वामपंथी मीडिया पोर्टल्स ने फैलाई ईवीएम के बारे में झूठी खबरें, चुनाव आयोग ने किया सच का खुलासा

चुनाव आयोग ईवीएम

(PC: The Logical Indian)

चुनावों में अपनी निश्चित हार को लेकर देश का वामपंथी गुट इतना हताश है कि अब उसने ईवीएम के बारे में जमकर फेक न्यूज़ फैलाना शुरू कर दिया है। यह पूरा गिरोह अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने में इस कदर लगा हुआ है कि अब वह भारतीय चुनाव आयोग की छवि को धूमिल करने के लिए झूठी खबरों का सहारा ले रहा है। दरअसल, इस लिबरल गैंग ने अब यह खबर फैलाई कि गोवा में ईवीएम के परीक्षण के दौरान इसमें भारी धांधली देखने को मिली है। कुछ तथाकथित मीडिया समूहों ने इस खबर को फैलाते हुए यह दावा किया कि भाजपा को सिर्फ 9 वोट डाले गए थे लेकिन नतीजों में भाजपा को 17 वोट मिले। लेकिन इस गैंग की बोलती तब बंद हो गयी जब खुद चुनाव आयोग ने इस फेक न्यूज़ का भंडाफोड़ किया और यह खुलासा किया कि खराब ईवीएम की वजह से वोट भाजपा को नहीं बल्कि कांग्रेस के पक्ष में चले गए थे।

इस फेक न्यूज़ को सबसे पहले देश की सबसे क्रांतिकारी पार्टी ‘आम आदमी पार्टी’ के गोवा राज्य के संयोजक एल्विस गोम्स ने फैलाया और ट्वीट में लिखा ‘शर्मिंदगी का चुनाव? ईवीएम के परीक्षण के दौरान गोवा के बूथ नंबर 31 के 34 एसी में 6 उम्मीदवारों को 9-9 वोट डाले गए थे, लेकिन नतीजों में भाजपा को 17, कांग्रेस को 9, आप को 8, और स्वतंत्र उम्मीदवार को 1 वोट मिला। ये चोरी है। चुनाव आयोग के दावे खोखले हैं। आम आदमी पार्टी, कृपया आवाज उठाइए!’

आम आदमी पार्टी के मुखपत्र के तौर पर काम करने वाले ‘जनता का रिपोर्टर’ ने भी तुरंत इस खबर को लपका और ट्वीट में लिखा कि खराब ईवीएम की वजह से भाजपा को फायदा पहुंचा। जनता के रिपोर्टर ने ट्वीट किया ‘बड़ी खबर- शर्मिंदगी के इन चुनावों में भाजपा को सिर्फ 9 वोटों के मुक़ाबले 17 वोट पड़े, शर्म के मारे चुनाव आयोग को सभी ईवीएम को बदलना पड़ा। केरल, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के रामपुर से भी ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं।

इसके अलावा एक अन्य वामपंथी मीडिया पोर्टल ‘द लॉजिकल इंडियन’ ने भी इस खबर को खूब फैलाया। उन्होंने ट्वीट किया ‘ईवीएम के परीक्षण के दौरान, भाजपा को उसके कोटे के 9 वोटों की जगह 17 वोट मिले। ऐसा तीसरे चरण के चुनाव होने के सिर्फ कुछ घंटों पहले हुआ’।

हालांकि बाद में चुनाव आयोग ने खुद इस फेक न्यूज़ को एक्स्पोज़ करने का काम किया। एक प्रेस रिलीज़ में आयोग ने कहा ‘लोगों को भ्रमित करने वाली और गलत जानकारी वाली एक खबर को सोशल मीडिया और मीडिया पर फैलाया जा रहा है’। चुनाव आयोग ने अपनी प्रेस रिलीज़ के माध्यम से इस बात की पुष्टि की है कि भाजपा के पक्ष में 17 वोट डाली जाने वाली खबर पूरी तरह झूठी है। यहां तक कि आयोग ने इस बात को भी स्पष्ट किया कि एक खराब ईवीएम की वजह से 17 वोट कांग्रेस के खाते में चले गए थे।

चुनाव के समय में इस लिबरल गैंग की पूरी कोशिश है कि वोटर्स को अपनी ओर खींचने के लिए लोगों को झूठ और गलत जानकारी दी जाए। इस वामपंथी गुट को अभी से इस बात का यकीन हो चुका है कि लोगों की भावनाएँ उनके साथ नहीं हैं, जिसके कारण अब उसने चुनाव आयोग की विश्वसनियता पर ही सवाल उठाना शुरू कर दिया है। वोटर्स को ईवीएम से संबन्धित किसी भी खबर को बड़ी सावधानी से समझने की जरूरत है।

Exit mobile version