देश में पुलवामा हमले में जवानों के शहीद होने से दुःख की लहर है और पाक के खिलाफ आक्रोश है। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने इस पर भी अपनी गंदी राजनीति शुरू कर दी है। फेक न्यूज़ फैलाने और देश की जनता को गुमराह करने का कार्य करने वाली कांग्रेस पार्टी ने अब एक और फेक न्यूज़ फैलाने का प्रयास किया है। दरअसल, कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में न सिर्फ छेड़छाड़ की गयीं फोटों और कटिंग का इस्तेमाल किया बल्कि तथ्यों के साथ भी जानबूझ के छेड़छाड़ किया। उन्हें लगा कि उनका ये झूठ पकड़ा नहीं जायेगा लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के खत्म होने के कुछ ही मिनटों में उनका ये झूठ पकड़ा गया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश जब पुलवामा हमले से सदमे था तब पीएम मोदी जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूटिंग कर रहे थे। यही नहीं रणदीप सुरजेवाला ने एक एडिट की हुई फोटो को दिखाते हुए कहा कि शहीदों के अंतिम संस्कार के वक्त इस सरकार के मंत्री शहीद जवान के ताबूत के साथ सेल्फी ले रहे थे। उन्होंने कांन्फ्रेंस में कहा, “मोदी जी के पर्यटन मंत्री अल्फोन्स कन्ननथनम ने तो सब हदें तोड़ डालीं। सेल्फी ली है वो एक शहीद के शव के साथ। क्या इससे भी ज्यादा शर्मनाक और दर्दनाक कोई बात हो सकती है? ये आचरण प्रधानमंत्री मोदी का और उनके मंत्रियों और राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्यों का है।” आप इस वीडियो में 14.50 सेकंड पर सुरजेवाला के झूठ को सुन और देख सकते हैं। यहां रणदीप सुरजेवाला बड़े आत्मविश्वास के साथ झूठ बोल रहे थे और कुछ लोग इसे सच मान रहे थे।
हालांकि, इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि वास्तव में जिस फोटो को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला दिखा रहे थे वो एडिटेड थी। वास्तव में ये तस्वीर एक कैमरामैन ने खींची थी जब अल्फोन्स कन्ननथनम मोदी जवानों को श्रद्धांजलि दे रहे थे। इस तस्वीर को खुद अल्फोन्स कन्ननथनम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की थी लेकिन जब सोशल सोशल मीडिया पर इस फोटो के लिए उन्हें ट्रोल किया जाने लगा तो उनके सोशल मीडिया अकाउंट को संभालने वाले व्यक्ति ने उनसे बिना पूछे ही डिलीट कर दिया जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने फिर से उस तस्वीर को पोस्ट किया। इस बार उन्होंने कुछ और तस्वीरें भी शेयर की। हालांकि, फिर भी कुछ लोग उनपर हमले कर रहे थे। अल्फोन्स ने साफ़ किया कि न उन्होंने कोई सेल्फी ली है और न ही खींची है। यही नहीं इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक अल्फोन्स ने केरल के डीजीपी को भी एक पत्र लिखा और ‘फेक न्यूज़’ फ़ैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के बात कही।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में अल्फोन्स की ऐसी कई तस्वीर थीं जो ये साफ़ करती हैं कि अल्फोन्स ने कोई सेल्फी ली ही नहीं है। जो तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई वो वास्तव में क्रॉप की हुई है। आप इसकी असली तस्वीर देखकर खुद समझ जायेंगे। यही नहीं इस वीडियो में भी आप साफ़ देख सकते हैं कि शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए भारी भीड़ है और इस भीड़ को अल्फोन्स कन्ननथनम संभालने में व्यस्त थे। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में ये साफ़ हुआ कि उन्होंने कोई सेल्फी ली ही नहीं।
यही नहीं कांग्रेस का ये दावा भी झूठा साबित हुआ जिसमें वो ये कह रही थी कि ‘देश पुलवामा हमले से सदमे था तब पीएम मोदी जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूटिंग कर कर रहे थे।‘ वास्तव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पुलवामा में हुए हमले की सूचना 25 मिनट देरी से मिली थी और इस देरी के लिए उन्होंने एनएसए अजीत डोभाल को फोन करके नाराजगी भी जताई। इसके बाद डोभाल ने सुरक्षा एजेंसियों से स्पष्टीकरण मांगा है कि प्रधानमंत्री को घटना की सूचना देने में देर क्यों हुई? इसके बाद पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए), गृह मंत्री और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से बात की। इस दौरान उन्होंने कुछ नहीं खाया। मौसम खराब होने के चलते हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकता था। इस वजह से उन्होंने रामनगर से बरेली तक खराब सड़क पर यात्रा की। वो रामपुर से करीब 7 बजे निकले और देर शाम दिल्ली पहुंचे थे। ये बात कांग्रेस को अच्छी तरह पता थी लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में झूठ बोला और झूठी तस्वीरें दिखाई और तथ्यों के साथ भी छेड़छाड़ किया। ऐसा करके ये अप्रत्य ये दिखाने का प्रयास कर रही थी कि पुलवामा में हुए हमले को लेकर कि ‘बीजेपी नेता कितने असंवेदनशील हैं।’
वैसे कांग्रेस के इस झूठ से किसी को ज्यादा हैरानी नहीं होनी चाहिए। ये पार्टी झूठ, भ्रष्टाचार और देशविरोधी राजनीति करने के लिए जानी जाती है। इस बार इसने पुलवामा हमले को लेकर गंदी राजनीति की है। इसके लिए इस पार्टी को जवाब आगामी लोकसभा चुनाव में खुद जनता देगी।