ओआईसी में सुषमा स्वराज ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, पाक को मिली निराशा

सुषमा स्वराज इस्‍लामी सहयोग संगठन पाकिस्तान

PC: ANI

आज शुक्रवार को इस्‍लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) की बैठक में गेस्‍ट ऑफ ऑनर के रूप में भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शामल हुईं। वहीं सुषमा स्वराज के इस्‍लामी सहयोग संगठन में गेस्‍ट ऑफ ऑनर के रूप में शमिल होने से पाकिस्तान इतना चिढ़ गया कि उसने इस बैठक में हिस्सा लेने से ही मना कर दिया। इस्‍लामी सहयोग संगठन की बैठक में बतौर मुख्‍य अतिथि अपने संबोधन में विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने आतंकवाद का मुद्दा उठाया और आतंकवाद के खिलाफ जोरदार लड़ाई की अपील की।

बता दें कि इस्‍लामी सहयोग संगठन (ओआईसी)  अपनी गोल्‍डन जुबली मना रहा है और ये पहली बार है जब भारत को मुख्य अतिथि के बनने का सम्मान मिला है। इस दौरान अपने संबोधन में आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा,  “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी भी धर्म के खिलाफ संघर्ष नहीं है, जैसा कि इस्लाम का मतलब शांति होता है, इसी तरह अल्लाह के 99 नामों में से किसी का मतलब हिंसा नहीं होता है। इसी तरह हर धर्म शांति और मित्रता की पैरवी करता है।” इस दौरान सुषमा स्वराज ने प्राचीन भारत की वैदिक परंपरा का हवाला देते हुए कहा, भारत के लिए हमेशा से बहुलता को अपनाना हमेशा से आसान रहा है क्योंकि ये संस्कृति के सबसे पुराने धार्मिक संस्कृत ग्रंथों में भी लिखा है और मैं वहां से उदाहरण ले रही हूं, ‘एकम सत्यम विप्रा बहुधा वदन्ति’। अर्थात भगवान एक हैं लेकिन विद्वान जन उन्हें लोग अलग-अलग तरह से उनका वर्णन करते हैं।’ उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर मानवता को बचाना है तो आतंक को पनाह देने वाले देशों को ये समझना होगा कि वो आतंक को न सिर्फ शह देना बंद करे बल्कि उसे फंडिंग देना भी बंद करे।

बता दें कि मुस्लिम बहुल देशों के सबसे शक्तिशाली संस्था इस्लामी सहयोग संगठन (ओआईसी) ने भारत और पाकिस्तान दोनों को आमंत्रित किया था। इस कार्यक्रम में भारत को ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ के तौर पर आमंत्रित किया जिससे पाकिस्तान चिढ़ गया उसने कई कोशिशें की भारत को मिले आमंत्रण कैंसिल करवा सके लेकिन उसकी ये कोशिशें नाकाम रही। पाकिस्तान की कोशिश थी कि वो इस बैठक से भारत को बाहर कर दे लेकिन OIC बैठक की अध्यक्षता करे अबुधाबी ने पाकिस्तान की इस दलील को मानने से इंकार कर दिया। इसके बाद यूएई के खिलाफ पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की तिलमिलाहट पाक संसद में भी देखने को मिली। उन्होंने पाक संसद में बताया कि कैसे वो यूएई के क्राउन प्रिंस को उनके पिता के साथ संबंधों का वास्ता देकर गुरुवार रात तक मनाते रहे, लेकिन उन्होंने पाक की एक नहीं सुनी। यूएई के इस रुख से नाराज पाकिस्तान ने OIC की बैठक का बहिष्कार कर दिया। वास्तव में ये भारत की एक और कूटनीतिक जीत है।

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