आर्थिक मंदी के बीच, अमेज़न भारत में खोलेगा दुनिया का सबसे बड़ा कैंपस

अमेज़न

(PC: The News Minute)

ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेज़न ने बुधवार को हैदराबाद में अपने दुनिया के सबसे बड़े कैंपस का उद्घाटन किया। कंपनी ने अपने बयान में यह भी बताया है कि यह अमेरिका के बाहर इकलौता उसके स्वामित्व वाला कॉम्प्लेक्स है। कंपनी द्वारा जारी बयान में यह भी कहा गया है कि कुल क्षेत्रफल के हिसाब से यह अमेज़न की सबसे बड़ी इमारत है। इसमें 18 लाख वर्ग फुट के आकार का कार्यालय स्थल है और यह इमारत 30 लाख वर्गफुट क्षेत्र में बनी है। इसमें 15,000 कर्मचारी काम करेंगे। बता दें कि भारत में अमेज़न के कर्मचारियों की संख्या 62,000 तक पहुंच गई है। एक तरफ जहां कुछ लोग भारत में आर्थिक मंदी के मुद्दे को हवा देने की कोशिश कर रहे हैं, तो वहीं दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी का भारत में सबसे बड़ी इमारत की स्थापना करना दर्शाता है कि आर्थिक दृष्टि से भारत का भविष्य काफी उज्ज्वल है।

कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट (ग्लोबल रिएल एस्टेट एंड फैसिलिटीज) जॉन शॉएटलर ने यह जानकारी दी कि हैदराबाद में 40 लाख स्क्वायर फीट ऑफिस स्पेस में कंपनी की 8 इमारतें हैं। वहां से कुछ कर्मचारियों को नए कैंपस में शिफ्ट किया जा रहा है। अब तक करीब 4,500 कर्मचारी शिफ्ट किए जा चुके हैं। नए कैंपस के जरिए अमेज़न का भारत में टैलेंट पर फोकस मजबूत होगा। यहां सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट इंजीनियर, मशीन लर्निंग साइंटिस्ट, प्रोडक्ट मैनेजर, फाइनेंस और कई दूसरे कामों से जुड़े कर्मचारी हैं।

यह इमारत काफी हद तक इको-फ्रेंडली भी होगी। नए कैंपस में 300 से ज्यादा पेड़ लगे हैं। इनमें तीन विशेष पेड़ 200 साल पुराने हैं। 8.5 लाख लीटर पानी रिसाइकल की क्षमता वाला प्लांट भी है। अमेज़न ने 30 मार्च 2016 को इस कैंपस का निर्माण शुरू किया था और लगातार 39 महीने तक हर दिन औसत 2 हजार कर्मचारियों ने इसको पूरा करने के लिए काम किया।

भारत दुनिया का सबसे बड़ा उभरता बाज़ार है और अमेज़न यहां सभी अवसरों को भुनाना चाहता है। कंपनी भारत में बने सामान को भी विदेशों में निर्यात करेगी जिससे मेक इन इंडिया को भी मजबूती मिलेगी और भारत में मैनुफेक्चुरिंग सेक्टर का विकास होगा। अमेज़न कई सेवाओं को भी विदेशों में एक्सपोर्ट करेगा और भारत का एक्सपोर्ट पहले ही एक्सपोर्ट-ओरिएंटिड है। एक अनुमान के मुताबिक भारत का ई-कॉमर्स मार्केट वर्ष 2022 तक 150 बिलियन डॉलर का हो जाएगा। इसका सबसे बड़ा कारण भारत में बड़ी आबादी तक इंटरनेट की पहुंच होगा। ऐसे में अमेज़न के इस कदम से अमेज़न कंपनी द्वारा भारत को दिये जा रहे महत्व को भी समझा जा सकता है। भारत की इकोनोमी की हालत को लेकर उठाए जा रहे सवालों के मद्देनजर इस खबर का आना भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य के लिए वाकई बेहद शुभ संकेत है।

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