भारतीय अर्थव्यवस्था को बूस्ट करने अब आ रही है ‘देसी अमेज़न’

(PC: Livemint)

मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल में नितिन गड़करी सर्वोत्तम मंत्रियों में से एक सिद्ध हुए थे। प्रशासन में अपने नवीन विचारों और चुनौतियों को संभावित अवसरों में परिवर्तित करने की इनकी खूबी ने सरकार के सुशासन में काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। अब ऐसा प्रतीत होता है की नितिन गड़करी मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी अपनी उसी विरासत का अनुसरण कर रहे हैं ।

हालिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार अमेज़न एवं अलीबाबा के तर्ज़ पर एक ऑनलाइन प्लैटफ़ार्म ko स्थापित करेगी। ये प्लेटफॉर्म सूक्ष्म, लघु और मध्यम वर्ग के उद्यम यानि MSME एवं खादी के उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री में सहायता करेगी। बजट के पेश होने से एक दिन पहले स्वयं नितिन गडकरी ने MSME मंत्री होने के नाते इस निर्णय को सार्वजनिक किया। प्रश्न काल में लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद चन्दन सिंह द्वारा पूछे गए एक प्रश्न पर उन्होंने इस संबंध में चर्चा की। यहीं नहीं, उन्होने ये भी साफ किया है की वे देश के MSME उद्योग को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।

इसी पर आगे चर्चा करते हुये गडकरी ने कहा की यूएस में अमेज़न और चीन में अलीबाबा अपने देश के MSME उद्योग के लिए काफी हितकारी सिद्ध हुये हैं। उनके अनुसार, “इसी तर्ज़ पर MSME एवं खादी ग्रामोद्योग के लिए हम एक बड़ी मार्केटिंग साइट को स्थापित करने जा रहे हैं। तैयारी शुरू हो चुकी हैं और जल्द ही उद्योगों को इसका एक्सैस मिलेगा।”

यहाँ पर हम बताना चाहते हैं की MSME उद्योग भारत के विकास में बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, परंतु जागरूकता और संसाधनों के अभाव में इस उद्योग के बिक्री को काफी नुकसान होता है। अगर इसके लिए ऑनलाइन प्लैटफ़ार्म की सुविधा मिलती है, तो इससे काफी सहायता मिलेगी, क्योंकि न केवल एमएसएमई उद्योग का दायरा बढ़ेगा अपितु उसे वैश्विक विस्तार भी मिलेगा। ऐसे में एमएसएमई उद्योग के पास भारत की विकास दर बढ़ाने और रोजगार के नए अवसर प्रदान करने का सुनहरा अवसर है। नितिन गडकरी ने कहा है कि उनका लक्ष्य MSME उद्योग के जरिये 5 करोड़ नौकरियों का सृजन करना है। उनके अनुसार, “हमारे लक्ष्य बड़े होने चाहिए। हमारा लक्ष्य है की अगले पाँच वर्षों में हम भारत की जीडीपी को 50% योगदान देंगे, और 5 करोड़ और लोगों को रोजगार भी देंगे।”

गडकरी ने बताया है की वे अपने इस वादे के क्रियान्वयन के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होने आगे कहा, “आपको पता है की जो भी मैंने कहा है, वो पूरा हुआ है। अगर वो नहीं होता है, तो आप वापस आकर मुझसे प्रश्न कर सकते हैं। परंतु जब मैंने घोषणा की है, तो मैं इसे भी पूरा करके ही दम लूँगा।”

MSME उद्योग के विकास के लिए नितिन गडकरी के प्रयासों की जितनी प्रशंसा की जाये, वो कम है। MSME उद्योग ने भारत की जीडीपी में वृद्धि के लिए काफी योगदान किया है और इसकी चहुमुखी प्रगति का अर्थ है, भारत की विकास दर में वृद्धि होना। ये मोदी सरकार के MSME उद्योगों को बढ़ावा देने की नीति के ही अंतर्गत आता है, और सरकार ने इस बात पर पूरा पूरा ध्यान दिया है की ऐसे छोटे छोटे कंपनियों के विकास में कोई कमी न हो। उदाहरण के लिए आप मुद्रा योजना की सफलता को ही देख लें। मोदी सरकार में मंत्री के तौर पर नितिन गडकरी ने काफी ऊंचे मानक स्थापित किए हैं और इस निर्णय से यह साफ है की वे देश के आर्थिक विकास को बढ़ाने के लिए ऐसे ही नवीन विचारों और अनोखे कदमों को बढ़ावा देते रहेंगे। 

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