अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले मामले में रिपब्लिक टीवी ने किया बड़ा खुलासा

गांधी मिश्चेल अगस्ता वेस्टलैंड

कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ गयी हैं। रिपब्लिक टीवी ने अपने एक बड़े खुलासे में कहा है कि अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने लगभग सुलझा लिया है।

रिपब्लिक टीवी के हाथ लगे ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, भारतीय प्राधिकारियों के पकड़ में आये बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल ने इस सौदे में हुए घोटाले को लेकर कई बड़े खुलासे किये हैं।

रिपब्लिक टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक,अगस्ता वेस्टलैंड मामले में पटियाला हाउस कोर्ट की विशेष अदालत में दायर तीन हजार पन्नों की ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, क्रिश्चियन मिशेल ने ये स्वीकार किया है कि वो ‘श्रीमती गांधी’ को जानता है। मिशेल ने आगे बताया कि वो ‘श्रीमती गांधी’ के संपर्क में काफी समय से हैं और उन्हें 1986-87 जानते हैं। इससे पहले जाँच एजेंसियों के हाथ एक डायरी लगी थी जिसमें राजनेताओं को दी जाने वाली भारी-भरकम रकम का था। इस डायरी में ये भी सामने आया कि  3600 करोड़ रुपये के इस सौदे में करीब 12 फीसद राशि रिश्वत के रूप में दी गयी थी। यही नहीं ‘एपी’ जैसे रहस्यमय शॉर्टनेम वाले राजनीतिज्ञ और इसी तरह एक ‘फैमिली’ को 1.5 से 1.6 करोड़ यूरो दिए जाने का जिक्र है। हालांकि, क्रिश्चियन मिशेल जेम्स ने इसकी खुद पुष्टि की कि “एपी’ का मतलब गांधी परिवार के भरोसेमंद नेता अहमद पटेल और ‘फैम’ का मतलब परिवार।”

28 अगस्त, 2009 को लिखी गई इस चिट्ठी के अनुसार, “हफ्ते के शुरुआत में इटालियन लेडी के बेटे के साथ मीटिंग है। उस शख्स ने पुष्टि की कि बीटा अगला प्रधानमंत्री होगा और पार्टी में उसकी शक्ति दिनों दिन बढ़ रही है। इसीलिए वित्त मंत्री इस अभूतपूर्व वृद्धि से चिंतित हैं। बेटे को इस सप्ताह के अंत तक अपनी मां के साथ इस मुद्दे को और आगे बढ़ाए जिन्हें इस मामले से जुड़े तथ्यों के बारे में जानकारी नहीं है।”

यहां किस मां और बेटे की बता हो रही है इसमें किसी को शक नहीं चाहिए। हालांकि, चार्जशीट के मुताबिक,इस मामले में कई लेफ्ट-लिबरल के जाने-माने पत्रकारों के भी प्रभाव की बात कही गयी है जो इस वीवीआइपी हेलीकॉप्टर घोटाले में बिचौलिया का काम कर रहे थे। अगस्ता वेस्टलैंड के मामले को लेकर अर्नब गोस्वामी ने अपने कार्यक्रम में कई खुलासे किये। उन्होंने कोई नाम नहीं लिया लेकिन ये जरुर निश्चित किया कि आम जनता को सच का पता चले। इस मामले में और कौनसे लोगों का नाम सामने आता है ये देखना दिलचस्प होगा और कुछ नामों पर तो हैरानी भी नहीं होगी क्योंकि वो सामने हैं लेकिन सबूतों के अभाव में कानून के शिकंजे से बचे हुए हैं।

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