योगी के सर्जिकल स्ट्राइक से डरी हुई ममता बनर्जी का हाई वोल्टेज ड्रामा

योगी आदित्यनाथ ममता पश्चिम बंगाल

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पश्चिम बंगाल में सीबीआई और ममता बनर्जी में जंग छिड़ी हुई है और ममता के समर्थन में कई विपक्षी दल पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं। इस बीच आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं और पुरुलिया में रैली करने वाले हैं। ममता बनर्जी द्वारा योगी आदित्यनाथ के हेलिकॉप्टर को राज्य में उतरने की मंजूरी न मिलने पर वे आज सर्जिकल स्ट्राइक तरीके से पश्चिम बंगाल में रैली करने वाले हैं। इसका मतलब ये है कि आज फिर ममता बनर्जी एक नया ड्रामा शुरू कर सकती हैं। दरअसल, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पश्चिम बंगाल में जो सियासी पारा चढ़ा है वो कहीं न कहीं योगी आदित्यनाथ से ही जुड़ा है। रविवार को जब बंगाल सरकार की ओर से योगी आदित्यनाथ के हेलीकॉप्टर को उतरने की मंजूरी न दी गई तो योगी ने फ़ोन के जरिये रैली को संबोधित किया था। इस संबोधन में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जमकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा था। इसके कुछ घंटों बाद पश्चिम बंगाल में हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया। सीबीआई के अधिकारी पश्चिम बंगाल के पुलिस आयुक्त से पूछताछ करने पहुंचे थे उसमें ममता बनर्जी कूद पड़ी और हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू कर दिया। यही नहीं, लोकतंत्र को खतरे में डालने वाली ममता बनर्जी भारतीय जनता पार्टी पर ही संवैधानिक मूल्यों और लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप मढ़ रही हैं।

ममता बनर्जी द्वारा योगी आदित्यनाथ के हेलिकॉप्टर को राज्य में उतरने की मंजूरी न मिलने पर भी वो आज जनसभा करेंगे। इस रैली की घोषणा के बाद बीजेपी ने ममता सरकार से पूछा, “हाउ इज द खौफ?” बता दें कि आज योगी की पुरुलिया में रैली है और हेलिकॉप्टर को उतरने की मंजूरी न मिलने की स्थिति में वो राज्य में प्रवेश के लिए दूसरा रास्ता अपनाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, विशेष विमान से योगी रांची के लिए रवाना होंगे और यहां से वो हेलिकॉप्टर के जरिए बोकारो जाएंगे। इसके बाद यहां से वो सड़क मार्ग के जरिये बंगाल पहुंचेंगे। स्पष्ट है कि ममता के इस ड्रामे के बावजूद भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरह की तानाशाही के आगे झुकने नहीं वाली है। इससे पहले रविवार को यूपी के सीएम योगी ने फ़ोन के जरिये रैली को संबोधित करते हुए कहा भी था, “तृणमूल सरकार ने मुझे आने और आपसे मुलाकात करने की इजाजत नहीं दी। इसलिए आपको संबोधित करने के लिए मुझे मोदी जी के डिजिटल इंडिया का सहारा लेना पड़ा। ये तृणमूल सरकार जन विरोधी, लोकतंत्र विरोधी है और इसने राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता किया है।” ममता के अनुमति न दिए जाने के बाद भी योगी ने रैली का संबोधन किया जिससे वो और आक्रोशित हो गयीं।

ऐसा लगता है कि पीएम मोदी और अमित शाह से ज्यादा ममता बनर्जी योगी आदित्यनाथ से डरी हुई हैं तभी तो योगी की रैली को रोकने के लिए इस तरह के प्रपंच कर रही हैं। शायद उन्हें इस बात का डर है कि कहीं योगी के महंत वाली छवि कहीं प्रदेश में हिंदुओं को एकजुट न कर दे और आगामी लोकसभा चुनाव का समीकरण ही बदल जाये। ऐसे में ममता को योगी से सिर्फ खतरा ही नजर आ रहा है। ये योगी की ही अहम भूमिका थी जिस वजह से त्रिपुरा में बीजेपी ने वामपंथी सरकार को उखाड़ फेंका था। ऐसे में ममता को ये डर सता रहा है कि कहीं उनकी कुर्सी न हिल जाये। पश्चिम बंगाल में हिन्दू संगठन और धार्मिक संस्थानों पर लगातर हमलों के कारण यहां के हिंदुओं में वर्तमान सरकार के खिलाफ आक्रोश है जो समय समय पर नजर भी आया है। लंबे समय से राज्य में उपेक्षित रहे हिंदुओं को एकजुट करने के लिए योगी की रैली अहम भूमिका निभा सकती है। पश्चिम बंगाल में एक एक वोट बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस राज्य में हिंदुओं की जनसंख्या 6 फीसदी है और अगर सभी हिंदू एकजुट होते हैं तो भारतीय जनता पार्टी का इस राज्य में अपनी पकड़ को और मजबूत करने में कामयाबी मिलेगी। पहले ही युवाओं का झुकाव मोदी सरकार की तरफ है। ऐसे में ममता का डर लाजमी है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आज जब सीएम योगी पश्चिम बंगला में रैली के बाद ममता क्या नया ड्रामा करने वाली है।

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