राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर लगाया झूठा आरोप तो स्मृति ईरानी ने दिया करारा जवाब

स्मृति ईरानी राहुल गांधी

PC: Patrika

पीएम मोदी ने कल अपने अमेठी दौरे पर यह एलान किया था कि अब अमेठी की कोरवा ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में ऐके-203 बंदूके बनेंगी। उन्होंने यह बताया था कि भारत और रूस की कम्पनिया एक ‘जॉइंट वेंचर’ के तहत लगभग 7,50,000 बंदूके बनाने का काम करेंगी। अब प्रधानमंत्री के इस एलान को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनपर एक बड़ा आरोप लगाया है। इस दौरान उनहोंने एक बार फिर से झूठ का सहारा लिया। सोमवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ”अमेठी की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का शिलान्यास 2010 में मैंने खुद किया था, पिछले कई सालों से वहां छोटे हथियारों का उत्पादन चल रहा है, कल आप अमेठी गए और अपनी आदत से मजबूर होकर आपने फिर झूठ बोला। क्या आपको बिल्कुल भी शर्म नहीं आती? राहुल गांधी के इस ट्वीट का करारा जवाब देते हुए स्मृति ईरानी ने उन्हें बेनकाब कर दिया और खुद उन्हें सवालों से घेर दिया।

दरअसल, पीएम मोदी ने भी अपने भाषण में इस बात का ज़िक्र किया था कि वर्ष 2007 में राहुल गांधी ने ही उस फैक्ट्री का शिलान्यास तो किया था लेकिन कभी भी उस फैक्ट्री की पूर्ण क्षमता का प्रयोग नहीं किया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी पर इस बात को लेकर भी हमला किया था कि उन्होंने अमेठी के 1500 लोगों को रोज़गार देने का वादा किया था लेकिन सिर्फ 400 लोगों को ही रोज़गार दिया गया। इसके बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।  

राहुल गांधी के इस ट्वीट करने के कुछ देर बाद ही स्मृति ईरानी ने उनको मुंहतोड़ जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ”आपने शिलान्यास नहीं बल्कि सत्यानाश किया था, लगे हाथ आज देश को बता दें की कैसे आपने तो उस संस्थान का भी शिलान्यास किया जिसका आप ही के एक नेता ने लगभग 2 दशक पहले शिलान्यास किया था।“ यही नहीं अपने ट्वीट में स्मृति ईरानी टाइम्स ऑफ़ इंडिया की अगस्त 2010 की एक रिपोर्ट को भी शेयर किया और राहुल गांधी के झूठ का पर्दाफाश किया। स्मृति ईरानी ने के बाद एक ट्वीट कर राहुल गांधी के झूठ को बेनकाब किया।

इस रिपोर्ट में लिखा है ऑर्डिनेंस फैक्ट्री को रक्षा मंत्रालय से 2007 में मंजूरी मिली थी और इसे अक्टूबर 2010 तक उसे स्थापित करना था लेकिन गलत जगह के चुनाव और अपर्याप्त मॉनिटरिंग की वजह से प्रॉजेक्ट की प्रगति बहुत धीमी थी। फैक्ट्री के लिए 60 एकड़ जमीन की जरूरत थी लेकिन फैक्ट्री के लिए 60 एकड़ जमीन की जरूरत थी और बाकी जमीन अधिग्रहण तक नहीं हुआ था। इस रिपोर्ट में टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने CAG की रिपोर्ट का भी हवाला दिया है। CAG ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि फैक्ट्री की इमारत खाली है और यहां से हथियारों के उत्पादन इतनी जल्दी नहीं हो सकेगा उसके लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा।

राहुल गांधी पर तंज कसते हुए स्मृति ईरानी ने एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा ”फ़ोटो को ध्यान से देखें इसमें आप 2007 के शिलान्यास में उपस्थित हैं लेकिन आज सुबह कह रहे हैं 2010 में किया। अब यह बताएं 2007 है या 2010? होती है ऐसी ग़लतियां राहुल जी – झूठ इतना बोला आपने अमेठी के बारे में कि शिलान्यास कब किया और सत्यानाश कब यह आपको याद नहीं रहता।”

स्मृति ईरानी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कई बार करारा जवाब दिया जा चुका है। इससे पहले जब राहुल ने पीएम मोदी को मिले ‘कोटलर प्रेसिडेंशियल पुरस्कार’ पर टिपण्णी करते हुए लिखा था कि ”वास्तव में यह इतना प्रसिद्ध है कि, इसमें कोई जूरी नहीं है, इसके पहले कभी भी नहीं दिया गया है” तब स्मृति ईरानी ने ही उनके इस झूठ को दुनिया के सामने बेनकाब किया था। उन्होंने कहा था कि, गांधी परिवार के लोगों ने तो स्वयं को ही भारत रत्न से पुरस्कृत कर लिया था। जहां 1955 में जवाहरलाल नेहरू ने स्वयं को यह सम्मान दिया, वहीं 1971 के भारत पाक युद्ध की ऐतिहासिक जीत में अपने ‘योगदान’ के बाद इंदिरा गांधी ने 1971 में यह कारनामा दोहराया”।

कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाने वाली अमेठी में अब भाजपा की पकड़ धीरे-धीरे मज़बूत होते जा रही है। स्मृति ईरानी 2014 में राहुल गांधी के समक्ष चुनाव लड़कर ही अपने इरादे जता चुकी थीं व पिछले 5 वर्षों से राहुल गांधी के हर झूठ को सोशल मीडिया पर एक्सपोज़ करती आईं हैं। अमेठी के लोगों के मूड का अंदाज़ा भी हम इसी बात से लगा सकते हैं कि जब इसी वर्ष जनवरी में राहुल गांधी अमेठी के दौरे पर गए थे तो वहाँ के किसानों ने उनके खिलाफ नारे लगाए थे और उनको वापस इटली जाने के लिए कहा था।

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