नेटफ्लिक्स Vs डिज्नी: नेटफ्लिक्स आसानी से ये लड़ाई नहीं जीत सकता

जब भी OTT Applications यानि कि वो एप्प्स जिनपर जब चाहे जैसे चाहे मूवीज और टीवी सीरीज देख सकते हैं तो एक नाम सबसे पहले दिमाग में कौंधता है- नेटफ्लिक्स। जी हां, नेटफ्लिक्स भारत का सबसे पसंदीदा OTT app है और भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नेटफ्लिक्स का कोई सानी नहीं। वैसे तो Hotstar जैसी कंपनियों ने हाल के दिनों में अच्छी पैठ बनाई है लेकिन नेटफ्लिक्स को हराना अभी भी दूर की कौड़ी ही है।

लेकिन अगर कोई एप्प या कंपनी अजेय लग रही हो तो इसका मतलब ये नहीं है कि वो कभी हार ही नहीं सकती। अगर ऐसा होता तो आज भी मोबाइल का टॉप ब्रांड नोकिया होता और कैमेरे का कोडैक। और सबसे अच्छा उदाहरण तो भारत के टेलीकॉम सेक्टर का है जहां जियो आने से पहले एयरटेल और वोडाफोन मनमाने टैरिफ पर उपभोक्ताओं की जेब काटा करती थीं। आज जहां एक तरफ एयरटेल अपनी नंबर 1 की साख बचाने में जुटी है तो वहीं दूसरी तरफ वोडाफोन तो अस्तित्व बचाने के जंग में लगा है। अब ऐसा ही संकट नेटफ्लिक्स के ऊपर भी आन पड़ा है और उस संकट का नाम है – डिज्नी। जी हां वही “वॉल्ट डिज्नी” वाली डिज्नी।

डिज्नी विश्व की सबसे पड़ी प्रोडक्शन कंपनी है। सबसे बड़ी बड़ी फिल्मों के अधिकार भी इन्हीं के पास हैं, अब उदाहरण के तौर पर 2019 की तीन सबसे बड़ी फिल्में Avengers: Endgame, Captain Marvel और अलादीन तीनों के अधिकार डिज्नी के पास ही है। पिछले वर्ष की तीन सबसे सफल फिल्में यानि कि Black Panther, Avengers: Infinity War और Incredibles 2, इन तीनों के अधिकार Disney के पास ही है। यानि कि डिज्नी फिल्म production का बेताज बादशाह है और उसके एक इशारे पर कोई भी OTT app टूट कर बिखर सकता है। और अमेरिका में ऐसा ही होने वाला है। साल के अंत तक डिज्नी इन सारी फिल्मों के अधिकार Netflix से वापस ले लेगी और इन फिल्मों को देखने के लिए अतिरिक्त डिज्नी फीस भी देनी होगी। या फिर डिज्नी के स्वयं के OTT app पर इन फिल्मों को देखा जा सकता है। और जो मोडल जियो ने इंडिया में अपनाया यानि की दाम इतने कम कर दो कि competitors अपने आप ही दम तोड़ दें वैसा ही कुछ डिज्नी करने वाली है, Disney का OTT subscription मात्र $6.99 में मिल जाएगा।

डिज्नी सिर्फ एक कंपनी नहीं एक पूरा समूह है और, हॉलीवुड के बड़े प्रोडक्शन हाउस जैसे Marvel, ABC, Touchstone Pictures, Lucasfilm, Pixar, Hollywood Records, Star Networks इत्यादि डिज्नी की हीं अधिग्रहित कंपनियां हैं, वहीं sports broadcast company ईएसपीएन (ESPN ) में Disney का अस्सी प्रतिशत स्टेक, A&E में 50 प्रतिशत, The History Channel में 50 प्रतिशत, Lifetime में पचास प्रतिशत और साथ साथ vice मीडिया में 10 प्रतिशत है। यानि कि Universal Studios, Dreamworkस, HBO, Warner Bros., DC Comics और AOL को छोड़ दिया जाये तो लगभग बाकी सारे बड़े channel और production houses Disney के ही हैं। इसके साथ नेटफ्लिक्स के लिए एक और बुरी खबर यह है कि Disney के साथ AT&T भी OTT के दुनिया में अपना कदम रखने वाली है। AT&T ने अभी हाल में ही वार्नर मीडिया का अधिग्रहण किया था, इसके लॉन्च होते ही नेटफ्लिक्स के पास एक महाशून्य ही बचेगा। नेटफ्लिक्स का बिजनेस मोडल काफी अच्छा है, दूसरों के काम में लेबल लगा के बेचना अब लेबल वाले खुद माल कमाना चाहते हैं जो स्वाभाविक ही है।

पर ये तो थी अमेरिका की बात, भारत में इसका क्या असर होगा? भारत नेटफ्लिक्स का सातवा सबसे बड़ा बेस है और एशिया में सबसे बड़ा तो यह स्वाभाविक ही है कि भारत में भी स्थिति वही होगी. इसके साथ ही Avengers भारत में हॉलीवुड की सबसे बड़ी फ्रेंचाइजी बनकर उभरा है तो डिज्नी जल्द से जल्द भारत में भी अपना OTT बिजनेस चालू करेगा।

नेटफ्लिक्स ने बहुत जल्दी बहुत कामयाबी देखी, उसके कई शोज भारत समेत पूरे विश्व में हिट रहे। अभी हाल के दिनों में नेटफ्लिक्स पर लीला जैसी सीरीज के साथ हिंदू विरोधी कंटेंट काफी बढ़ा है, ऐसे में भारत में उसका पतन अवशयंभावी है। नेटफ्लिक्स अपने रेट्स को कम कर टिक सकता है पर भारत में उसे जनमानस की भावना का सम्मान करना पड़ेगा वरना वो दिन दूर नहीं जब नेटफ्लिक्स का खुद डिज्नी द्वारा अधिग्रहण कर लिया जाएगा।

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