टीम इंडिया के क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा बीजेपी में हुई शामिल

रीवाबा जडेजा बीजेपी गुजरात

प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात दौरे से एक दिन पहले रविवार को भारतीय टीम के दिग्गज क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गयीं। राजकोट के भाजपा प्रवक्ता के अनुसार गुजरात के कृषि मंत्री आर.सी. फालदू द्वारा रिवाबा जडेजा का पार्टी में स्वागत किया गया। वहां मौके पर जामनगर सीट से भाजपा की सांसद पूनम मदाम भी उपस्तिथ थीं।  बीजेपी में रिवाबा जडेजा के शामिल होने से आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को राजपूत मतदाता आधार को मजबूती मिलेगी।

पिछले साल अक्टूबर में रिवाबा एक राजपूत संगठन ‘करणी-सेना’ में शामिल हुई थी और ‘पदवामत’ फ़िल्म का पुरजोर विरोध के चलते वो काफ़ी खबरों में रहीं थी। बाद में उन्हें गुजरात की ‘करणी-सेना’ महिला विंग का अध्यक्ष  भी बनाया गया। करणी सेना में शामिल होने के दौरान एक प्रेस कॉन्फरेंस में उन्होंने कहा था कि ”मेरा पहला लक्ष्य महिलाओं को इस स्तर तक सशक्त बनाना होगा कि जब पुरुष आसपास न हों तो वे अपने लिए लड़ सकें, अपनी देखभाल कर सकें और खुद का बचाव कर सकें और विकृत दिमाग से किसी भी खतरे से लड़ सकें।”

पार्टी में रिवाबा जदेहा के शामिल होने पर जामनगर भाजपा से प्रवक्ता हंसमुख हिंदोचा ने कहा कि ‘रिवाबा गुजरात और जामनगर में एक जाना-माना चेहरा हैं। ऐसे में उनके आने से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी।‘ रिवाबा के होने से पार्टी राजपूत समाज में अपनी पकड़ को मजबूत करने के पूरे प्रयास करेगी। रिवाबा जडेजा के बीजेपी में शामिल होने पर कहा कि, ‘पीएम मोदी का व्यक्तित्व मेरे लिए प्रेरणास्त्रोत है।’

दरअसल, गुजरात में जाति-आधारित राजनीति का भी अपना ही महत्व है। राज्य में राजपूत/क्षत्रिय मतदाता  की जनसंख्या 4.85 प्रतिशत है, जो कि किसी भी राजनीतिक दल के लिए ‘गेम-चेंजर’ साबित हो सकते हैं। वर्ष 2017 में संपन्न हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा का वोट शेयर सिर्फ 49.1% था।  वहीं, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के वोट शेयर (60%) था जिसे बीजेपी बनाये रखने का प्रयास करेगी। ऐसे में बड़े चेहरों को शामिल करने से भाजपा अपने वोट बैंक को वापस वर्ष 2014 के प्रदर्शन को दोहराने का प्रयास करेगी। गुजरात भाजपा का गढ़ माना जाता है जहां भाजपा अपना पूरा दमखम लगाकर अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगी।   

वहीं, आज से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गुजरात में अपने लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करने वाले हैं। इसके साथ ही वो यहां कईं सरकारी योजनाओं का शुभांरभ भी करेंगे। वर्ष 2014 के आम चुनावों में भाजपा को गुजरात की सभी 26 सीटों पर कब्ज़ा करने में सफलता मिली थी, इस बार भी भाजपा का लक्ष्य 2014 को दोहराना होगा। रिवाबा जडेजा जैसे बड़े चेहरों को शामिल करने से बेशक भाजपा को फायदा पहुंचेगा,और अगर भाजपा पिछले 5 वर्ष में किये हुए कार्यों को जनता के सामने प्रचारित करने में सफल रहती हैं तो कांग्रेस का भाजपा के सामने टिक पाना शायद ही मुमकिन होगा। वर्ष 2014 में भाजपा की जीत का श्रेय ‘मोदी-लहर’ को भी दिया जा रहा था। अब वर्ष 2019 में भाजपा का लक्ष्य देशभर में दोबारा मोदी के पक्ष में माहौल बनाना होगा, जिसकी शुरुआत भाजपा पहले ही कर चुकी है, और काफी हद तक सफल होती भी दिखाई दे रही है। 

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