अरविंद केजरीवाल ने पुलवामा के शहीदों का किया अपमान, सामने आई ओछी राजनीति

केजरीवाल पाकिस्तान भाजपा

PC: Amar Ujala

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर अपनी औछी राजनीति का प्रमाण देते हुए सेना पर हुए आतंकी हमले का राजनीतिकरण करने की कोशिश की है। उन्होंने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ये कहा कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले खुद भाजपा सरकार ने कराए हैं। केजरीवाल ने गुरुवार को दिल्ली विधानसभा में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, ”300 सीटों के लिए तुम हमारे  कितने जवानों को शहीद करोगे, कितने जवानों के घर बर्बाद करोगे”? इससे ये स्पष्ट होता है कि अरविंद केजरीवाल को यही लगता है कि पुलवामा में हुआ आतंकी हमला नरेंद्र मोदी ने जान-बूझकर करवाया है, ताकि उन्हें आगामी लोकसभा चुनावों में इससे फायदा पहुंच सके। आपको बता दें कि पाकिस्तान के कुछ पत्रकार व एक्सपर्ट्स पाकिस्तान सरकार की आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति को छुपाने के लिए इन्हीं आधारहीन कारणों का सहारा ले रहे हैं। अब अरविंद केजरीवाल भी पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। केजरीवाल के की इस ओछी 

पाकिस्तानी विश्लेषकों तथा अरविंद केजरीवाल को इस बात पर भी गौर करना चाहिए कि इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। अरविंद केजरीवाल को चाहिए था कि पाकिस्तान और वहां मौजूद इन आतंकी संगठनों की कड़ी निंदा करें, लेकिन इसके उलट भारत की सरकार तथा भाजपा पर आरोप लगाकर उन्होंने स्वयं इस बात की पुष्टि कर दी है कि वह भाजपा नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी है जो देश की सेना तथा सुरक्षा जैसे गंभीर विषयों पर भी अपनी राजनितिक रोटियां सेकने से नहीं कतराती। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल का यह बयान पाकिस्तानी मीडिया में प्राथमिकता से चलाया जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है मानो केजरीवाल और पाकिस्तानी विश्लेषकों के बयानों को कोई एक ही व्यक्ति लिख रहा है।

हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि केजरीवाल ने ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर भी राजनीति की हो । इससे पहले भी वे भारत सरकार से सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सबूत मांग चुके हैं। उन्होंने तब भी पाकिस्तानी सरकार की भाषा बोलते हुए यह कहा था कि सेना के दावे के उलट वहां कोई हताहत नहीं हुआ है। भारत सरकार लोगों को गुमराह कर रही है।  इसके बाद आम आदमी पार्टी के ही एक और नेता कुमार विश्वास ने केजरीवाल की निंदा की थी। केजरीवाल के उस बयान को लेकर भी पाकी मीडिया ने बड़ा जश्न मनाया था।

केजरीवाल का बार-बार ऐसे बयान देना उनके पास मुद्दों की भारी कमीं को दर्शाता है। ऐसा प्रतीत होता है मानों भाजपा सरकार द्वारा पाकिस्तान पर कसे जा रहे कूटनीतिक शिकंजे की वजह से केजरीवाल हताश हैं, क्योंकि इससे केजरीवाल के साथ-साथ पूरा विपक्ष मुद्दा-हीन हो गया है। ऐसा लगता है जैसे हमारे जवानों का शहीद होना भी इन राजनेताओं अपने फायदे का मौका नजर आता है ताकि उसके बाद वे सरकार पर सवाल उठाकर अपनी वोट बंटोर सकें । ये राजनेता हमेशा गोल-मटोल बातें करके देश की जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश करते हैं, लेकिन अब देश की जनता को भी ऐसे नेताओं को माकूल जवाब देना चाहिए।

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