पीएम मोदी की इन नीतियों से चौपट हुई पाक की इकोनॉमी, कंगाल देश में हुई कमरतोड़ महंगाई

महंगाई पाकिस्तान

भारत से दुश्मनी करना पाकिस्तान को बहुत भारी पड़ गया है। पुलवामा अटैक के बाद से ही भारत की कड़ी कार्रवाई के कारण पाक की अर्थव्यवस्था चौपट हो गयी है। पहले से ही कंगाल पाकिस्तान में भारत की कार्रवाई के बाद महंगाई छप्पड़ फाड़ रही है। गल्फ टाइम्स के मुताबिक, पाकिस्तान में महंगाई दर 8.2 फीसदी पर पहुंच गई हैं। वहीं पाकिस्तानी रुपये में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। इससे इम्पोर्ट बेस्ड इकोनॉमी में कमोडिटीज की कीमतें काफी बढ़ गई हैं। पेट्रोल-डीजल से लेकर खाद्य पदार्थों तक में महंगाई से लोगों का जीना यहां मुहाल हो रखा है। वहीं भारत से आयात होने वाले सामानों की तगड़ी किल्लत बनी हुई है। पाक में इस बढ़ती महंगाई से उसकी मौद्रिक नीति पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ा है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने रुपए की गिरती कीमत और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों को देखते हुए कई बदलाव किए है।

व्यापारियों को हर रोज हो रहा 100 करोड़ का नुकसान

पुलवामा हमले के तुरंत बाद ही भारत सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया था। इसके बाद भारत ने पाक से आयात होने वाले सामानों पर आयात शुल्क 200 फीसदी कर दिया था। आयात शुल्क में बढ़ोत्तरी से ये व्यापारी अपना सामान नहीं बेच पा रहे थे और इस तरह पाक के व्यापारियों को हर रोज करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। वहीं भारतीय व्यापारियों ने भी देशहित में पाकिस्तान से व्यापार बंद कर दिया है।

मुद्रास्फीति में आ रहा तेजी से उछाल

भारत की कड़ी कार्रवाई से पाकिस्तान की मुद्रा स्फीति में तेजी से वृद्दि हो रही है। पाकिस्तानी सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 6 प्रतिशत की वार्षिक मुद्रास्फीति का अनुमान लगाया था लेकिन यह आंकड़ा इस साल फरवरी में ही पार हो गया है। इस समय पाकिस्तान की महंगाई दर 8.2 फीसदी पर पहुंच गई हैं। डान के मुताबिक पाकिस्तान में अक्टूबर में चार साल की सबसे ज्यादा महंगाई 6.78 प्रतिशत दर्ज की गई थी। बीते साल औसत महंगाई दर 3.92 और इससे पहले 4.16 प्रतिशत थी। पाक अखबार डान के मुताबिक पाकिस्तान में अक्टूबर में चार साल की सबसे ज्यादा महंगाई दर 6.78 प्रतिशत दर्ज की गई थी। यह भी उस समय थी जब दुनिया में तेल की कीमतें बढ़ने लगी थी।

कीमतों में  179.40 फीसदी तक हुई वृद्दि

पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (पीबीएस) के अनुसार, फरवरी में टमाटर, अदरक, चीनी, चाय, मटन, गुड़, घी, मछली, मूंग दाल, अंडा, कुकिंग ऑयल, चावल, दाल, दूध और गेहूं के दामों में 3.21 से लेकर 179.40 फीसदी तक वृद्दि हुई है। पाकिस्तानी अखबार डान ने पाकिस्तान के सांख्यकी ब्यूरो की रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि फरवरी में टमाटर 150.04 फीसदी महंगे हो गए हैं। इस अखबार की रिपोर्ट के अनुसार भी अनाज, सब्जियों और रोजाना उपयोग कि वस्तुओं के दामों में 179.40 फीसदी तक बढ़ोत्तरी हुई है। बदा दें कि, पाक में टमाटर 200 रुपए प्रति किलो से भी अधिक में बिक रहे है।

FATF की ग्रे लिस्ट में शामिल हुआ पाक

पुलवामा हमले के बाद भारत की कड़ी कार्यवाई के कारण पाकिस्तान का रुपया काफी निचले स्तर पर पहुंच गया है। एक डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए की कीमत इस समय 138 के स्तर पर पहुंच गई है। वहीं पाक द्वारा आतंकवादियों को फंडिंग करने के कारण पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में भी शामिल हो गया है।

भारत पाकिस्तान को साफ्टा से करेगा बाहर

सूत्रों के अनुसार, भारत अपनी नई रणनीति के तहत पाक को एक और बड़ा झटका देने जा रहा है। भारत साउथ एशियन फ्री ट्रेड एरिया (साफ्टा) से पाकिस्तान को बाहर करने पर विचार कर रहा है। बता दें कि, सॉफ्टा भारत, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका का एक संगठन है। सॉफ्टा को साल 2004 में गठित किया गया था और यह 2006 से प्रभावी हुआ था। सॉफ्टा में शामिल देशों के बीच मुक्‍त व्‍यापार की परिकल्‍पना की गई है।

साफ्टा के पहले चरण में दो साल के अंदर दक्षिण एशिया के विकासशील देशों भारत, श्रीलंका और पाकिस्तान को अपनी कस्टम ड्यूटी घटाकर 20 पर्सेंट तक करना था और इसके बाद अगले पांच साल में कस्टम ड्यूटी को बिल्कुल खत्म कर देना था। साफ्टा के कम विकसित देशों नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और मालदीव को कस्टम ड्यूटी खत्म करने के लिए तीन साल का समय ज्यादा दिया गया था। अब भारत साफ्टा से पाकिस्तान को बाहर कर देता है, तो यह पाक और उसकी अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ा झटका होगा।

इस तरह अब पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर हर ओर से प्रहार हो रहा है। भारतीय की कूटनीति से पहले से ही खस्ताहाल पाक अर्थव्यवस्था अब चौपट होने की कगार पर जा रही है। दूसरी तरफ इस बार बड़ी दिलचस्प चीज देखने को मिली है। वह यह कि, पाकिस्तान कर्ज में डूबा हुआ है, उसकी अर्थव्यवस्था चरमरा रही है लेकिन उसका सबसे करीबी दोस्त चीन भी उसकी मदद से अब पीछे हट रहा है। यह सब भारत सरकार की विदेश नीति और समय पर लिए गए कठोर फैसलों का ही परिणाम है कि, आज हम पाक को बिना युद्द के ही जोरदार सबक सिखा रहे हैं।

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