भोपाल में युवक ने की दिग्विजय सिंह की बोलती बंद

दिग्विजय सिंह भोपाल

PC: News18 Hindi

लोकसभा चुनाव अपने तीसरे चरण में पहुंच गया है। सभी पार्टियां अपना पूरा दमखम लगा कर सत्ता की कुर्सी पाने में लगी हुई हैं। जिसके लिए सारे नेता गली गली भटक कर, हाथ जोड़कर वोट मांगते नज़र आ रहे हैं, ये है वोट का महत्व। लेकिन उसी जनता को अगर धक्के मारे जाए तो वोट किस से मांगेंगे ये नेता ? ऐसा ही कुछ देखने को मिला दिग्विजय सिंह की एक रैली में।

दरअसल, हुआ यूं कि दिग्विजय सिंह मध्य प्रदेश के भोपाल में एक रैली कर रहे थे और उन्होनें प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा कि किस-किस के अकाउंट में 15 लाख रूपय आ गए ? लेकिन उनका यह दांव उल्टा पड़ गया और एक युवक ने उनकी बोलती बंद कर दी। दिग्विजय ने कहा कि ‘जिसके अकाउंट में 15 लाख आ गए वो हाथ उठाए।‘ इस सवाल पर युवक ने हाथ खड़ा किया तो दिग्विजय ने उसे मंच पर आने को कहा। जब युवक मंच पर पहुंचा तो उसने दिग्विजय सिंह को ऐसा जवाब दिया कि दिग्विजय को गुस्सा आ गया और वहां खड़े एक कांग्रेसी कार्यकर्ता ने युवक को धक्का देकर मंच से नीचे उतार दिया।

दरअसल, 15 लाख के सवाल पर युवक ने मंच पर जाकर कहा था कि “पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंकियों को मारा” बस इतना कहते ही दिग्विजय सिंह भड़क गए और युवक को मंच से धक्का देकर भगा दिया। अब बताइये भला सच कहना भी कोई गुनाह है क्या ? युवक के इस जवाब से दिग्विजय सिंह के समक्ष एक शर्मनाक स्थिति बन गयी लेकिन अपने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से प्यार की सीख नहीं ले पाए. अगर ली होती तो इस तरह से एक युवक धक्का मारे जाने का विरोध करते।

खैर, जिस तरह की स्थिति का सामना दिग्विजय सिंह को करना पड़ा है उससे ये तो स्पष्ट है कि भोपाल की जनता को वो पसंद नहीं है। वैसे भी अगर भोपाल सीट का इतिहास देखें तो यह लोकसभा सीट बीजेपी के सबसे मजबूत किलों में से एक है, जहां 30 साल से बीजेपी का कब्जा है। साल 1989 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने भोपाल से पहली बार जीत दर्ज की थी उसके बाद से अभी तक सभी लोकसभा चुनावों में यहां से बीजेपी ही जीतती आ रही है। इस सीट पर काग्रेंस ने आखिरी बार साल 1984 में जीत दर्ज की थी। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल वह सीट है जहां से कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन वे इस सीट से पार्टी को नहीं जिता पाए। किसी समय कांग्रेस की ओर से इस सीट पर नवाब मंसूर अली खान पटौदी और सुरेश पचौरी ने भी दांव खेला लेकिन जीत का स्वाद नहीं चख पाए।

हालांकि, इस बार कांग्रेस ने इस सीट से दिग्विजय सिंह पर दांव खेला है और वो इस सीट से अपनी जीत को सुनिश्चित करने के लिए पूरी कोशिश भी कर रहे हैं. फिर भी यहां उनका दांव पलट गया जिस मुद्दे को लेकर वो पीएम मोदी को घेरने का प्रयास कर रहे थे लेकिन उनके मंसूबों पर जनता ने ही पानी फेर दिया. मंच पर युवक ने दिग्विजय सिंह की 15 लाख की ईंट का जवाब  अपने सर्जिकल स्ट्राइक वाले पत्थर से दिया जिससे ये साफ़ हो गया कि आम जनता को 15 लाख से ज्यादा अपने देश को सुरक्षित देखना चाहती है.

स्पष्ट रूप से जनता के लिए देश की सुरक्षा सर्वोपरि है ये पब्लिक है ,ये सब जानती है। देश की बागडोर उसी के हाथ में जाएगी जो देश हित के बारे में सिर्फ सोचेगा ही नहीं बल्कि ज़रूरी कदम भी उठाएगा। ये तो साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश कि जनता को कोई उम्मीद तो ज़रूर दिखाई है जो सारा राष्ट्र इतना एकजुट होकर एक व्यक्ति के साथ खड़ा नज़र आ रहा है।

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