‘मुझे इंडिया का कोच बनाओ’ हेसन को भारत ने कहा ‘ना’, पाक बोला हमारी टीम में आ जाओ, हेसन ने कहा ‘ना’

माइक हेसन

PC: Amar Ujala

माइक हेसन नहीं बनेंगे भारत क्रिकेट टीम के कोच

हाल ही में बीसीसीआई ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के तौर पर रवि शास्त्री को एक बार फिर नियुक्त कर दिया है। रवि शास्त्री ने इसके लिए ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी टॉम मूडी और न्यूज़ीलैंड के पूर्व मुख्य कोच माइक हेसन को पछाड़ा। सूत्रों की माने तो माइक हेसन को भारतीय टीम का कोच बनने का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

ऐसे में कुछ लोग ये अटकलें लगाने लगे थे कि माइक हेसन को अब पाक क्रिकेट टीम का मुख्य कोच बनने के लिए आमंत्रित किया जा सकता है। इन अटकलों को और हवा तब मिली जब पाकिस्तानी टीवी चैनल जियो टीवी ने यह खबर प्रकाशित की कि माइक हेसन ने पाक क्रिकेट टीम के कोच का पद ठुकरा दिया है।

हालांकि इन अटकलों पर विराम लगाते हुए माइक हेसन ने ये स्पष्ट किया है कि उन्होने केवल भारतीय टीम के कोच पद के लिए आवेदन किया था, और उन्होंने न तो पाक क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन किया था और न ही बांग्लादेश क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन किया था।

माइक हेसन ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच बनने से किया इंकार

माइक हेसन ने इस मामले में कहा है कि वे स्टार स्पोर्ट्स के साथ अपने कमेंटरी का कांट्रैक्ट नहीं तोड़ना चाहते, और उन्होंने अपवाद के तौर पर भारतीय टीम के कोच पद के लिए आवेदन किया था, क्योंकि उन्हे पता था कि यहाँ उन्हे अपने हिसाब से सभी सुविधाएं प्राप्त हो सकेंगी। लेकिन यदि अनाधिकारिक सूत्रों की माने, तो हेसन पाक क्रिकेट टीम के मुख्य कोच इसलिए भी नहीं बनना चाहते, क्योंकि वे पाकिस्तान में अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित थे।

यदि ऐसा है, तो माइक हेसन की यह चिंता भी बहुत लाज़मी है, क्योंकि पाक में क्रिकेट की कभी अनुकूल स्थिति रही ही नहीं। हम 2009 का वो खौफनाक हमला कैसे भूल सकते हैं, जब आतंकियों ने पाक का का दौरा कर रही श्रीलंका के क्रिकेट टीम के बस पर घातक हमला किया था, और अजंता मेंडिस, थिलन समरवीरा जैसे दिग्गज खिलाड़ी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिस तरह से पाक क्रिकेट टीम के पूर्व कोच बॉब वूल्मर रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाये गए थे, वह किसी से छिपा नहीं है।

हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान वैसे भी आतंकवाद को पनाह देने के लिए बदनाम रहा है। ऐसा लगता है कि सुरक्षा के लिहाज से कोई भी विदेशी कोच इस देश की टीम का प्रशिक्षक नहीं बनना चाहता है। शायद यही वजह है कि माइक हेसन ने कोच बनने से साफ मना कर दिया।

इसके अलावा हमारे पड़ोसी देश की क्रिकेट टीम में काफी गुटबाजी चलती है जो किसी से छिपा नहीं है। यहाँ खेल भावना का सम्मान तो बहुत दूर की बात है, खिलाड़ियों के निजी आस्था का भी सम्मान नहीं किया जाता। उदाहरण के लिए युसुफ योहाना और दानिश कनेरिया के साथ हुए दुर्व्यवहार को देखा जा सकता है। दोनों ही खिलाड़ी पाक क्रिकेट टीम में गैर मुस्लिम थे।

हेसन ने सुरक्षा कारणों के चलते पाक को किया मना

जहां एक ओर युसुफ योहाना का धर्मांतरण करने में उसके साथी खिलाड़ी सफल रहे, तो धर्मांतरण न करने पर दानिश कनेरिया के साथ पाक क्रिकेट बोर्ड और उनके टीम के साथियों ने स्पॉट फिक्सींग के तहत बलि का बकरा बनाया और वे कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी नहीं कर सके। वहीं स्पॉट फिक्सींग में दोषी होने के बाद भी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमीर को फिर से टीम में रख लिया जाता है। इस तरह के मामलों से साफ तौर पर देखा जा सकता  है कि किस तरह से पाक क्रिकेट में धार्मिक भेद-भाव व्याप्त है।

ऐसे में पाक मीडिया द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों को एक्स्पोज़ कर माइक हेसन ने ये स्पष्ट कर दिया है कि क्यों वे हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान से किसी भी प्रकार का संबंध क्यों नहीं स्थापित करना चाहते। न तो वहां सुरक्षा की गारंटी है न ही वहां पर बेहतर खेल भावना है, कोई भी आवेदन करके क्यों अपना करियर बर्बाद करना चाहेगा।

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