योग प्रशिक्षक इरा त्रिवेदी
लगता है इरा त्रिवेदी इस बार अपने ट्वीट्स के कारण काफी बुरी फँसी है। सनातन धर्म के विरुद्ध अपने ओछे बयान रखने के लिए विवादों के केंद्र में आई योग प्रशिक्षक इरा त्रिवेदी ने हाल ही में अपने झूठ पकड़े जाने पर अपना ट्विटर अकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया है। ट्विटर पर इरा त्रिवेदी का अगर आधिकारिक अकाउंट चेक करने का प्रयास करें, तो ये छवि उभर कर सामने आ रही है –
कुछ दिनों पहले इरा विवादों के केंद्र में तब आई थी जब उन्होंने सनातन धर्म पर अशोभनीय टिप्पणियाँ करते हुए ट्विटर पर ये पोस्ट डाला –
DD नेशनल चैनल पर ‘योगा विथ इरा त्रिवेदी कांट्रैक्ट रद्द
उस समय इरा दूरदर्शन नेशनल चैनल पर ‘योगा विथ इरा त्रिवेदी’ नामक एक शो को संचालित करने जा रही थी, और उसी समय इनका एक और विडियो सामने आया, जहां इरा गोमांस खाने के पक्ष में अपने विचार रख रही थी –
https://twitter.com/Ragy_95/status/1154035086683074561
इस पर सोशल मीडिया पर इनकी जमकर आलोचना हुई और फलस्वरूप दूरदर्शन को इनका साथ अपना कांट्रैक्ट रद्द करना पड़ा। हालांकि ये पहला अवसर नहीं था जब इरा अपने बयानों के कारण विवादों के केंद्र में रही हो। पिछले वर्ष जब मी टू अभियान ने भारत में कदम रखा, तो इरा त्रिवेदी ने सुर्खियां बटोरने के लिए प्रचलित लेखक एवं विचारक चेतन भगत पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया –
हालांकि, चेतन ने इन आरोपों का खंडन करते हुये इरा के साथ अपनी बातचीत और अपने व्यवहारों का पूरा ब्योरा बताते हुये ट्विटर पर उनके स्क्रीनशॉट पोस्ट की।
परंतु इरा अपने व्यवहार के लिए बिलकुल भी शर्मिंदा नहीं थी। हाल ही में उन्होने अपने अकाउंट से अपनी सफाई में कुछ पोस्ट किए, औरउन्होंने अपने विवादित पोस्ट के बारे में कहा कि उन्होंने तो कभी ऐसा कोई पोस्ट ही नहीं किया था –
परंतु सोशल मीडिया यूज़र्स को उनकी ये दलीलें नहीं पची, और उनके डेलीटेड ट्वीट निकालकर न केवल उनके झूठ को उजागर किया , अपितु उनके पाखंडी व्यवहार के लिए उनकी जमकर भर्त्सना की –
This is worst than an apology or expressing regret. Nothing was taken out of context, stop thinking people are fools.
It's just that then you worked with anti-hindu India Today, now you don't want to lose ur job in DD National which is under 'Saffron Clad' government. https://t.co/GhoEi7gcQO pic.twitter.com/uBCiWjx4tq
— Ankur Singh (Modi Ka Parivar) (@iAnkurSingh) July 25, 2019
सच पूछें, तो इरा त्रिवेदी जैसे अवसरवादी लेफ्ट लिबरल बुद्धिजीवियों को अब लोगों ने सर आँखों पर बिठाना बंद कर दिया है। इनहोने अपने झूठ से लोगों को बरगलाने का चाहे जितना प्रयास किया हो, परंतु सोशल मीडिया की कृपा से अब इनका कोई भी झूठ एक दो दिन से ज़्यादा सुर्खियों में नहीं रह सकता। अब इन लोगों को समझना चाहिए की एक सतर्क जनमानस के सामने इनकी दाल नहीं गलने वाली।
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