प्रवीण चक्रवर्ती ने क्रिकेट पर एक ट्वीट के जरिये कांग्रेस और राहुल गांधी पर साधा निशाना

ट्वीट प्रवीण चक्रवर्ती

PC: hindustantimes

प्रवीण चक्रवर्ती को लेकर कुछ लेख प्रकाशित हुए थे जो पूरी तरह कांग्रेस पार्टी के आंतरिक सूत्रों पर आधारित था। इनमें से एक लेख में जहां चक्रवती को कांग्रेस के दफ्तर में भाजपा के एजेंट के तौर पर दिखाया गया था, तो वहीं दूसरे लेख में भी चक्रवर्ती के डाटा विश्लेषक होने के नाते उनकी शैली पर कई गंभीर सवाल खड़े किए गए थे। इकनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित एक आर्टिकल के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के आंतरिक सूत्रों ने बताया था कि इन चुनावों में कांग्रेस पार्टी के डाटा विश्लेषक के तौर पर प्रवीण चक्रवर्ती ने कांग्रेस अध्यक्ष को पूरी तरह गुमराह किया था। कांग्रेस के नेताओं और अधिकारियों ने यह जताने की कोशिश की थी कि इस वर्ष के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को सिर्फ इसलिए हार मिली क्योंकि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को उनके डाटा विश्लेषण विभाग के प्रमुख प्रवीण चक्रवर्ती से सही जानकारी नहीं मिल रही थी। लोकसभा में हार के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने हार की ज़िम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया, जिसके बाद प्रवीण चक्रवर्ती को बलि का बकरा बनाया गया था। इससे प्रवीण चक्रवर्ती काफी आहत हुए थे।

इसी गुस्से को प्रवीण ने गुरुवार को ट्विटर पर परोक्ष रूप से जाहिर किया। उन्होंने भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच हुए सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले में भारतीय क्रिकेट टीम की हार पर अपने विचार व्यक्त किये। इसी ट्वीट में उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर कांग्रेस पर भी हमला बोला। उन्होंने लिखा कि कप्तान ने अपनी टीम का साहस के साथ नेतृत्व किया। यह अच्छा है कि टीम के सपोर्ट स्टाफ को हार के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा रहा है।   

इस ट्वीट से सभी को समझ में आ गया कि प्रवीण कांग्रेस के नेताओं दारा पार्टी की हार का आरोप लगाये जाने से नाखुश हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से इस डाटा विश्लेषक ने यह भी संदेश देने की कोशिश की कि अब कांग्रेस के नेताओं को सीखना चाहिए कि पार्टी की हार के लिए सपोर्ट स्टाफ को जिम्मेदार ठहरना बंद कर देना चाहिए। एक टीम की जब हार होती है तो कप्तान को स्वयं ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए न कि सपोर्ट स्टाफ को जिम्मेदार ठहरना चाहिए। क्रिकेट हो या चुनाव हार के कई कारण हो सकते हैं और कभी भी एक व्यक्ति को हार के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। जब कांग्रेस के नताओं ने प्रवीण पर हार का ठीकरा फोड़ा था तब भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि इन आर्टिकल्स की एक-एक लाइन पूरी तरह बकवास है और इसका सच्चाई से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। चक्रवर्ती ने यह आरोप लगाया है कि मीडिया जान-बूझकर उनके खिलाफ एजेंडा चला रही है।

अब प्रवीण के इस ट्वीट से उनकी खीज साफ़ नजर आ रही है। प्रवीण का गुस्सा अपनी जगह सही भी है क्योंकि कांग्रेस हाई कमान अपनी गलतियों का ठीकरा अक्सर पार्टी के अन्य नेताओं पर फोड़कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। हैरानी तो तब होती है जब पार्टी के अन्य नेता इसपर कोई आपत्ति नहीं जताते और न ही खुलकर अपना गुस्सा जाहिर करते हैं. बस कांग्रेस हाई कमान की हां में हां मिलाते हैं। ये अच्छा है कि कम से कम प्रवीण चक्रवर्ती ने अपनी खीज किसी रूप में तो जाहिर की और कांग्रेस की इस पुरानी परंपरा निशाना साधा।   

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