पाकिस्तान प्रधानमंत्री के इस बयान से पूरी दुनिया में उड़ रही उनकी खिल्ली

इमरान खान पाकिस्तान

PC: lokmatNews

कहते है कि इंसान को वही काम करना चाहिए जिसमें वो निपुण हो या फिर करने से पहले उसके बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए अन्यथा कई बार हंसी का पात्र बनना पड़ जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को उस वक्त हास्यास्पद स्थिति का सामना करना पड़ा जब वो ऐतिहासिक तथ्यों में उलझ गए। जिसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर उनका मज़ाक भी बनाया और कुछ ने तो इमरान खान को अपनी जी.के. तक ठीक करने की सलाह दे डाली।

दरअसल, हुआ यूं कि इमरान खान ईरान के दौरे पर थे और ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के साथ एक प्रेस कोंफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। जहां वो ऐतिहासिक तथ्यों में उलझ गए और फ़्रांस की जगह जापान कह गए। जबकि जर्मनी और जापान की सीमाओं में करीबन 5000 मील से ज्यादा का अंतर है। इस बयान के बाद पाक पीएम की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खूब किरकिरी हुई। सिर्फ बाहर के लोगों ने ही नहीं पाकिस्तान में भी कई लोगों ने खुद अपने ही प्रधानमंत्री की खिंचाई की।

इमरान खान ने अपने बयान में कहा था, ‘जितना आप एक-दूसरे के साथ व्यापार करते हैं, उतना ही आपका संबंध एक-दूसरे के साथ बढ़ता है। जर्मनी और जापान ने दूसरे विश्वयुद्ध में एक-दूसरे के हजारों लोगों को मारा था, लेकिन उसके बाद दोनों देशों ने बॉर्डर पर संयुक्त उद्योग लगाने का फैसला किया।’

आपको बता दें की द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद जर्मनी और फ़्रांस ने साथ मिलकर यूरोपीय यूनियन की नींव डाली थी और साथ ही एक दूसरे को सहयोग करने के लिए संयुक्त उद्योग भी लगाए थे इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर इमरान खान की जमकर खिंचाई हो रही है। कुछ लोग तो ये भी कह रहे हैं कि पाकिस्तान के इतने पढ़े-लिखे पीएम से अनपढ़ों जैसी उम्मीद नहीं थी।

पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो ने भी ट्वीट कर अपने प्रधानमंत्री की चुटकी ली। बिलावल ने लिखा, ‘हमारे प्रधानमंत्री को लगता है कि जर्मनी और जापान बार्डर शेयर करते है। बिलावल ने कहा ये शर्मनाक है।‘ उन्होनें आगे कहा ‘यही होता है जब किसी को ऑक्सफोर्ड युनिवेर्सिटी में बस इसलिए दाखिला मिल जाता है की आप क्रिकेट अच्छा खेलते है।‘सामान्य ज्ञान पर चुटकी लेने के साथ ही बिलावल ने इमरान खान की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठाए।

पाकिस्तान के रेपोर्टरों को तो आपने सोशल मीडिया पर खूब मनोरंजन करते देखा होगा लेकिन अब पाकिस्तान के वज़ीर ए आज़म के बयानों से भी मनोरंजन का आनंद उठा सकते है। भारत के प्रधानमंत्री की नकल करके उन्होनें ये तो सीख लिया कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेलझोल बढ़ाना चाहिए लेकिन जनाब वो कहते है न नकल के लिए भी अकल कि जरूरत होती है।

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