अब भारतीय वायुसेना और नौसेना प्रमुखों को भी मिलेगी जेड प्लस सुरक्षा

भारतीय सेना जेड प्लस

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत सरकार तीनों सेनाओं की सुरक्षा को लेकर अब कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है। यही वजह है कि पाक के साथ बढ़ते तनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के मुताबिक अब भारतीय वायुसेना और नौसेना के प्रमुखों को जेड प्लस की सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी।

पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत सरकार ने वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल बी एस धनोआ और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को जेड प्लस की सुरक्षा मुहैया करने का निर्णय लिया है। एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक ये फैसला केंद्र सरकार ने संभावित खतरे की गहनता से समीक्षा करने के बाद लिया है। सेना प्रमुख बिपिन रावत को ये सुरक्षा पहले से ही मिली हुई है। इसके साथ ही सेना के प्रमुखों को मिली मिली उनके संबंधित बलों के कमांडो की सुरक्षा भी जारी रहेगी।

भारत में नेता हो या अधिकारी या किसी शख्स की सुरक्षा खतरों को द्केहते हुए सरकार और पुलिस द्वारा जो सुरक्षा दी जाती है उनमें जेड प्लस आता है। इसके अलावा जेड वाई या एक्स केटेगरी की सुरक्षा भी दी जाती है। जेड प्लस केटेगरी में 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इनमें 10 एनसीजी और एसपीजी कमांडों होते है और बाकी पुलिस दल के लोग होते हैं। ये सुरक्षा सिर्फ वीवीआईपीज को मिलती है। अब ये सुरक्षा तीनों सेनाओं के प्रमुखों को भी मिलेगी।

इससे पहले केंद्र सरकार ने पुलवामा में हुए आतंक हमले के बाद अर्धसैनिक बलों के जवानों की सुरक्षा के लिए लिए बड़ा फैसला लेते हुए अर्धसैनिक बलों के जवानों की सुरक्षा के लिए विमान से यात्रा करने की सुविधा मुहैया करवाई है। गृह मंत्रालय ने 21 फरवरी को इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा था कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के सभी जवान ड्यूटी ज्वाइन करने, ट्रांसफर पर जाने, टूर या छुट्टी पर जाने के लिए अब विमान से यात्रा कर सकेंगे। अभी तक ये सुविधा इंस्पेक्टर रैंक से ऊपर के अधिकारियों को ही मिलती थी लेकिन अब ये सुविधा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) को भी मिलेगी।

भरप-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर अब केंद्र सरकार जवानों की सुरक्षा को लेकर सजग हो गयी है। पाकिस्तान भारतीय सेना को कमजोर करने के लिए लगातार नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर सैन्य ठिकानों पर हमले करवा रहा है। हालांकि, भारतीय सेना अब बहुत ही सतर्कता के साथ कदम उठा रही है।

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