पीएम मोदी ‘अवार्ड वापसी गैंग’ और विपक्ष पर जमकर बरसे

मोदी अवार्ड वापसी

लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही पीएम मोदी ने भी चुनाव प्रचार अभियान ‘अपने तरीके’ से शुरू कर दिया है। कांग्रेस पार्टी के नारे ‘चौकीदार चोर है’ को अपने फायदे में इस्तेमाल करने के लिए भाजपा ने नया नारा ‘मैं भी चौकीदार’ दिया, और देश के करोड़ों लोगों का इस अभियान को पूरा समर्थन दिया। यहां तक कि लाखों ट्विटर यूजर्स ने अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ शब्द का इस्तेमाल कर भाजपा के इस अभियान के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया। इसी अभियान को आगे बढ़ाते हुए पीएम मोदी ने लगभग देश के 500 अलग-अलग जगहों के लाखों चौकीदारों (समर्थकों) से वार्ता की और कहा कि हमें देश के हितों की चौकीदार करनी है।

इस वार्ता के दौरान उन्होंने देशहित के मुद्दों पर बात करने के अलावा विरोधियों को भी आड़े हाथों लिया। अपने खिलाफ झूठा प्रोपेगंडा फैलाने वालों पर हमला बोलने के साथ-साथ उन्होंने बॉर्डर-पार आतंकवाद को वित्तपोषित करने वाले पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने अपनी इस वार्ता में कांग्रेस पार्टी के साथ-साथ तमाम वामपंथी विचारधारा के लोगों को खरी खरी सुनाई।

पीएम मोदी ने बड़ी ही चतुराई से अवार्ड वापसी गैंग पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा “उसके बाद अवॉर्ड वापसी गैंग आई। मैंने पूछा कि क्या-क्या वापस आया तो कुछ भी नहीं। उन्हें अवॉर्ड के तहत रुपये मिले हैं, लेकिन वापस नहीं आए। चुनाव पूरे होते ही अवॉर्ड वापसी गैंग घर में जाकर सो जाती है। आपने देखा होगा कि उनके झूठ की उम्र ज्यादा नहीं होती है। कुछ तो ऐसे हैं कि उनकी बालमृत्यु हो जाती है।“

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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के दादरी में मॉब लिंचिंग के शिकार अखलाक की हत्या का विरोध जताने के लिए कुछ बुद्धिजीवियों ने उनको मिले साहित्य अकादमी एवं राष्ट्रीय फिल्म अवार्ड्स को वापस किया था। पीएम मोदी ने सही समय पर सही जगह वार करने का काम किया है। आपको बता दें कि हिंदी लेखक काशी नाथ सिंह को छोड़कर अवार्ड वापसी गैंग के अन्य किसी सदस्य ने अवार्ड के साथ मिली अनुदान राशि को वापस नहीं किया है।

वहीं, अगर कांग्रेस पार्टी की बात करें तो उसने भी इस अवार्ड वापसी गैंग का भरपूर समर्थन किया था। पीएम मोदी ने इस पर कहा “कांग्रेस का झूठ भी बड़ा सीज़नल होता है, जैसे पटाखे और पतंग का सीजन आता है। जब दिल्ली में चुनाव चल रहा था तो उन्होंने झूठ चला दिया, और झूठ क्या था, की चर्च पर हमले हो रहे हैं, असहिष्णुता! इनटॉलेरेंस! लेकिन जैसे ही चुनाव गया, इनटॉलेरेंस भी समाप्त हो गया।“ हाल ही में मोदी सरकार पर बुद्धिजीवियों की एक अन्य गैंग ने देश की आर्थिक स्थिति से जुड़े  आंकड़ों को छुपाने का आरोप लगाया था। इस गैंग में लगभग 180 अर्थशास्त्री एवं सामाजिक वैज्ञानिक साथ आए थे।

आपको बता दें कि वर्ष 2015 में कांग्रेस समर्थक कुछ तत्वों द्वारा जानबूझ कर अवार्ड वापसी के नाटक को रचाया गया था। इन सभी स्वघोषित बुद्धिजीवियों ने मोदी सरकार के खिलाफ जमकर एजेंडा चलाया था। लेकिन अब पीएम मोदी ने इस गैंग को ऐसा जवाब दिया है कि भविष्य में कभी वह लोकतांत्रिक ढंग से चुनी सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पाएंगे।

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