अमेरिका ने अपने सबसे बड़े दुश्मन ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए जिस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया था वह अब भारत के पास आ गया है। बोइंग कंपनी द्वारा तैयार अमेरिका के इस एएच-64 ई अपाचे हेलिकॉप्टर के अब भारत के पास होने से अब हमारी वायुसेना को एक नई ताकत मिलेगी। यह हेलिकॉप्टर दुनिया का सबसे घातक हेलिकॉप्टर माना जाता है।
भारत ने अमेरिका से 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की है। जिसके बाद अब भारत को इस खेप का पहला हेलीकॉप्टर मिल गया है। अमेरिका के ऐरिजोना में भारतीय वायुसेना को पहला अपाचे हेलिकॉप्टर सौंपा गया है। यह हेलिकॉप्टर भारत के पास आ जाने से अब भारत की दुश्मन के घर में घुसकर मार करने की क्षमता कई गुना बढ़ गई है। अपाचे की डिजाइन ही इस तरह से तैयार की गई है कि, दुश्मन की किलेबंदी को भेदकर और उसकी सीमा में घुसकर हमला करने में इस हेलीकॉप्टर को महारथ हासिल है। भारत इन हेलीकॉप्टर्स को चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात करेगा।
जंग के समय या सैन्य ऑपरेशन के दौरान आगे बढ़ते हुए दुश्मन की बख्तरबंद टुकड़ियों से मुकाबले में अटैक हेलिकॉप्टर की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। ये हेलिकॉप्टर्स रॉकेट, टैंकभेदी मिसाइलों और ज़मीन पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने के लिए मशीनगन से लैस होते हैं। ये हर मौसम में कारगर हमला कर सकते हैं। भारत के पास अभी जो अटैक हेलीकॉप्टर्स हैं, वो तीन दशकों से ज्यादा पुराने हैं। अपाचे के मिल जाने से भारतीय वायुसेना की ताकत में बहुत बढ़ोत्तरी होगी। अपाचे इस समय दुनिया के सबसे अच्छे अटैक हेलीकॉप्टर्स माने जाते हैं। ये हेलीकॉप्टर्स 4 दशकों से अमेरिकी सेना का हिस्सा हैं। भारत इन हेलीकॉप्टर्स की मदद से पीओके में छुपे आतंकी ठिकानों को असानी से तबाह कर सकता है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह हेलीकॉप्टर युद्ध के समय ‘गेम चेंजर’ की भूमिका निभा सकता है।
आइए जानते हैं बोइंग एएच-64ई एडवांस्ड लड़ाकू हेलिकॉप्टर अपाचे की वे खुबियां जो इसे दुनिया का सबसे खुंखार हेलिकॉप्टर बनाती है। बता दें कि, अपाचे को अमेरिका ने पनामा से लेकर अफगानिस्तान और इराक तक में दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में इस्तेमाल किया। वहीं इजरायल भी लेबनान और गाजा पट्टी में अपने सैन्य ऑपरेशनों में इसी अटैक हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करता है। इस अटैक हेलिकॉप्टर में दो जनरल इलेक्ट्रिक T700 टर्बोशैफ्ट इंजन हैं। साथ ही इसमें आगे की ओर एक सेंसर फिट है जिससे यह रात में भी उड़ान भर सकता है। अपाचे 365 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरता है। तेज गति इसकी बड़ी खूबी है। इसी कारण यह आसानी से दुश्मन के टैंकों के परखच्चे उड़ा देता है। इस अटैक हेलिकॉप्टर में हेलिफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें लगी होती हैं। साथ ही इसमें दोनों ओर 30mm की दो गनें भी लगी होती हैं। अपाचे हेलिकॉप्टर में दो पायलट्स के लिए स्पेस होता है। वहीं इसका वजन 5,165 किलोग्राम है। अपाचे की खास बात यह है कि, इसमें हेल्मेट माउंटेड डिस्प्ले, इंटिग्रेटेड हेलमेट और डिस्प्ले साइटिंग सिस्टम होता है। इनकी मदद से पायलट हेलिकॉप्टर में लगी ऑटोमैटिक M230 चेन गन का उपयोग करता है। इन्हीं सब खूबियों के कारण ही है यह दुनिया का सबसे खूंखार लड़ाकू हेलिकॉप्टर जो अब भारत के पास आ गया है।