स्वरा भास्कर, नसीरुद्दीन शाह जैसे बॉलीवुड के कुछ ऐसे सितारे हैं जिनका पाकिस्तान प्रेम किसी से छुपा नहीं है। अब इस सूची में एक और नाम शामिल हो गया है और ये नाम है बॉलीवुड अभिनेत्री आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान का। आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान अपनी ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ फिल्म के प्रमोशन में व्यस्त हैं। इस दौरान उन्होंने देश के सबसे बड़े दुश्मन पाकिस्तान को न सिर्फ अच्छा बताया बल्कि तारीफ भी की। यही नहीं ये तक कहा कि वो भारत के पूरी तरह हिंदू देश बनने के खिलाफ हैं।
तुमको पाकिस्तान भेज देना चाहिए, तुम्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए….ये कुछ ऐसे शब्द हैं जिन्हें कई ‘देशभक्त’ भारत के कई ‘गद्दारों’ से कह चुके हैं और इसका शिकार आलिया भट्ट की मां और महेश भट्ट की पत्नी सोनी राजदान भी हुईं हैं। यही वजह है कि उन्हें भारत से ज्यादा पाक पसंद है। अपने फिल्म के प्रमोशन के दौरान आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने कहा भी, ‘जब भी मैं कुछ बोलती हूं तो ट्रोल का हिस्सा बन जाती हूं। मुझे देशद्रोही कहा जाता है। कभी-कभी सोचती हूं कि मुझे पाकिस्तान ही चले जाना चाहिए। वहां पर ज्यादा खुश रहूंगी। वहां खाना भी बहुत अच्छा है। आप लोगों ने ही ट्रोल कर कहा कि पाकिस्तान जाओ, इसलिए पाकिस्तान जाऊंगी।‘ वो यहीं नहीं रुकी आलिया भट्ट की मां ने आगे कहा, “मैं अपनी मर्जी से पाकिस्तान छुट्टियां मनाने जाऊंगी।“
यही नहीं भारत के हिंदू देश होने पर उन्होंने कहा, “मैं भारत के पूरी तरह हिंदू देश बनने के खिलाफ हूं। पाकिस्तान में मिला जुला कल्चर नहीं है, इसी वजह वह बेहतर देश नहीं बन सका।“ आलिया भट्ट की मां एक तरफ पाकिस्तान जाने वहां सुकून से रहने की बात कर रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ भारत के एक हिंदू देश होने से भी तकलीफ है। इसके साथ वो ये भी कह रही हैं कि रहने के लिए पाकिस्तान बेहतर देश नहीं लेकिन फिर भी वो वहां बस छुट्टियां बिताने जाना चाहती हैं अगर वहां रहेंगी तो उन्हें भी पाक की तरह गरीबी का सामना जो करना पड़ेगा। हालांकि, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनके अपने देश में क्या हो रहा है और किस स्थिति से देश गुजर रहा है। उन्हें इससे भी फर्क नहीं पड़ता कि देश में आतंकी हमलों के पीछे पाक का हाथ है। इन्हें सिर्फ अपना चैन-सुकून नजर आता है। अगर वास्तव में इन्हें देश की फ़िक्र होती तो इस तरह से पाक की तारीफ न कर रही होतीं।
ऐसे कई कलाकार हैं जो रहते तो भारत में हैं और यहां के सुविधाओं का लाभ उठाते हैं लेकिन पाकिस्तान पर प्यार बरसाते हैं। जब देश की जनता इनके रुख से इन्हें पाकिस्तान जाने की बात कहते हैं तो इन्हें ये चीज बुरी लगती है। सोनी राजदान जैसे कलाकरों के लिए देश और धर्म की भावनाओं का विरोध करना अभिव्यक्ति की आजादी है लेकिन उन्हें अपनी इस मानसिकता के लिए ट्रोल किया जाए तो गलत क्यों है?
ऐसा लगता है कि अपनी आगामी फिल्म ‘नो फादर्स इन कश्मीर’ के प्रमोशन के लिए सोनी राजदान पाकिस्तान के कसीदे पढ़ रही हैं। ठीक वैसे ही जैसे फिल्म मुल्क के कलाकारों ने और वीरे दी वेडिंग की स्वरा भास्कर ने किया था। हालांकि, ये दोनों ही फिल्में पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं हुई थी जिसके बाद स्वरा ने पाकिस्तान को एक ‘असफल राज्य’ करार दिया था। खैर, वजह जो भी हो लेकिन अपनी फिल्मों के प्रमोशन के लिए इस तरह से पाक के कसीदे पढने वालों को सच में पाकिस्तान ही चले जाना चाहिए।