योगी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। इसके साथ ही उन्होंने पिछली सरकारों पर राज्य के विकास के प्रति निराशानजक रवैया रखने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था पहले के मुकाबले बेहद मज़बूत हो गयी है जिसका नतीजा यह निकला है कि मात्र दो सालो में उत्तर प्रदेश को 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव मिला है, जिसमें से 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश तो हो भी चुका है। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था अब पूरे देश के लिए मिसाल बन चुकी है और पिछले दो सालों में उत्तर प्रदेश में कोई भी दंगा नहीं भड़का है।
योगी आदित्यनाथ ने रोज़गार देने के मामले पर भी अपनी सरकार की पीठ थपथपाई है। योगी ने दावा किया कि प्रदेश में भारी निवेश होने से करीब 15 लाख युवाओं को रोज़गार देने में भाजपा की सरकार सफल हो पायी है। उन्होंने आगे कहा कि लगभग 2.25 लाख युवाओं को बड़ी पारदर्शिता से सरकारी नौकरियों में लगाया गया है। योगी ने दावा किया कि ‘2007 से 2012 के बीच बहुजन समाज पार्टी की सरकार में प्रदेश के अंदर केवल 56 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ था। वहीं 2012 से 2017 के बीच समाजवादी पार्टी की सरकार में मात्र 57 हजार करोड़ रुपये का निवेश निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों में हुआ था। इन दो वर्षों में पिछले 10 वर्षों की तुलना की जाए तो हमने 50 फीसदी ज्यादा निवेश कराया है।‘
किसानों के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाये गए कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ‘हमारी सरकार ने 2011-12 से लेकर 2017-18 तक के गन्ना के बकाए 57 हजार 578 करोड़ रुपये का भुगतान 2 वर्ष में किया। पिछली सरकार अपने पांच साल में इतने गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं कर पाई थी। यही नहीं, हमने उनकी सरकार के बकाए का भी भुगतान किया है। 22 फरवरी 2019 को शुरू हुई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना किसानों के हित के लिए एक अभिनव प्रयास है।‘
अपनी प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य के टैग से उभारने के लिए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार साथ मिलकर जन-कल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की जनधन योजना, पीएम आवास योजना, स्वच्छ भारत योजना, सौभाग्य योजना एवं मुद्रा योजना जैसी अनेको योजनाएं बड़ी सफलतापूर्वक प्रदेश भर में लागू करने में सरकार सफल रही है। पीएम आवास योजना की सफलता का बखान करते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों के समय वर्ष 2012 से लेकर वर्ष 2017 तक 83,000 घरों का आवंटन करने की सिर्फ स्वीकृति दी गई थी, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार ने मात्र 2 सालों में 23 लाख परिवारों को घरों का आवंटन किया है।
इसके अलावा योगी सरकार की बड़ी उपलब्धियों में कुम्भ मेले का सफलतापूर्वक आयोजन करना भी शामिल है। योगी सरकार के सफलतापूर्वक कुम्भ आयोजन ने कई नए विश्व रिकॉर्ड बनाकर एक कीर्तिमान स्थापित किया। कुम्भ को एक तरफ जहां यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल किया गया वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज कुंभ मेला 2019 ने एक स्थान पर सबसे ज्यादा भीड़ एकत्र करने, सबसे बड़े स्वच्छता अभियान और सार्वजनिक स्थल पर सबसे बड़े चित्रकला कार्यक्रम के आयोजन के साथ अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करा लिया। अपनी सांस्कृतिक पहचान को नया जीवन देने की दिशा में उनका इलाहबाद शहर का नाम बदलकर प्रयागराज करना एवं फैज़ाबाद शहर का नाम बदलकर अयोध्या करना भी लोगों द्वारा खूब पसंद किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा आकर उन राजनीतिक बेड़ियों को भी तोड़ दिया जिसमें अब तक यह माना जाता रहा था कि नोएडा आने वाले किसी भी मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जाती है। ऐसा करके मुख्यमंत्री योगी ने रूढ़िवादी विचारों पर प्रहार करने का काम किया था।