पाकिस्तान ने दुनिया से की थी भारत के मिशन शक्ति की आलोचना की गुहार, दुनिया ने कर दी जय-जयकार

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भारत ने कल ही मिशन शक्ति का सफलतापूर्वक परिक्षण करके अपने आप को उन चुनिंदा देशों की लिस्ट में शामिल करने का काम किया था जिनके पास अंतरिक्ष में मौजूद ठिकानों को धवस्त करने की महारत हासिल है। भारत के लोगों द्वारा इस खुशखबरी पर बड़ा जश्न मनाया गया लेकिन भारत के पड़ौसी पाकिस्तान एवं चीन को इससे गहरा झटका पहुंचा है। भारत की इस उपलब्धि के बाद पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से भारत के खिलाफ एक्शन लेने के लिए कहा तो चीन ने भी इस पर कोई खास सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। वहीँ पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने झटका देते हुए उसने भारत के इस मिशन की तारीफ की है। अमेरिका ने स्पेस सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने की बात कही है।

बुधवार को भारत की सफलता के बाद सबसे पहले पाकिस्तान की प्रतिक्रिया आई। पाकिस्तान ने कहा है कि पाकिस्तान आउटर स्पेस में हथियारों की दौड़ रोकने का पक्षधर रहा है और वह अंतरिक्ष के सैन्यकरण के खिलाफ रहा है। पाकिस्तान ने एक आधिकारिक बयान में कहा ”अंतरिक्ष का उपयोग सिर्फ मानवता की भलाई के लिए किया जाना चाहिए। हम अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील करते हैं कि अंतरिक्ष में शांति भंग करने वाले देशों के खिलाफ सख्त नियम बनाए जाएं। हमें उम्मीद है कि इतिहास में कुछ इसी तरह के परीक्षणों की निंदा करने वाले देश इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाएंगे।

वहीँ चीन ने भी इस पर सधे हुए शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया दी। चीन द्वारा जारी बयान में कहा गया ” हमने रिपोर्ट्स को देखा है और उम्मीद करते हैं कि हर एक देश आउटर स्पेस में शांति बनाए रखने में अपना योगदान देगा।” आपको बता दें कि चीन स्वयं इस तरह के परिक्षण को वर्ष 2007 में सफलतापूर्वक कर चुका है, और वह ऐसी तकनीक विकसित करने वाला दुनिया का तीसरा देश था। लेकिन यह भी जाहिर है कि भारत के इस परिक्षण के बाद चीन अपने आप को भारत से असुरक्षित महसूस करेगा।

वहीं अमेरिका ने भारत के इस मिशन पर भारत को शुभकामनाएं दी है। अमेरिका ने कहा है कि वह भारत के साथ मिलकर स्पेस में शांति स्थापना की दिशा में कदम उठाएगा। हालांकि भारत के इस मिशन के बाद अमेरिका ने अंतरिक्ष में फैले ‘उपग्रहों के अवशेष’ से उत्पन्न होने वाले खतरों पर अपनी चिंता जाहिर की है। अमेरिका ने कहा है कि वह ये जानना चाहेंगे कि इस मुद्दे पर भारतीय सरकार का क्या रुख है?

पाकिस्तान के अलावा दुनिया के किसी भी देश ने भारत के इस परीक्षण पर सवाल नहीं उठाए हैं, जिससे कि पाकिस्तान के उन अरमानों पर पानी फिर गया जिसमें वह भारत पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की तरफ से कोई ‘बड़े एक्शन’ की बात कर रहा था। बड़े एक्शन की बात तो दूर, अमेरिका जैसे देश तो भारत के साथ मिलकर काम करने की बात कर रहे हैं जिससे की ना सिर्फ पाकिस्तान को उसकी औकात का पता चलता है, बल्कि दुनिया के सामने नए भारत की शक्ति का प्रदर्शन भी होता है।

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