भारत को मिली कामयाबी, संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को घोषित किया अंतर्राष्ट्रीय आतंकी

संयुक्त राष्ट्र आतंकी मसूद अजहर

आतंकवाद पर नकेल कसने को लेकर भारत को बड़ी सफलता मिली है। जैश-ए-मोहम्मद सरगना आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया है। जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के खिलाफ यह कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद ने की है। मसूद उस आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का चीफ है जिसने 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला किया था। इसके बाद से ही भारत लगातार मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने की कोशिशों में लगा था जिसमें आज यह बड़ी सफलता मिली है। वहीं मसूद अजहर के वैश्विक आतंकी घोषित होने के साथ ही पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है।

यूएन ने मसूद अजहर का नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। भारत लंबे समय से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आंतकी घोषित करने की मांग कर रहा था। बता दें कि, मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने को लेकर इस बार चीन ने कोई अड़ंगा नहीं लगाया है।

बता दें कि, मसूद का जन्म 1968 में पाकिस्तान के बाहावलपुर में हुआ था। ग्यारह भाई-बहनों में मसूद10वें नंबर का था। अजहर का संबंध हरकत-उल अंसार से भी रहा है। भारत में भीषण आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार जैश सरगना को फरवरी 1994 में गिरफ्तार किया गया था। उसे दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पकड़ा गया था। अजहर पुर्तगाल के पासपोर्ट पर बांग्लादेश के रास्ते भारत में घुसा था और फिर वह कश्मीर पहुंचा था। उस समय यह डरपोक अजहर आर्मी अफसर के एक थप्पड़ में ही हिल गया था और सारे राज उगलने लगा था। खबरों के अनुसार पूर्व कस्टडी के दौरान खुफिया एजेंसी को अजहर से पूछताछ करने के दौरान कोई मेहनत नहीं करनी पड़ी थी। अजहर ने पाकिस्तान में आतंकवादियों की भर्ती प्रक्रिया से लेकर आतंकवादी संगठनों के कामकाज तक की जानकारी खुफिया एजेंसियों को दी थी। अजहर द्वारा उगली गई इस जानकारी से भारतीय खुफिया एजेंसियां को पाकिस्तान की आईएसआई की तरफ से छेड़े गए छद्म युद्ध को समझने में काफी मदद मिली थी। इसे स्पष्ट है कि मसूद भले ही खतरनाक आतंकी है पर वो बेहद डरपोक किस्म का भी है।

मसूद अजहर भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी है। मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने भारत में पिछले दो दशकों में कई आतंकवादी हमले किए हैं। जैश सरगना मसूद अजहर 2001 में संसद भवन में हुए हमले का मास्टरमाइंड है। वहीं, 2016 में हुआ पठानकोट एयरबेस अटैक, जम्मू के उरी में टेरर अटैक और पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ हमले के पीछे भी मसूद अजहर का ही हाथ है।

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