इमरान ने खुद ही किया स्वीकार, पुलवामा हमले में पाकिस्तान का ही था हाथ

इमरान खान पुलवामा

PC: ANI/PTI

जम्मू-कश्मीर राज्य से विशेष अधिकार छीनने और राज्य को दो हिस्सों में बांटने के फैसले ने पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ा दी है। कश्मीर को लेकर पाकिस्तान की ओर से कल आधिकारिक प्रतिक्रिया आई थी। बुधवार को प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की अध्यक्षता में पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक हुई थी, जिसमें भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक रिश्ते को निलंबित करने की घोषणा की गई थी, इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने कूटनीतिक रिश्ते कम करने की बात कही थी। उससे पहले इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में खड़े होकर भारत को गीदड़ भभकी भी दी। इमरान खान ने कहा कि भारत को इसके अंजाम भुगतने होंगे। हालांकि, इस दौरान वे कुछ ऐसा कह गए जिससे उन्होंने पाकिस्तान के आतंकी एजेंडे को सबके सामने एक्सपोज कर दिया।

दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंगलवार को कहा कि इस तरह के दृष्टिकोण के साथ कश्मीर में पुलवामा जैसी घटनाएं फिर से हो सकती हैं। खान ने कहा ‘मैं अनुमान लगा सकता हूं कि ऐसा होगा। वे हमारे ऊपर फिर से आरोप लगाने की कोशिश करेंगे। वे हम पर फिर से हमला कर सकते हैं और हम इसका फिर से जवाब देंगे’। यह बोलकर इमरान खान ने खुद को सबके सामने एक्सपोज कर दिया। कल संसद में खड़े होकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारत में पुलवामा जैसे ही और आतंकी हमले करने की धमकी दी, और यह भी स्पष्ट कर दिया कि पुलवामा हमला कराने के पीछे भी पाकिस्तान सरकार और सेना का ही हाथ था। बता दें कि पुलवामा हमलों की ज़िम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्म्द ने ली थी, लेकिन उसके बाद भी पाकिस्तान ज़िम्मेदारी तय करने से भागता दिखाई दे रहा था।

हालांकि, इमरान खान के भाषण के बाद जो हुआ, उसने इस बात को और ज़्यादा पुख्ता कर दिया है कि पाकिस्तान अब कश्मीर मामले के बाद भारत में आतंकी हमलों को अंजाम दे सकता है। इमरान खान के बयान के बाद वैश्विक आतंकवादी हाफिज़ सईद को जेल से रिहा करने के आदेश दे दिए गए। पिछले महीने इमरान खान अमेरिका के दौरे पर गए थे, और उससे ठीक पहले हाफिज़ सईद को जेल में डाला गया था।

इसके अलावा कल सुरक्षा एजेंसियों ने यह दावा किया था कि मुंबई एक बार फिर आतंकियों के निशाने पर है। खूफिया एजेंसियों के मुताबिक, कश्मीर में आर्टिकल 370 के हटने के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन भारत के खिलाफ आतंकी हमला करने की साजिश रच रहे हैं, जिसका टारगेट आर्थिक राजधानी मुंबई को दहलाना हो सकता है।

बुधवार को इमरान खान ने संसद में भारत के खिलाफ जो धमकी दी थी, उसे पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी समूहों को अपना समर्थन देने का प्रयास करने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि भारत को अस्थिर करने और घाटी में अशांति फैलाने के इरादे से पाकिस्तान आतंकवादी समूहों को बढ़ावा दे सकता है। एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने हिन्दुस्तान को बताया कि जिस समय इमरान खान ने बयान दिया था, उस समय खबर आई थी कि जैश प्रमुख आतंकी मौलाना मसूद अजहर का छोटा भाई रौफ अज़गर कल रावलपिंडी में बैठक करने के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गया था।

पाकिस्तान को भी पता है कि युद्ध के मैदान में वह कभी भारत का सामना नहीं कर सकता। इसीलिए अब दोबारा उसने भारत से बदला लेने के लिए अपने पालतू आतंकियों का सहारा लेने का प्लान बना लिया है। अब पाकिस्तान चाहता है कि दोबारा वह पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को अंजाम देकर हमारे देश में अस्थिरता फैला सके, लेकिन पाकिस्तान को यह नहीं भूलना चाहिए कि अगर वह अपनी बौखलाहट में ऐसा कोई कदम उठाता है, तो उसे भारत की जवाबी कार्रवाई के लिए भी तैयार रहना होगा। अगर पाकिस्तान के पालतू आतंकी भारत के खिलाफ कुछ भी एक्शन लेते हैं, तो भारत के पास भी अपने हितों की रक्षा के लिए बड़ा कदम उठाने की पूरी आज़ादी है।

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