एक भाई की मदद की गुहार सुन रेलवे प्रशासन ने कुछ समय में आरोपी को पहुंचाया सलाखों के पीछे

रेलवे पीयूष गोयल

PC:Patrika

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट के कई मंत्री सोशल मीडिया पर सक्रीय रहते हैं और जब भी कोई नागरिक मदद की गुहार लगाता है वो तुरंत एक्शन लेते हैं। इन्हीं मंत्रियों में से एक रेलवे मंत्री पीयूष गोयल भी हैं जिनका अधिकारिक अकाउंट रेलवे यात्रियों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहता है। इसका एक और उदाहरण सामने आया है। इस बार रेलवे पुलिस की तत्परता से एक युवती की अस्मिता पर आया खतरा टल गया। इसके साथ ही आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए गये।

दरअसल, विशाखापट्टनम से नई दिल्ली जा रही गाड़ी नंबर 22415 सुपरफास्ट एसी एपी एक्सप्रेस में एक युवती अपने भाई के साथ भोपाल से नई दिल्ली के लिए सफर कर रही थी। इस दौरान ट्रेन के 3 एसी कोच में 5-6 यात्रियों ने शराब के नशे में युवती के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। इसके बाद उसके भाई ने ट्विटर और रेल मंत्री पीयूष गोयल से मदद की गुहार की। युवक एन लिखा, “सर आपकी मदद की जरूरत है, मेरी बहन ट्रेन नंबर 22415 में सफर कर रही है। उसकी बर्थ पर 6 लोग शराब पी रहे हैं और बहन से गलत व्यवहार कर रहे हैं।” युवक ने इसके साथ ही पीएनआर नंबर भी शेयर किया था। रेलवे इस ट्वीट के तुरंत बाद ही जीआरपी ने आरोपियों को पकड़ लिया। ट्वीट कर युवक को कहा, “सूचना के लिए धन्यवाद।।!! आप निश्चिन्त रहें।आपकी मदद हेतु निरीक्षक जीआरपी आगरा कैंट 9454404418 को निर्देशित कर दिया गया है।“ कुछ ही समय बाद जीआरपी ने आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर कोच में जाकर शराबियों को पकड़ लिया। इस मामले में कार्रवाई करने के बाद जीआरपी ने लिखा, “निरीक्षक जीआरपी कैंट द्वारा सेना पुलिस की मदद से एक आर्मी जवान जो गिरफ़्तार कर लिया गया है जिसे सेना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया है।“इसके बाद युवक ने मदद के लिए रेलवे का धन्यवाद किया।

वैसे ये पहली बार नहीं है जब रेलवे ने इस तरह की तत्परता दिखाते हुए अपने यात्रियों की मदद के लिए सामने आया है। इससे पहले रेलवे ने एक माँ को उसके बेटे से मिलवाया था। केरल के थ्रिसुर के एक निवासी अनुराग ने थ्रिसुर के पुलिस स्टेशन में अपनी माँ पदमा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी और पूरी जानकारी साझा की थी। इसके बाद तुरंत उन्हें रेलवे प्रशासन की तरफ से जवाब भी मिला। अनुराग को जल्द ही ये न्यूज मिली कि उनकी माँ को ढूंढ निकाला गया है और वो सुरक्षित हैं। हाल ही में जब एक पत्रकार ने शहीद अब्दुल हामिद की विधवा को ट्रेन में मिली सीट को लेकर हुई परेशानी को लेकर ट्वीट किया तो रेल मंत्रालय ने तुरंत संज्ञान लेते हुए समस्या का समाधान किया था। इसके बाद पत्रकार ने रेलवे प्रशासन और पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया था।

वास्तव में रेलवे प्रशासन की ये तत्परता साफ़ जाहिर करती है किस तरह से बदलते वीके के साथ रेलवे ने मदद के दायरे को बढाया है। सोशल मीडिया से जुड़कर लोगों की सुविधा का ध्यान रखा जा रहा है। वास्तव में रेल मंत्री पीयुष गोयल प्रधानमंत्री मोदी की उस प्रतिबद्धता के लिए समर्पित होकर जुटे हैं, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में कहा था कि हम रेलयात्रा की सूरत बदल देंगे। हो भी ऐसा ही रहा है पीयूष गोयल खुद जाकर अपने यात्रियों से उनकी परेशानियों को पूछते हैं और उनसे जुड़ने का प्रयास करते हैं। रेलमंत्री कभी भी, कहीं भी, किसी भी ट्रेन में औचक निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं। यही नहीं, किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या असुविधा मिलने पर वो सक्षम अधिकारियों को सख्त हिदायत भी देते हुए नजर आते हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि रेल प्रशासन द्वारा इस तरह के कदम सराहनीय है कि वो आम जनता को बेहतर सुविधा देने और उनकी समस्याओं पर अमल करने के लिए काम कर रहा है।

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