जनता इस झूठा का स्वाद जरुर चखाएगी।

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