अब कवि बन गए तेजप्रताप, भाई तेजस्वी को बताया दुर्योधन और विरोधियों को दे डाली बड़ी चेतावनी

तेजप्रताप तेजस्वी दुर्योधन

PC : NDTV Khabar

राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव देश का मनोरंजन करने का कोई मौका नही छोडते, इस बार भी उन्होने कुछ ऐसा कह दिया कि बवाल मच गया। उन्होंने अपने ही भाई को “दुर्योधन” बता डाला। पहले से ही उनके और उनके परिवार के बीच सब ठीक नही चल रहा है उसपर से उनके ये बयान परिवार और पार्टी दोनों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। कभी वो अपने भाई को अर्जुन और खुद को कृष्ण कहा करते थे लेकिन अब उसी भाई को महाभारत का दुर्योधन कह रहे हैं।

एक ओर तो बिहार में राष्ट्रीय जनता दल ( राजद ) की हालत कुछ ज्यादा अच्छी नही चल रही है उस पर से तेज प्रताप का यह बयान पार्टी के लिए बेहद घातक सिद्द हो रहा है। इसके साथ ही लालू परिवार की पारिवारिक कलह भी बढ़ती ही नज़र आ रही है। तेज प्रताप ने यह भी कहा कि अगर उनके और उनके परिवार के बीच कोई बाहरी आया तो उसका विनाश पक्का है।

तेजप्रताप ने छह अप्रैल को ट्विटर पर एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियाँ साझा करते हुए लिखा, “दुर्योधन वो भी दे न सका, आशीष समाज की ले न सका, उल्टे हरी को बांधने चला, जो था असाध्य, साधने चला। जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।”

दरअसल तेजप्रताप महागठबंधन के बाद पार्टी में हुए टिकटों के बंटवारे को लेकर खफ़ा हैं, राजद के हिस्से में आई 19 सीटों में से कम से कम दो सीटों पर तेज अपनी पसंद के प्रत्याशी को खड़ा करना चाहते थे। जिसके लिए उन्होने अपनी पूरी कोशिश भी की , वो चाहते थे कि जहानाबाद संसदीय क्षेत्र से चन्द्र प्रकाश यादव और शिवविहार से अंगेश सिंह को राजद से टिकट मिल जाए लेकिन उनकी जीतोड़ कोशिशों के बावजूद पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया । उन्होंने लालू यादव से बात की, राबड़ी देवी को मनाने कि कोशिश की, तेजस्वी यादव से भी बातचीत की साथ ही मीडिया के पास भी पहुंचे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। पार्टी ने उनके खिलाफ़ जाकर अपनी पसंद के प्रत्याशी खडे कर दिए।

तेजप्रताप के इन ट्वीट्स के बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि तेज प्रताप ने परिवार और पार्टी में फैसला लेने वाले (तेजस्वी यादव) का विवेक मर जाने की बात करते हुए विनाश की चेतावनी दी है । साथ ही अपने परिवार में इस कलह के लिए ज़िम्मेदार लोगों को भी कड़ी चेतावनी दे डाली है। जिसके बाद तेज प्रताप अब जहानाबाद मे अपनी पसंद के प्रत्याशी चंद्रप्रकाश यादव का 24 अप्रैल को निर्दलीय नामांकन कराने जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सारण सीट पर उनके ससुर चुनाव लड़ते हैं तो वो खुद निर्दलीय सारण सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसी बीच उन्होने अपने भाई पर चापलूसों से घिरा होने का आरोप लगाया तो बदले मे उनके भाई तेजस्वी यादव ने भी उनको घर की बात घर में ही रखने की सलाह दे डाली । कभी अपनी पत्नी से तलाक के लिए, तो कभी अपने ही परिवार पर भेदभाव का आरोप लगा चर्चा मे रहने वाले तेज प्रताप राजनीति मे क्या कुछ कर पाएंगे यह तो भविष्य ही बताएगा।

Exit mobile version