हाल ही के मॉडल खुशी परिहार उर्फ ज़ारा शेख के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस घटना से कई लोग आक्रोशित हैं और उन्होंने मुख्य अभियुक्त अशरफ शेख के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की मांग की है।
हालांकि अभिनेत्री तापसी पन्नू का इस घटना के प्रति कुछ और ही नज़रिया था। उन्होने एनडीटीवी द्वारा इस घटना पर प्रकाशित एक रिपोर्ट को अपने ट्विटर पर कुछ इस प्रकार शेयर किया –
खुशी परिहार का मामला इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि कैसे आज भी लोग अपने रूढ़ियों से ऊपर उठकर आधुनिक जीवनशैली को स्वीकार नहीं कर पाते। ऐसे में तापसी का यह ट्वीट न केवल खुशी परिहार के साथ हुये हादसे पर एक असंवेदनशील राय थी अपितु यहां पर इस मामले की अप्रत्यक्ष रूप से ‘कबीर सिंह’ फिल्म की पटकथा से तुलना करने का यह तापसी पन्नू का बेहद घटिया प्रयास था।
हालांकि यह पहला अवसर नहीं है जब उन्होंने सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसी ओछी हरकत की हो। अनुभव सिन्हा की प्रोपगैंडा मूवी ‘मुल्क’ के प्रचार प्रसार में तापसी ने सनातन धर्म और उसके अनुयाइयों का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
यही नहीं, जब ‘मनमर्जियां’ मूवी में कुछ दृश्यों को सेंसर बोर्ड ने इसलिए फिल्म से हटाने का सुझाव दिया, क्योंकि ये सिख समुदाय को अपमानित कर रहे थे, तो तापसी पन्नू ने तो मानो सिख समुदाय को सरेआम अपमानित करने का बीड़ा उठा लिया था। एक के बाद एक ट्वीट कर तापसी पन्नू ने सिख समुदाय को पिछड़ा घोषित करने में एड़ी चोटी का ज़ोर लगा दिया।
Uffo ab toh there will be a protest to remove that singh from your name. You have totally disgraced the entire Sikh community by enjoying a film where characters CHOSE to lead a certain life without taking approvals from leaders of certain sort. Tch tch. So sad https://t.co/bDC0s0n2I1
— taapsee pannu (@taapsee) September 20, 2018
I am sure waheguru and his army are aware of that too :) and just when they r done editing the film (and all other films) they will go ahead n handle these Real world issues too https://t.co/UUE8WINn3u
— taapsee pannu (@taapsee) September 20, 2018
ऐसे में तापसी पन्नू के वर्तमान ट्वीट पर जब सोशल मीडिया ने उन्हे आड़े हाथों लिया, तो उन्होने इसे ट्वीट को उचित सिद्ध करने के लिए व्यंग्य की आड़ लेने का एक असफल प्रयास किया। जब एक यूज़र ने उनके दोहरे मानकों का विरोध करते हुये विवेक ओबेरॉय के ऐसा करने पर चौतरफा विरोध का उदाहरण दिया तो तापसी पन्नू ने अपना पक्ष समझाने के बजाए उस यूज़र का ही मज़ाक उड़ाना चालू कर दिया –
Just imagine , if this was tweeted by @vivekoberoi . By this time he would have been forced to seek an Apology from whole women community of this universe ! Because he can’t use sarcasm , that’s reserved for some elite intellectual!
— Sumit (@sumitsaurabh) July 15, 2019
इसी तरह TFI ने जब तापसी पन्नू के इस आपत्तीजनक ट्वीट का विरोध किया, तो तापसी पन्नू ने एक बार फिर अड़ियल रुख अपनाते हुये यह जवाब दिया –
A woman was murdered in cold blood and an accomplished female is sending out sarcastic tweets with a sarcasm disclaimer.
Cold, insensitive and supremely dumb. https://t.co/bwuXZapQJ5
— Atul Kumar Mishra (@TheAtulMishra) July 15, 2019
Great to know you have a heart now try focusing on how to get some brain as well. Works better for the body when both are in tandem. Thanks
— taapsee pannu (@taapsee) July 15, 2019
हालांकि टीएफ़आई ने भी मैदान न छोडते हुये तापसी पन्नू के पाखंड को उजागर करते हुये यह ट्वीट डाले –
इसके बाद तापसी पन्नू मानो आवेश में आ गयी, और उन्होने एक शुद्ध लेफ्ट लिबरल की तरह एक अजीबोगरीब ट्वीट पोस्ट की, जिसे बाद में उन्होने तुरंत डिलीट कर दिया –
Which is another way of saying – I have run out of comebacks. I understand and it’s Okay. Bye Taapsee. https://t.co/o1Tu7aMC6M
— Atul Kumar Mishra (@TheAtulMishra) July 15, 2019
सत्य कहें तो तापसी पन्नू ने एक बार फिर सिद्ध किया है की एलिट बॉलीवुड क्यों आज भी भारत के बदलते वातावरण को स्वीकारने में असमर्थ है। अपने एजेंडे का प्रसार करने की लालसा में वे किसी पीड़ित की भावनाओं का मखौल उड़ाने से बाज़ नहीं आते। लेकिन हमें धन्यवाद देना चाहिए सोशल मीडिया का, जिसने तापसी पन्नू के दोहरे मापदण्डों को उजागर करने में ज़रा भी समय नहीं लगाया