शर्मनाक! खाली कुर्सियों की फोटो खींच रहे पत्रकार की कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कर दी बुरी तरह पिटाई

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(PC: Times Now)

घायल पत्रकारों के ‘जीवनरक्षक’ बन सुर्खियां बटोरने वाले राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस का ढोंग तब सबके सामने आया जब कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही एक पत्रकार को बुरी तरह पीट डाला। शनिवार को तमिल नाडु में कांग्रेस की रैली में एक तमिल मैगजीन का पत्रकार  कथित रूप से वहां पड़ी खाली कुर्सियों की फोटो ले रहा था। पोल खुलने के भय से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उसकी जमकर पिटाई कर डाली। आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पिछले कुछ दिनों से अपनी रैलियों के दौरान घायल होने वाले पत्रकारों को ‘बचाने’ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं, ऐसे में उन्हीं की पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा ऐसा हिंसक रूप दिखाना क्या राहुल गांधी के ढोंग को नहीं दर्शाता है?

दरअसल, कांग्रेस ने अपने घोषणपत्र को प्रचारित करने के लिए एक जनसभा बुलाई थी, जहां मौके पर तमिलनाडु कांग्रेस के अध्यक्ष और विरुधुनगर लोकसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी केएस अलागिरी, बीएम टैगोर और डीएमके विधायक थंगम थेनारासु मौजूद थे। लेकिन पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में लोगों को बुलाने में सफल नहीं हो पाये जिसकी वजह से बड़ी संख्या में वहां पर कुर्सियां खाली पड़ी थी। वहीं मौजूद एक पत्रकार ने जब उसकी फोटो खींचने की कोशिश की तो एक कांग्रेसी कार्यकर्ता ने उसे थप्पड़ जड़ डाला। वहां मौजूद अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने भी उसके साथ धक्का-मुक्की करने की कोशिश की। इस घटना की एक वीडियो भी सामने आया है। घायल पत्रकार को बाद में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। चेन्नई प्रैस क्लब ने इस घटना की निंदा कर आरोपियों को जेल भेजने की मांग की है।

कुछ दिनों पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सचिव प्रियंका गांधी की एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी जिसमें ये दोनों कुछ घायल पत्रकारों को ईलाज के लिए ले जाते हुए दिखाई दे रहे थे। प्रियंका गांधी ने तो उस घायल पत्रकार के जूते अपने हाथ में पकड़ रखे थे। दोनों भाई-बहन की पूरी कोशिश थी कि कहीं फोटो खींचाने का कोई अवसर न छूट जाए! इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष की एक और विडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी। वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से एक बंद कार में एक पत्रकार अपना माथा पुछवाता नजर आ रहा था। वह पत्रकार जब ‘घायल’ हुआ तो नाटकीय रूप से राहुल गांधी का काफिला भी वहीं से गुजर रहा था।

राहुल गांधी ने अपनी इन वीडियोज़ के चलते खूब वाहावाही बटोरने की कोशिश की लेकिन अपने कार्यकर्ताओं द्वारा की गई गुंडागर्दी पर वे अभी तक चुप हैं। हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि कांग्रेस पार्टी की गुंडागर्दी सिर्फ चुनावी जनसभाओं तक ही सीमित हों, आजकल कांग्रेस के प्रवक्ता भी टीवी पर बहसों के दौरान अपना हिंसक रूप दिखाने लगे हैं।

दरअसल, एक निजी टीवी चैनल पर बहस जारी थी जिसमें कांग्रेस प्रवक्ता आलोक शर्मा भी हिस्सा ले रहे थे। बहस के दौरान आलोक शर्मा अपना आपा खो बैठे और भाजपा के प्रवक्ता पर अपना पानी का गिलास फेंक कर मारा। गनीमत यह रही कि कांग्रेस प्रवक्ता की इस हिंसा में किसी को चोट नहीं आई। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि राहुल गांधी पत्रकारों पर दरियादिली दिखाने का सिर्फ ढोंग करते हैं क्योंकि अगर यह उनकी पार्टी का आदर्श होता तो उनकी पार्टी के प्रवक्ता और कार्यकर्ता पत्रकारों पर हिंसक हमले नहीं करते।

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